कू्रड आॅयल के दाम कम होने के बावजूद देश में पैट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतें आमजन की कमर तोड़ रही हैं। महंगाई की बढ़ती मार का सबसे बड़ा कारण पैट्रोल-डीजल की बढ़ीं कीमतें ही हैं। सरकार जनता के मन में पनपते रोष से वाकिफ है और इस ओर कदम उठाने के ब्यान भी जारी हो रहे हैं। वहीं इस विषय पर कई नेताओं के बेतुके ब्यान जनता के जख्म पर नमक का काम भी कर रहे हैं।
इसी दरमियां गुजरात ने केंद्र के दिशा-निर्देशों पर पैट्रोल और डीजल पर वसूले जाने वाले अपने वैट में बड़ी कटौती का ऐलान किया। राज्य सरकार की कैबिनेट बैठक के बाद मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने राज्य में पेट्रोल और डीजल की कीमत में 4 फीसदी वैट में कटौती का फैसला ले लिया।
गुजरात से कदम ताल करते हुए महाराष्टÑ सरकार ने भी आम आदमी को पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों से राहत देने का फैसला किया है। मंगलवार को राज्य सरकार ने पेट्रोल की कीमतों में कटौती करने के लिए पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले स्टेट वैट में 2 रुपये और 1 रुपये क्रमश: की कटौती का ऐलान किया है।
इस फैसले से महाराष्ट्र में पेट्रोल की कीमत में 2 रुपये प्रति लीटर की कटौती आधी रात के बाद लागू हो जाएगी। वहीं डीजल की कीमत में 1 रुपये प्रति लीटर की कटौती दर्ज होगी। इस कटौती के बाद महाराष्ट्र सरकार के राजस्व पर 3067 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। अब देखना यह है कृषि आधारित पंजाब एवं हरियाणा राज्य कब अपने नागरिकों को पैट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों से राहत देते हैं।
बता दें कि मौजूदा समय में पैट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों की वजह से दोनों सूबों के लोग सब्जियों से लेकर आम उपयोग की वस्तुओं में भारी महंगाई का सामना कर रहे हैं।
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