”राष्ट्रहित मोदी के लिए सर्वोपरि, किसी के दबाव में नहीं लिया जाएगा कोई फैसला”
Ranbir Gangwa US Tariff: नई दिल्ली। अमेरिका द्वारा भारतीय निर्यात पर 25 प्रतिशत टैरिफ और जुर्माना लगाने की घोषणा पर भारत के राजनीतिक दलों की तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। सभी दलों ने एक स्वर में कहा है कि भारत अपनी नीतियां स्वतंत्र रूप से तय करता है और किसी भी बाहरी दबाव को स्वीकार नहीं करेगा। US tariff on India
हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री रणबीर गंगवा ने स्पष्ट रूप से कहा कि आज का भारत आत्मनिर्भर और निर्णायक है। उन्होंने कहा, “यह नया भारत है, जो केवल राष्ट्रहित में ही निर्णय लेता है। रूस से तेल या हथियार खरीदने का मामला हो या कोई अन्य—मोदी सरकार किसी भी विदेशी दबाव में नहीं आएगी।” गंगवा ने यह भी कहा कि भारत हर निर्णय राष्ट्रीय जरूरतों और सुरक्षा को ध्यान में रखकर लेता है।
जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने भी अमेरिका की नीति की आलोचना करते हुए कहा, “हमारी ताकत 140 करोड़ देशवासियों का परिश्रम है। भारत ऐतिहासिक रूप से गुटनिरपेक्ष रहा है और उसने हमेशा साम्राज्यवाद के विरुद्ध खड़े होकर संघर्ष किया है। अमेरिका के टैरिफ से हम डरने वाले नहीं हैं, हम इसका सामना करेंगे।”
भारत सरकार सभी आवश्यक कदम उठाएगी
भारत सरकार ने अमेरिका के इस निर्णय पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि वह अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगी, जैसा कि उसने ब्रिटेन सहित अन्य देशों के साथ हुए व्यापारिक समझौतों में भी किया है। अमेरिकी टैरिफ एक अगस्त से प्रभावी होंगे।
अर्थशास्त्रियों की राय में भी यह कदम अप्रत्याशित नहीं है। वरिष्ठ अर्थशास्त्री त्रिन्ह गुयेन ने सोशल मीडिया पर लिखा, “यह टैरिफ आश्चर्यजनक नहीं हैं। भारत के पास बातचीत का विकल्प खुला है। यह अंतिम निर्णय नहीं है, आगे परिस्थितियों में बदलाव संभव है।” उन्होंने यह भी कहा कि भारत कूटनीतिक स्तर पर वार्ता के जरिए समाधान निकाल सकता है। अमेरिका द्वारा टैरिफ के साथ-साथ बातचीत की संभावना जताने से यह संकेत भी मिल रहा है कि द्विपक्षीय संबंधों में अभी भी संतुलन की गुंजाइश बाकी है। US tariff on India
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