
34वां याद-ए-मुर्शिद परम पिता शाह सतनाम जी महाराज फ्री आई कैंप
- रविवार तक 182 मरीजों के सफल ऑपरेशन, हजारों की आंखों में जगी नई उम्मीद
- तीसरे दिन तक 12,278 मरीजों की आंखों की जांच, 281 मरीजों का चयन ऑपरेशन के लिए
- 2,628 मरीजों को नि:शुल्क चश्मा, 6,709 मरीजों को दवाइयां वितरित
सरसा (सच कहूँ/सुनील वर्मा)। 34th Yaad-e-Murshid’ Free Mega Eye Camp: शाह सतनाम-शाह मस्ताना जी धाम डेरा सच्चा सौदा सरसा में आयोजित चार दिवसीय 34वें याद-ए-मुर्शिद परम पिता शाह सतनाम जी महाराज फ्री आई कैंप ने नेत्र रोगियों के जीवन में नया उजियारा भर दिया है। रविवार तक 182 मरीजों के सफल ऑपरेशन किए जा चुके हैं। जब ऑपरेशन के बाद आंखों की पट्टियां हटाई गर्इं, तो मरीजों की आंखों में चमक और चेहरों पर खुशी साफ झलक रही थी।
कई मरीज और उनके परिजन भावुक होकर डेरा सच्चा सौदा व पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां का हृदय से धन्यवाद कर रहे थे। तीसरे दिन रविवार तक कुल 12,278 मरीजों की आंखों की जांच हो चुकी थी, जिनमें 5,233 पुरुष और 7,045 महिलाएं शामिल थीं। इनमें से 281 मरीज आॅपरेशन के लिए चयनित हुए, जिनमें 270 सफेद मोतिया और 11 काला मोतिया के मरीज शामिल थे।
कैंप के तहत अब तक 2,628 मरीजों को नि:शुल्क चश्में और 6,709 मरीजों को दवाइयां वितरित की जा चुकी हैं। देश के विभिन्न राज्यों के मेडिकल कॉलेजों से आए 103 चिकित्सक मरीजों को निशुल्क सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। पहले दिन ऑपरेशन करवाने वाले 101 मरीजों को रविवार को अस्पताल से छुट्टी दी गई। जब मरीज अस्पताल
से डिस्चार्ज होकर घर लौट रहे थे, तो वे सेवादारों को आशीष दे रहे थे। यह कैंप केवल इलाज तक सीमित नहीं है, बल्कि जरूरतमंदों के लिए नई जिंदगी की उम्मीद और खुशियों का बड़ा संदेश बन चुका है। शाह सतनाम जी स्पेशलिटी अस्पताल के अत्याधुनिक आॅपरेशन थिएटरों में डॉ. मोनिका गर्ग इन्सां, डॉ. गीतिका इन्सां, शाह सतनाम जी सार्वजनिक अस्पताल श्री गुरुसरमोड़िया से डॉ. ललित और चंडीगढ़ से आए वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. अवनीश गुप्ता अपनी टीम के साथ ऑपरेशन कर रहे हैं। वहीं कैंप परिसर में शेड के नीचे महिला और पुरुषों के अलग-अलग वार्ड बनाए गए हैं, जहां स्लिट लैंप, विजन टेस्टिंग, आई प्रेशर और अन्य आधुनिक उपकरणों से हर मरीज की बारीकी से नेत्र चिकित्सकों द्वारा जांच की जा रही है।
ऑपरेशन के पश्चात चयनित मरीजों की विभिन्न लैब संबंधी जांच भी नि:शुल्क हो रही थी। आॅपरेशन के बाद मरीजों की देखभाल के लिए अस्पताल के मेडिकल वार्ड में पैरामेडिकल स्टाफ चौबीसों घंटे दवाइयों और अन्य चिकित्सकीय सुविधाओं के साथ तैनात था। मरीजों की सुविधा केवल इलाज तक सीमित नहीं थी। शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर कमेटी के महिला और पुरुष सेवादार भोजन, साफ-सफाई और आवागमन में पूरी निष्ठा से सेवा दे रहे थे। परिजन और मरीज उनकी सेवा को मानवता का जीवंत उदाहरण बता रहे थे। इस मेगा आई कैंप में सेवाएं देने आए विभिन्न मेडिकल कॉलेजों के नेत्र रोग विशेषज्ञ भी व्यवस्था देखकर बहुत प्रभावित हुए और सराहना की। उनका कहना था कि इतना सुव्यवस्थित और बड़े स्तर का आई कैंप गरीब और असहाय लोगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। हर मरीज को सम्मान और सुरक्षा के साथ बेहतर इलाज मिल रहा है। यही इस मेगा आई कैंप की सबसे बड़ी पहचान बन गई है।
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