Desi Ghee: सावधान! पीला दिखने वाला हर घी देसी नहीं होता

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Desi Ghee सावधान! पीला दिखने वाला हर घी देशी नहीं होता

Pure Ghee VS Adulterated Ghee: अगर आप देसी घी खाने के शौकीन हैं या अपनी हैल्थ को लेकर देसी घी प्रयोग में लाते हैं तो आपको असली और नकली की भी पहचान होनी चाहिए और (Desi Ghee) अगर पहचान नहीं है तो बाजार से लेकर खाने वाले घी संभलकर खाएं क्योंकि बाजारू देसी घी में ज्यादातर स्टार्च, एसेंस और रिफाइन, यहां तक कि वनस्पति घी भी मिलाया जाता है और बाजार से लेकर खाते भी हैं उनकी असली और नकली की पहचान कैसे करें, इसके बारे में भी आपको सही जानकारी होना लाजिमी है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि खाने-पीने की चीजों में सबसे ज्यादा मिलावट का खेल चलता है।

असल में देश में डेयरी प्रोडक्ट के रूप में सबसे ज्यादा देसी घी (Desi Ghee) का इस्तेमाल होता है। खाने में स्वाद बढ़ाने या किसी बीमारी में दवा के रूप देसी घी का प्रयोग किया जाता है। इसी का फायदा उठाकर मुनाफा खोर देशी घी में मिलावट करते हैं। मिलावट भी ऐसी करते हैं कि मिलावट के बाद भी घी रंग से पीला दिखाई देता है। तभी तो आपको ये बताया जा रहा है कि पीला दिखने वाला हर घी देसी नहीं होता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि देशी घी में क्या मिलाया जाता है और कैसे मिनटों में असली और नकली देशी घी की पहचान कर सकते हैं।

ऐसे करें पहचान | Desi Ghee

अगर आप हर रोज अपनी डाइट में देसी घी उपयोग करते हैं तो आपको पता ही होगा कि घी असली है या नकली। क्योंकि हर रोज खाने वाले को यह आमतौर पर पता ही होता है। अगर असली देसी घी की पहचान नहीं भी है तो देसी घी पहचानने के कई तरीके हैं, जिनको अपनाकर आप असली और नकली देसी घी की पहचान कर सकते हैं। इसके लिए कुछ वैज्ञानिक तरीके भी हैं, जिसको प्रयोग में लाकर बड़ी आसानी से देसी घी की पहचान की जा सकती है।

देसी घी की पहचान करने के लिए सबसे पहले आप एक कांच की कटोरी में बाजार से खरीदा हुआ घी लें। फिर घर में प्रयोग होने वाले सफेद रंग के टॉयलेट क्लीनर को मिलाएं, जिसमें आवश्यक रूप ये हाइड्रोक्लोरिक एसिड होना चाहएि। इसमें चार से पांच दाने चीनी के डालें और मिलाएं। अगर पूरे लिक्विड का रंग पीला दिखाई दे तो समझ जाएं कि कांच की कटोरी में रखे देसी घी में मिलावट है और अगर घी और एचसीएल लिक्विड दोनों अलग-अलग दिखाई दें तो समझ लें कि यह घी पूरी तरह से शुद्ध है। Desi Ghee

दूसरा तरीका है कि एक चम्मच में बाजार से खरीदे हुए घी को लें और फिर इसमें आयोडीन टीचर को मिलाएं, अगर घी का रंग नीला हो जाता है तो इसमें स्टार्च की मिलावट है। अगर घी का रंग नहीं बदलता है तो यह शुद्ध है।

हथेली पर रखकर देखें | Desi Ghee

घर पर पाम टेस्ट करके आप आसानी से असली और नकली घी का पता लगा सकते हैं। इसके लिए 1 चम्मच घी निकलाकर हथेलियों पर रख लें। अगर घी असली होगा तो जल्दी पिघलना शुरू हो जाएगा। वहीं नकली घी हाथों पर रखने के बावजूद देर तक जमा रहेगा।

सामान्यता घी 27 डिग्री सेंटीग्रेड पर पूरी तरीके से पिघल जाता है, लेकिन अगर घी में रिफाइंड या डालडा की मिलावट होती है तो यह 40 डिग्री तापमान पर भी पूरी तरीके से नहीं पिघलता है। बाजार में एसेंस मिलाकर इस घी को देसी घी के नाम पर बेचा जाता है। इसलिए जब भी घी खरीदें तो इसको गर्म करके देखें। अगर यह घी जल्दी पिघलने लगे तो यह शुद्ध है, जबकि मिलावट वाला घी जल्दी नहीं पिघलता है। एक और तरीक से शुद्ध घी की पहचान करने के लिए उसकी कुछ बूंदे हथेली पर डालें और इसको तेजी से रगड़े। अगर घी में सुगंध आनी बंद हो जाए तो समझ लें यह मिलावट वाला भी घी है।

गौरतलब है कि खाद्य एवं औषधि विभाग की टीम द्वारा हर त्यौहार पर छापेमारी की जाती है और मिलावट के कुछ मामलों से तो पर्दा उठाया जाता है लेकिन फिर भी मिलावटी वस्तुओं का कारोबार रोके नहीं रुक रहा है। बड़े पैमाने पर मिलावट खोर सक्रिय हैं। बता दें कि देसी घी में मिलावट करने वाले स्टार्च, एसेंस और रिफाइन के साथ-साथ वनस्पति घी भी मिलाते हैं।