बदला मौसम तो बढ़े बुखार, खांसी और जुकाम के मरीज

जिला अस्पताल में चार से पांच गुणा बढ़ी ओपीडी, रोजाना लग रही मरीजों की लंबी कतारें

हनुमानगढ़। क्षेत्र में पिछले करीब दस दिनों से पड़ रही कड़ाके की ठंड के बीच दिन और रात के तापमान में आ रही गिरावट के कारण लोगों की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी बढऩे लगी हैं। दोपहर को धूप और रात सर्द होने की वजह से लोग वायरल इन्फेक्शन से पीडि़त होने लगे हैं। गले में खराश, बुखार, खांसी और जुकाम आदि से पीडि़त मरीजों का अस्पतालों में तांता लगने लगा है। बदलते मौसम में थोड़ी सी लापरवाही से लोग मुसीबत में पड़ रहे हैं क्योंकि पिछले कुछ दिनों से मौसम में तेजी से बदलाव हो रहा है और इसके चलते सबसे ज्यादा लोगों में सर्दी, खांसी और बुखार की शिकायतें मिल रही हैं।

डॉक्टरों का मानना है कि दिन में धूप, शाम में सिहरन और रात में ठंड के चलते तापमान में तेजी से आ रहे उतार-चढ़ाव की वजह से ऐसी स्थिति बन रही है। इसके चलते सर्दी, खांसी, बुखार के मरीज बढ़े हैं। इलाज के साथ ही सावधानी बरतने और रोग प्रतिरोधक क्षमता के बनाए रखने की सलाह भी चिकित्सकों की ओर से दी जा रही है। मौसम में आए बदलाव की वजह से एकाएक राजकीय जिला चिकित्सालय में भी मरीजों की संख्या बढ़ गई है। जिला अस्पताल की ओपीडी (आउट पेशेंट डिपार्टमेंट) में हर रोज 500 से 600 मरीज वायरल फीवर, बुखार, सर्दी, जुकाम से ग्रस्त मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं।

कभी-कभी यह संख्या 700 के पार भी पहुंच रही है। जिला अस्पताल की ओपीडी में करीब आधा दर्जन चिकित्सक मरीजों की जांच कर रहे हैं। दिसम्बर माह के अंतिम दिनों में सर्दी अचानक से बढ़ी है। मरीजों में बच्चों की संख्या अधिक देखने को मिली है। इस समय सबसे अधिक मरीज वायरल, सर्दी-जुकाम, खांसी के आ रहे हैं। डॉक्टर मरीज बढऩे का मुख्य कारण मौसम में आए परिवर्तन को मान रहे हैं। जिला अस्पताल में कोरोना के लक्षण वाले मरीजों के लिए बनाए गए ओपीडी में आईएलआई के मरीजों की जांच की जा रही है। हालांकि कोरोना महामारी अभी तक नियंत्रण में है।

चिकित्सकों ने बताया कि इस सीजन में सबसे ज्यादा वायरल होता है। नाक से वायरस प्रवेश करता है और शरीर में पहुंच जाता है। इस दौरान वायरस से बचने के लिए शरीर का तापमान बनाए रखने की जरूरत होती है। वायरल इन्फेक्शन से गले में आवाज बैठने की तकलीफ भी हो सकती हैं। इन्फेक्शन से पीडि़त लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए। डॉक्टर के परामर्श के अनुसार दवाइयां लेनी चाहिए।

चिकित्सक बोले, बरतें सावधानी

महात्मा गांधी स्मृति राजकीय जिला चिकित्सालय के डॉ. राजेश कटेवा ने बताया कि इन दिनों में खांसी, सर्दी, जुकाम के मरीज बढ़ गए हैं। सर्दी में बचाव ही सबसे अच्छा तरीका है। इसके लिए गर्म कपड़े पहनकर रखें। गर्म पदार्थांे का सेवन करें। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए भी बिना किसी कारण घर से बाहर न निकलें। मास्क का प्रयोग करें व सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखें। भीड़ वाली जगह पर जाने से बचें। कोई भी लक्षण नजर आने पर तुरंत चिकित्सक की सलाह लें। डॉ. रामस्वरूप ने कहा कि जैसे-जैसे सर्दी बढ़ रही है, वैसे-वैसे सर्दी खांसी-जुकाम के मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है।

यह सभी वायरल टाइप के ही मरीज हैं। कोविड के मरीज अभी तक नहीं मिले हैं। घर में अगर किसी को खांसी-जुकाम है तो उसे आइसोलेट करें। परिवार के अन्य सदस्य घर में भी मास्क पहनकर रखें। चिकित्सक से पर्याप्त सलाह लेकर मरीज का इलाज करवाएं। गर्म कपड़े पहनकर ही घर से बाहर निकलें। सर्दी में हल्दी व अदरक डालकर गर्म दूध का सेवन करें। ठंडे खाद्य पदार्थांे से परहेज करें। उन्होंने कहा कि खानपान और रहन-सहन पर ध्यान दिया जाए तो मौसमी बीमारियों के प्रकोप से बचा जा सकता है।

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