चंदर सहगल को संघ का पानीपत का जिला अध्यक्ष किया नियुक्त

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पानीपत… सन्नी कथूरिया। हरियाणा स्वर्णकार संघ जिÞला पानीपत की ओर से देविन्दर वर्मा, प्रदेश अध्यक्ष अखिल हरियाणा स्वर्णकार संघ रजि० की अध्यक्षता में स्वर्णकार धर्मशाला, पानीपत में जिला पानीपत की जनरल हाउस की मीटिंग हुई। जिसमें सैंकड़ों स्वर्णकारों ने पुष्पमालाएं पहनाकर प्रदेश अध्यक्ष का स्वागत किया गया। उसके बाद जिला हरियाणा स्वर्णकार संघ जिला पानीपत का चुनाव किया गया जिसमें सर्वसम्मति से चंदर सहगल को संघ का पानीपत का जिÞला अध्यक्ष चुना गया। तदोपरांत प्रदेश अध्यक्ष द्वारा हरियाणा स्वर्णकार संघ की प्रदेश कार्यकारिणी का विस्तार करते हुए कमल कांत वर्मा (कैथल) को प्रदेश महासचिव, शेर चंद कपूर (पानीपत) को प्रदेश कोषाध्यक्ष, प्रेम चन्द सोनी (समालखा),जवाहर लाल सोनी (रेवाड़ी) व राजबीर सोनी (भुना) को प्रदेश उप- अध्यक्ष नियुक्त किया व सभी पदाधिकारियों को नियुक्ति पत्र सौंपे गए।

वर्मा ने बताया कि हरियाणा प्रदेश में भोला, कपूर, सहगल, सेखडी,सुनार, मल्होत्रा,सोनी,वर्मा, व भारद्वाज इत्यादि सभी जातियां सुनार जाति से सम्बन्धित हैं सभी को मिलाकर हरियाणा में 14 लाख से भी अधिक स्वर्णकार (सुनार) जाति के वोटर हैं लेकिन प्रदेश में स्वर्णकार संघ सैंकड़ों छोटे छोटे संगठनों में बंटा हुआ होने के कारण आज तक स्वर्णकार संघ की राजनैतिक, सामाजिक व धार्मिक स्तर पर कोई पहचान नहीं बन पाई है। अखिल हरियाणा स्वर्णकार संघ (रजि०189) जोकि अखिल भारतीय स्वर्णकार संघ रजि०3545 से सम्बन्धित है का लक्ष्य अखिल हरियाणा स्वर्णकार संघ को एक मंच पर लाकर संघ की एकता, शक्ति व संगठन को मजबूत करना है।

वर्मा ने कहा कि सरकार स्वर्णकारों के पीछे पड़ी हुई है, जिसके कारण स्वर्णकारों का काम पूरी तरह प्रभावित हो रहा है। उन्होंने कहा कि सोने पर पहले ड्यूटी केवल 1% ही हुआ करती थी, जिसके बाद सरकार द्वारा ड्यूटी को बढ़ाकर-बढ़ाकर अब 18.75% प्रतिशत टैक्स के रूप में लगा दिया है।

वर्मा ने कहा कि देशभर में केंद्र सरकार को सबसे ज्यादा टैक्स स्वर्णकार देते हैं लेकिन फिर भी सरकार उन्हें किसी तरह की सुविधाएं देने को तैयार नही हैं। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सालों में स्वर्णकारों के साथ लूट, डकैती, हत्या व आगजनी की घटनाएं हुई हैं, लेकिन देश की उन्नति में सबसे ज्यादा टैक्स देने वाले स्वर्णकारों को किसी तरह की मदद नहीं की जाती। हर साल विदेशों से सोना आता है और आयातित सोने पर टैक्स लगता है, लेकिन सरकार की नीतियों के कारण उससे ज्यादा सोने की तस्करी होती हैं। यदि सरकार सोने से टैक्स को कम करती है तो निश्चित तौर पर यह तस्करी कम हो सकती है और सरकार का रवैन्यू और भी ज्यादा बढ़ जाएगा।

वर्मा ने कहा कि कभी कहीं पर भी चोरी कोई की वारदात होती है तो चोरी का सामान खरीदने के मामले में स्वर्णकारों को तंग किया जाता है। उन पर धारा 411 के तहत पर्चा दर्ज किया जाता है। उन्होंने कहा कि स्वर्णकार पैसे देकर सोना खरीदता है और वह कैसे अंदाजा लगा सकता है कि यह चोरी का है। साथ ही उन्होंने कहा कि राजनीतिक तौर पर लंबे समय से स्वर्णकारों की अनदेखी होती आई है न तो सवर्णकारों को किसी भी सरकार में और न ही राष्ट्रिय स्तर व प्रदेश स्तर की राजनैतिक पार्टियों के किसी संगठन में भागीदारी मिलती है उन्होंने उपरोक्त में सभी राजनैतिक पार्टियों से स्वर्ण कारों की भागीदारी की मांग की।

वर्मा ने कहा कि स्वर्णकारों को भी समाज की संख्या के आधार पर विधानसभा, लोकसभा व नगर निगम के चुनावों में रिजर्ववेशन दिया जाए, ताकि हमारे समाज के लोग राजनीतिक तौर पर मजबूत होकर समाज की समस्याओं को मजबूती से उठा पाएंगे। मौका पर मिथुन वर्मा ऐडवोकेट निगम सदस्य अम्बाला, जोगिंदर वर्मा प्रधान जिÞला अम्बाला, विनोद कुमार महासचिव जिÞला अम्बाला, सुदर्शन …… सहित सैंकड़ों स्वर्णकार उपस्थित रहे।

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