रणथंभौर में दो घायल, वन विभाग की सतर्कता पर उठे सवाल
Tiger Attack in Ranthambore: जयपुर। राजस्थान के रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान के फलोदी रेंज में शुक्रवार को एक बाघ ने दो लोगों पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया। यह घटना उस समय घटी जब कैलाशपुरी तालाब के पास स्थित एनीकट पर पानी पी रहे बाघ को देखने के लिए स्थानीय लोग बड़ी संख्या में एकत्र हो गए थे। कुछ लोग तो बाघ के साथ सेल्फी लेने का प्रयास भी कर रहे थे। Ranthambore News Today
घायल होने वालों में कृषि विभाग के एक अधिकारी और एक होमगार्ड जवान शामिल हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार, सवाई माधोपुर के निवासी वरिष्ठ कृषि पर्यवेक्षक सीताराम सैनी पास के डुमोडा गांव में एक खेत का निरीक्षण कर लौट रहे थे। तालाब के पास भीड़ देखकर वे भी बाघ को देखने रुक गए, तभी अचानक बाघ ने उन पर झपट्टा मार दिया। इस हमले में उनके पैर में गंभीर चोटें आईं।
होमगार्ड ने बचाने का प्रयास किया | Ranthambore News Today
भीड़ में मौजूद होमगार्ड बाबूलाल ने सैनी को बचाने का प्रयास किया, लेकिन बाघ ने उस पर भी हमला कर दिया और अपने पंजों से उसके चेहरे पर प्रहार किया। बाद में वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और दोनों घायलों को उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। Ranthambore News Today
गौरतलब है कि कैलाशपुरी एनीकट के आसपास पिछले कुछ महीनों से बाघ की नियमित गतिविधियाँ देखी जा रही हैं। इसके बावजूद कई स्थानीय लोग जान की परवाह किए बिना बाघ के समीप जाकर तस्वीरें और वीडियो लेने का प्रयास करते हैं। वन विभाग द्वारा अभी तक ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि जिस सुबह यह हमला हुआ, उसी दिन एक व्यक्ति बाघ के बेहद पास जाकर सेल्फी लेता भी देखा गया था।
फलोदी क्षेत्र के सहायक वन संरक्षक (एसीएफ) योगेश कुमार ने बताया कि हमले में शामिल बाघ की पहचान की जा रही है। प्राथमिक जानकारी के अनुसार, बाघिन टी-8 या टी-108 में से कोई एक इस क्षेत्र में अक्सर आती-जाती रही है। संभव है कि लगातार हो रहे मानवीय हस्तक्षेप से बाघिन आक्रामक हो गई हो। वन विभाग ने एक बार फिर स्थानीय निवासियों और पर्यटकों से आग्रह किया है कि वे बाघों और अन्य वन्यजीवों से उचित दूरी बनाए रखें और सुरक्षा निर्देशों का पालन करें।
यह हमला पिछले दो माह में इस क्षेत्र में बाघ द्वारा किया गया तीसरा गंभीर हमला है। हाल ही में सोमवार सुबह, ऐतिहासिक रणथंभौर किले के भीतर एक बाघ ने 60 वर्षीय पुजारी राधेश्याम सैनी पर हमला कर उनकी जान ले ली थी। वे पिछले बीस वर्षों से किले के जैन मंदिर में सेवा कर रहे थे। Ranthambore News Today