
एडवांस्ड, सस्टेनेबल और करुणामय स्वास्थ्य सेवा के नए युग की शुरुआत का प्रतीक : राष्ट्रपति
- शरीर माध्यम अनुधर्म साधनम: सीएम योगी
- स्वास्थ्य की बेहतरीन सुविधाओं के लिए अब लोगों को भटकने की आवश्यकता नहीं: योगी -देश का हर नागरिक स्वस्थ होगा, तभी देश सशक्त व शक्तिशाली बनेगा: राजनाथ सिंह
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किया यशोदा मेडिसिटी का उद्घाटन, गाजियाबाद को मिला उत्तर भारत का सबसे एडवांस्ड हेल्थकेयर सेंटर
गाजियाबाद (सच कहूँ/रविंद्र सिंह)। Yashoda Medicity Hospital: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रविवार को इंदिरापुरम स्थित यशोदा मेडिसिटी हॉस्पिटल का भव्य उद्घाटन किया। 1200 बेड वाले इस अत्याधुनिक मल्टी-स्पेशलिटी हेल्थकेयर सेंटर के साथ गाजियाबाद को उत्तर भारत के सबसे एडवांस्ड और सस्टेनेबल अस्पतालों में से एक का गौरव प्राप्त हुआ है। इस अवसर पर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह , उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री ब्रजेश पाठक, तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल सहित कई केंद्रीय और राज्य स्तरीय जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। Ghaziabad News
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किया यशोदा मेडिसिटी का उद्घाटन
रक्षा मंत्री, मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्रीगण की उपस्थिति में हुआ भव्य आयोजन; एडवांस्ड, सस्टेनेबल और करुणामय स्वास्थ्य सेवाओं के नए युग की शुरुआत है। गाजियाबाद के इंदिरापुरम में रविवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उत्तर भारत के सबसे आधुनिक मल्टी-स्पेशलिटी हॉस्पिटल यशोदा मेडिसिटी का शुभारंभ किया। उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंची महामहिम राष्ट्रपति का स्वागत शॉल, शंख और प्रतीक चिन्ह भेंट कर किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता यशोदा ग्रुप के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक डॉ. पी.एन. अरोड़ा ने की।
कार्यक्रम का शुभारंभ डॉ. अरोड़ा के स्वागत भाषण से हुआ, जिसके बाद यशोदा मेडिसिटी की उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं पर एक शॉर्ट फिल्म दिखाई गई। मंच पर मौजूद सभी विशिष्ट अतिथियों, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ , उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और केंद्रीय राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल, का पारंपरिक सम्मान किया गया।
राष्ट्रपति मुर्मू ने दी शुभकामनाएं: बोलीं, “यशोदा मेडिसिटी से नई आशा जुड़ी है
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने संबोधन में कहा कि यशोदा मेडिसिटी खुलने पर मैं आप सभी को बधाई देती हूं। मुझे विश्वास है कि यहां स्वास्थ्य सेवाएं पूरी निष्ठा और ईमानदारी से दी जाएंगी, जिससे सभी नागरिकों को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि यह अस्पताल एडवांस्ड, सस्टेनेबल और करुणामय हेल्थकेयर के नए युग की शुरुआत का प्रतीक है। राष्ट्रपति ने कहा, कि जान है तो जहान है। स्वस्थ भारत के निर्माण के लिए आधुनिक चिकित्सा सेवाएं आवश्यक हैं। यशोदा मेडिसिटी सेंटर इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। Ghaziabad News
मुख्यमंत्री योगी बोले, “नए भारत के लक्ष्य की दिशा में एक कदम”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत में स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव आए हैं। उन्होंने बताया कि पिछले आठ वर्षों में उत्तर प्रदेश में 42 नए मेडिकल कॉलेज और दो एम्स (गोरखपुर व रायबरेली) स्थापित किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि शरीर माध्यम अनुधर्म साधनम्’ – जीवन का हर उद्देश्य स्वस्थ शरीर से ही पूरा हो सकता है। डॉ. पी.एन. अरोड़ा द्वारा अपनी माता ‘यशोदा’ के प्रति कृतज्ञता स्वरूप यह मेडिसिटी जनता के लिए एक अनमोल उपहार है। उन्होंने कहा कि अब एनसीआर और आसपास के लोगों को महंगे इलाज के लिए दिल्ली नहीं जाना पड़ेगा, सभी सुविधाएं अब एक ही छत के नीचे उपलब्ध होंगी।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “डॉ. पी.एन. अरोड़ा की मां के प्रति आस्था का सजीव प्रतीक है यशोदा मेडिसिटी
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि डॉ. पी.एन. अरोड़ा ने अपनी मां यशोदा जी की कैंसर से हुई मृत्यु के बाद उनके नाम से स्वास्थ्य सेवाओं की श्रृंखला शुरू की। उन्होंने कहा कि उनकी यह पहल केवल एक अस्पताल नहीं, बल्कि उस संवेदना का प्रतीक है जिसमें हर मरीज को जीवन बचाने का अधिकार मिले।राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी के आयुष्मान भारत मिशन का उल्लेख करते हुए कहा कि करोड़ों लोगों को इसका लाभ मिल रहा है, और यशोदा मेडिसिटी इसी प्रयास का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।
सरकार एक संरक्षक के रूप में बुजुर्गों के साथ खड़ी है | Ghaziabad News
