Weather News:सच कहूँ/संदीप सिंहमार। हिसार। मानसून की सक्रियता व साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनने की वजह से हरियाणा, पंजाब व राजस्थान में आगामी चार दिनों तक हल्के से मध्यम स्तर की बारिश मुश्किल बढ़ा सकती है। पहले से ही बाढ़ पीड़ित राज्यों में बारिश के कारण पानी के बहाव को बनाए गए मिट्टी के कच्चे तटबंध टूटने का खतरा बना रहता है। रविवार को भी हरियाणा, पंजाब व राजस्थान में बिखरी हुई बारिश हुई। चौधरी चरणसिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि मानसून टर्फ जैसलमेर, गुना, दमोह, संबलपुर, गोपालपुर होते हुए उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी तक बना हुआ है।
एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन दक्षिणी राजस्थान पर तथा दूसरा पंजाब पर बने होने से अरब सागर सेमी वाली हवाएं आने से राज्य में मानसून की थोड़ी सक्रियता 11 सितंबर तक बने रहने की संभावना है। इस दौरान 8 सितंबर के दौरान राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में हवाओं व गरज चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ एक स्थानों पर तेज बारिश की संभावना है। परंतु 8 सितंबर से 11 सितंबर के दौरान राज्य के पश्चिमी व दक्षिणी क्षेत्रों में मानसून की गतिविधियों में थोड़ी कमी आने की संभावना है, जिससे इन क्षेत्रों में बीच बीच में आंशिक बादलवाई तथा कहीं-कहीं बूंदाबांदी या हल्की बारिश परंतु उत्तरी हरियाणा के जिलों में बादलवाई व कहीं-कहीं गरजचमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। इस दौरान तापमान में हल्की गिरावट बने रहने की संभावना है।
दक्षिणी राजस्थान के ऊपर बना वेल मार्क लो तीव्र होकर अवदाब में बदल गया है व दक्षिण पश्चिम राजस्थान व आसपास के गुजरात के ऊपर बना हुआ है। इसके असर से पिछले 24 घंटों में दक्षिणी राजस्थान में कहीं-कहीं भारी से अत्यंत भारी बारिश दर्ज हुई है। सर्वाधिक बारिश सांचौर जालौर में 210 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई। रविवार को बजी जालौर, सिरोही, बाड़मेर, बालोतरा, उदयपुर व आसपास के जिलों में 30-40 किलोमीटर तेज हवाओं के साथ कहीं-कहीं भारी से अति भारी बारिश व एक दो स्थानों पर अत्यंत भारी बारिश हुई। शेष कोटा, जयपुर, भरतपुर, अजमेर, बीकानेर संभाग के कुछ भागों में हल्की से मध्यम बारिश हुई। बाड़मेर, जालोर व जैसलमेर जिलों में कहीं-कहीं 8 सितंबर को भी भारी बरसात की संभावना है।