Punjab Railway News: चंडीगढ़। पंजाब के विकास को नई रफ्तार देने जा रहा है एक बड़ा कदम। रेलवे मंत्रालय ने फिरोजपुर–पट्टी रेल लिंक परियोजना को हरी झंडी दे दी है। करीब 25.72 किलोमीटर लंबी इस नई रेल लाइन पर 764 करोड़ रुपये की लागत आएगी। यह रेल लिंक पंजाब के मालवा और माझा क्षेत्रों को सीधे जोड़ेगा, जिससे यात्रा, व्यापार और रक्षा से जुड़ी सुविधाओं में बड़ा सुधार होगा।
केंद्रीय राज्य रेल मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने जानकारी दी कि यह परियोजना 27 अक्टूबर को मंजूर हुई है। इसके पूरा होने के बाद फिरोजपुर से अमृतसर की दूरी 196 किलोमीटर से घटकर केवल 100 किलोमीटर रह जाएगी। वहीं आपको बता दें कि जम्मू–फिरोजपुर–फाजिल्का–मुंबई कॉरिडोर की लंबाई में 236 किलोमीटर की कमी आएगी।
यह नया रेल लिंक न सिर्फ लोगों की आवाजाही को आसान बनाएगा बल्कि विभाजन के बाद खोए ऐतिहासिक मार्ग को भी दोबारा जोड़ देगा। इससे फिरोजपुर–खेमकरण की दूरी 294 किलोमीटर से घटकर मात्र 110 किलोमीटर रह जाएगी। साथ ही यह रेल लाइन अमृतसर से गुजरात के समुद्री बंदरगाहों तक एक सीधा और तेज़ मार्ग प्रदान करेगी, जो राज्य के व्यापार के लिए वरदान साबित होगा।
रक्षा के लिहाज से भी यह रेल लिंक बेहद अहम है। यह मार्ग संवेदनशील बॉर्डर एरिया से होकर गुजरेगा, जिससे सैनिकों, उपकरणों और आपूर्ति की आवाजाही तेज़ और सुरक्षित होगी। अनुमान है कि इस परियोजना से करीब 10 लाख लोगों को सीधा लाभ मिलेगा और 2.5 लाख से अधिक रोजगार अवसर सृजित होंगे।
हर दिन लगभग 2,500 से 3,500 यात्री, जिनमें छात्र, कर्मचारी और मरीज शामिल हैं, इस रेल सेवा से राहत पाएंगे। अमृतसर जैसे धार्मिक, शैक्षणिक और व्यावसायिक केंद्रों को फिरोजपुर से जोड़ने से पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। परियोजना के तहत कुल 165.69 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित की जाएगी, जिसमें फिरोजपुर में 70.01 हेक्टेयर और तरनतारन में 85.58 हेक्टेयर ज़मीन शामिल है। भूमि अधिग्रहण पर 166 करोड़ रुपये का खर्च आएगा, जिसे केंद्र सरकार वहन करेगी।।रेल लाइन के निर्माण में सतलुज नदी पर 820 मीटर लंबा पुल भी बनाया जाएगा, जो इस परियोजना का अहम हिस्सा होगा।















