Mallikarjun Kharge’s Statement: नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अप्रत्याशित इस्तीफे ने राजनीतिक गलियारों में हलचल पैदा कर दी है। जहां एक ओर सरकार की ओर से औपचारिक बयान का इंतजार है, वहीं दूसरी ओर विपक्ष ने इस घटनाक्रम पर गंभीर सवाल उठाते हुए स्पष्टीकरण की मांग की है। Congress News
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को मीडिया से बातचीत में कहा,
“सरकार को स्पष्ट करना चाहिए कि उपराष्ट्रपति ने इस्तीफा क्यों दिया? इसके पीछे क्या कारण हैं? हमें संदेह है कि मामला साधारण नहीं है।” उन्होंने यह भी कहा कि “धनखड़ जी की तबीयत ठीक थी, वे भाजपा और आरएसएस के विचारों के सबसे मुखर समर्थक माने जाते थे। ऐसे में उनका अचानक इस्तीफा देना संदेहास्पद लगता है।”
विपक्ष को स्वास्थ्य कारणों पर शक | Congress News
ज्ञात हो कि जगदीप धनखड़ ने सोमवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपना इस्तीफा सौंप दिया था। उन्होंने संविधान के अनुच्छेद 67(ए) का हवाला देते हुए स्वास्थ्य संबंधी कारणों और चिकित्सकीय परामर्श का पालन करने की आवश्यकता को इस्तीफे का आधार बताया। हालांकि, कांग्रेस पार्टी और अन्य विपक्षी दलों का मानना है कि यह कारण पर्याप्त नहीं हैं, और इस फैसले के पीछे कोई गंभीर राजनीतिक या संगठनात्मक कारण छिपा हो सकता है।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की हालिया टिप्पणी पर भी तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा,
“संघ देश के इतिहास को नए सिरे से गढ़ना चाहता है। वे ‘डिस्कवरी ऑफ इंडिया’ जैसी ऐतिहासिक पुस्तकों को नकारते हैं। आरएसएस का इतिहास अलग है और भारत का इतिहास अलग।” वहीं, भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने विपक्ष के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा, “कांग्रेस को एक संवैधानिक पद से जुड़े इस्तीफे को राजनीतिक रंग नहीं देना चाहिए। उन्हें संयम और मर्यादा का पालन करना चाहिए।” Congress News