कैथल जिले के करीब 11 हजार किसानो ने 89 हजार एकड़ फसल का ई क्षतिपूर्ति पोर्टल पर करवाया पंजीकरण

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Kaithal News: गुहला क्षेत्र में फसलो में खड़ा पानी

घग्गर के साथ लगते गुहला क्षेत्र में सबसे ज्यादा तो राजौंद में सबसे कम हुआ पंजीकरण

  • 22 जिलों के 5.20 लाख किसानों ने 30.59 लाख एकड़ जमीन पर फसल नुकसान और खराब होने की जानकारी दर्ज

कैथल (सच कहूँ/कुलदीप नैन)। Kshatipurti Portal: हरियाणा के ज्‍यादातर हिस्‍सों में इस साल जमकर मॉनसून में बारिश हुई और कुछ जगहों पर सामान्‍य से ज्‍यादा बारिश दर्ज की गई और उन इलाकों में बाढ़ जैसे हालात भी बने, जिससे फसलों को भारी नुकसान पहुंचा। हरियाणा सरकार ने बारिश से खराब हुई फसलो की शिकायत दर्ज करवाने के लिए ई क्षतिपूर्ति पोर्टल खोला और सभी जिलो से किसानो ने पोर्टल पर फसल खराब होने की शिकायत दर्ज करवाई।

पोर्टल पर पंजीकरण की अंतिम तारीख 17 सितंबर थी, जिसके चलते किसान आखिरी समय तक दावा दर्ज कराते रहे। ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, 22 जिलों के 5.20 लाख किसानों ने 30.59 लाख एकड़ जमीन पर फसल नुकसान और खराब होने की जानकारी दर्ज कराई है।

गुहला में सबसे ज्यादा नुकसान | Kaithal News

कैथल जिले में 10988 किसानो ने 89,433 एकड़ फसल खराब का ई क्षतिपूर्ति पोर्टल पर पंजीकरण करवाया। जिले में सबसे ज्यादा नुकसान की रिपोर्ट गुहला खंड से प्राप्त हुई है। यहाँ के 4983 किसानो ने 38,983 एकड़ फसल खराबे का पंजीकरण करवाया है। यहाँ के 10 गाँवों तो ऐसे है जिनमे प्रत्येक गाँव की 800 एकड़ से ज्यादा के नुकसान की रिपोर्ट प्राप्त हुई है। इनमे भागल, बलबेहडा, बोपुर, रत्ताखेड़ा, मैंगड, भुना, लदाना, भुसला, भाटिया, पीडल शामिल है।

इसके अलावा कैथल खंड मे नौच धनौरी और जाखौली गाँव सबसे प्रभावित हुए इनमे एक हजार एकड़ से लेकर 1400 एकड़ तक फसल खराबे की शिकायत पोर्टल पर प्राप्त हुई है। सबसे कम नुकसान की रिपोर्ट राजौंद खंड से आई है। यहाँ 296 किसानो ने 2717 एकड़ फसल खराबे का पंजीकरण करवाया है। बता दे कि गुहला क्षेत्र के गाँवों में 8 से 10 दिन तक बड़ी मात्रा में पानी खड़ा रहा जिससे वहां धान, सब्जिया, पशुचारा सब खराब हो गया यहाँ कई गाँव तो ऐसे थे जिनमे चार से पांच फुट पानी भी हो गया था।

पटवारी करेगे दावो की जाँच

अब राजस्व विभाग ने दावों की बहुस्तरीय जांच शुरू कर दी है. पहले चरण में पटवारी फसल नुकसान के दावों की जांच कर रहे हैं. इसके बाद कानूनगो, सर्कल रेवेन्यू ऑफिसर, नायब तहसीलदार और तहसीलदार दोबारा जांच करेंगे | सरकार ने 25 सितंबर तक पूरे सत्यापन की समयसीमा तय की है. राजस्व विभाग ने किसानों से अपील की है कि वे जांच के दौरान अधिकारियों का सहयोग करें। Kaithal News

सबसे ज्‍यादा आंकड़े भिवानी से प्राप्त हुए

पोर्टल पर उपलब्‍ध आंकड़ों के मुताबिक, फसल नुकसान के मामले में जिले-वार आंकड़ों में भिवानी सबसे आगे रहा, जहां 78,836 किसानों ने 4,65,250 एकड़ जमीन पर फसल नुकसान रिपोर्ट किया. हिसार में 77,385 किसानों ने 4,66,235 एकड़ पर नुकसान दर्ज कराया. महेंद्रगढ़ में 68,945 किसानों ने 2,92,641 एकड़ जमीन प्रभावित होने की बात कही. सिरसा में 38,774 किसानों ने 2,59,928 एकड़ पर नुकसान की जानकारी दी।

कैथल जिले का ई क्षतिपूर्ति पर दर्ज रिकॉर्ड

खंड गाँव किसान एकड़

  • गुहला 90 4983 38983
  • कैथल 66 1896 16188
  • सीवन 22 1336 10707
  • पूंडरी 27 1121 8900
  • कलायत 28 1090 8277
  • ढांड 24 447 3657
  • राजौंद 16 296 2717
  • कुल 273 10988 89433

गुहला चीका में सबसे ज्यादा प्रभावित गाँव | Kaithal News

गाँव एकड़

  • भागल 3700
  • बलबेहडा 1891
  • बोपुर 1575
  • रत्ताखेड़ा 1540
  • मैंगडा 1024
  • भुना 963
  • लदाना 865
  • भुसला 842
  • भाटिया 835
  • पीडल 828

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