राजनाथ सिंह ने कहा कि यशोदा मेडिसिटी ने समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का उत्तरदायित्वपूर्ण निर्वाह किया है। ठीक उसी प्रकार हम भी समाज के अंतिम व्यक्ति के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझते हैं। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश की स्वास्थ्य व्यवस्था ने नया रूप लिया है। पहले जहां यह गरीब के लिए चिंता का कारण होता था, वही आज उसके अधिकार के रूप में उसके दरवाजे तक पहुंच रहा है।
हमने यह सुनिश्चित किया है कि भारत का कोई गरीब किसी भी बीमारी के कारण अपने जीवन की उम्मीद न खोए। इसके लिए आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत देश के 10 करोड़ परिवारों को हर वर्ष पांच लाख रूपए के स्वास्थ्य बीमा का कवच प्रदान किया गया है। अब 70 वर्ष से ऊपर के सभी वरिष्ठ नागरिकों को इस योजना में शामिल किया गया है। ताकि जीवन के उस पड़ाव में जब देखभाल की सबसे अधिक आवश्यकता होती है तब सरकार एक संरक्षक के रूप में उसके साथ खड़ी रहे।
जेनरिक मेडिसिन से गांव-गांव में लोग हो रहे लाभान्वित
रक्षा मंत्री ने कहा कि आज प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्रों के माध्यम से आम जनता को अत्यंत किफायती दर पर जेनरिक मेडिसिन उपलब्ध कराई जा रही हैं। आज गांव गांव में लोग इन केंद्रों से लाभान्वित हो रहे हैं। इसके साथ ही हमने एक मजबूत स्वास्थ्य इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार करने पर विशेष बल दिया है। 2014 में देश में 387 मेडिकल कॉलेज थे वही आज बढ़कर 800 पहुंच चुकी है। 2014 में एमबीबीएस की सीटें केवल 50 हजार हुआ करती थीं, आज यह 1 लाख 20 हजार से ज्यादा हो चुकी हैं। 22 नये एम्स की स्थापना का निर्णय लिया गया। इसमें से 12 पूरी क्षमता के साथ कार्यरत हैं, बाकियों का निर्माण पूरी तेजी पर हैं। जब ये सभी संस्थान पूरी तरह से कार्यरत होंगी तो हमारा हेल्थ नेटवर्क और मजबूत होगा।
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। इस अवसर पर कई केंद्रीय और राज्य स्तर के मंत्री, सांसद, विधायक, प्रशासनिक अधिकारी तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। यशोदा मेडिसिटी के उद्घाटन के साथ गाजियाबाद ही नहीं, बल्कि पूरे एनसीआर को एक विश्वस्तरीय, हरित और डिजिटल हेल्थ केयर सेंटर की सौगात मिली है, जो आने वाले वर्षों में ‘स्वस्थ भारत, सशक्त भारत’ के संकल्प को साकार करने की दिशा में मील का पत्थर सिद्ध होगा।
8 एकड़ में फैला अत्याधुनिक हेल्थकेयर कॉम्प्लेक्स
8 एकड़ से अधिक क्षेत्र में फैला यशोदा मेडिसिटी अस्पताल 65 से अधिक सुपर स्पेशलिटीज और 12 सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के माध्यम से व्यापक, संवेदनशील और मरीज-केंद्रित स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करेगा। इसमें 22 से अधिक मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर,10 एडवांस्ड एंडोस्कोपी सुइट्स और 252 से अधिक हाई-टेक मॉड्यूलर आईसीयू की सुविधा उपलब्ध है। अस्पताल में एक एडवांस्ड इमरजेंसी और ट्रॉमा कमांड सिस्टम भी स्थापित किया गया है, जो एमआरआई, सीटी स्कैन और हृदय/स्ट्रोक कमांड यूनिट्स को अत्याधुनिक सीएटी और डीएसए टेक्नोलॉजी के साथ एकीकृत करता है, जिससे त्वरित और जीवन रक्षक आपातकालीन उपचार संभव हो पाता है।
ग्रीन और डिजिटल हॉस्पिटल का उत्कृष्ट नमूना | Ghaziabad News
यशोदा मेडिसिटी को एक हरित, स्मार्ट और पूर्णतः डिजिटल अस्पताल के रूप में विकसित किया गया है। इसे अमेरिकन ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल (USGBC) से LEED सर्टिफिकेशन के लिए रजिस्टर किया गया है, जो इसकी पर्यावरण-अनुकूल और ऊर्जा-कुशल संरचना को प्रमाणित करता है।
कैंसर केयर से लेकर ऑर्गन ट्रांसप्लांट तक विश्वस्तरीय सुविधाएँ
अस्पताल के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में कैंसर केयर, कार्डिएक साइंसेज़, न्यूरोसाइंसेज़, ऑर्गन ट्रांसप्लांट, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, रेस्पिरेटरी मेडिसिन, ऑर्थोपेडिक्स, यूरोलॉजी और नेफ्रोलॉजी जैसी प्रमुख शाखाओं में उन्नत उपचार उपलब्ध होंगे। कैंसर केयर इंस्टीट्यूट में भारत का पहला Elekta Unity और Varian Ethos सिस्टम संयोजन मौजूद है, जिससे रेडियोथेरेपी और प्रिसीजन ट्रीटमेंट अत्यंत सटीकता से संभव होगा। इसके साथ ही महिला कैंसर केयर, मिनिमल एक्सेस, रोबोटिक और बैरिएट्रिक सर्जरी के लिए समर्पित यूनिट भी स्थापित की गई है।
राष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञों की टीम करेगी संचालन
यशोदा मेडिसिटी की चिकित्सा टीम में एम्स, पीजीआई, और देश के अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों के अनुभवी डॉक्टर और प्रशिक्षित नर्सिंग स्टाफ शामिल हैं। इस अवसर पर राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि “यशोदा मेडिसिटी न केवल आधुनिक स्वास्थ्य सेवाओं का नया केंद्र बनेगा, बल्कि यह संवेदनशीलता, करुणा और नवाचार की भावना का भी प्रतीक होगा।














