सेवादारों के निष्काम सेवाभाव से गदगद हुए मरीज, बोले- घर से भी सुखद मिल रहा माहौल

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Sirsa सेवादारों के निष्काम सेवाभाव से गदगद हुए मरीज, बोले- घर से भी सुखद मिल रहा माहौल

सरसा सच कहूँ/राजेश बैनीवाल। चार बुजुर्ग बैठकर बातें कर रहे थे और चारों ही अलग अलग जगहों से आए हुए थे। उन्हें देखकर ऐसा लग रहा था जैसे एक ही परिवार के हों। बोली कोई हरियाणवी तो कोई हिन्दी तो कोई बागड़ी बोल रहे थे। इसी बीच दिल्ली से आए चांद सिंह बता रहा था कि मेरी एक आंख में कोई परेशानी हो गई थी। कई अस्पतालों में भी गया लेकिन विश्वास नहीं हुआ कि मेरी आंख का ईलाज सही से करेंगे या नहीं। एक घटना का जिक्र करते हुए चांद सिंह बताने लगे कि एक बार मैं एक अस्पताल में चला गया वहां एक बुजुर्ग को बैड पर बैठे देखा उसने पूछने पर बताया कि यहां आॅप्रेशन करवाया था तो डॉक्टर ने गलत कर दिया अब मुझे पहले जैसा भी दिखाई नहीं दे रहा। इस बात से डरकर मैं चुपचाप घर चला आया। अब मुझे किसी सेवादार ने बताया कि सरसा स्थित शाह सतनाम जी स्पैशलिटी अस्पताल में नि:शुल्क आॅप्रेशन किया जा रहा है तो मैं अपने पुत्र को लेकर यहां आ गया। कल मेरा आॅप्रेशन हो जाएगा।

वहीं जय भगवान सिंह और रामधन इन्सां (74 वर्षीय) बैठे हुए थे, ये दोनों एक ही गांव समालखां ब्लॉक (पानीपत) से आए थे। बताने लगे कि यहां की सेवा-सुश्रुषा देखने लायक है। इधर के सेवादार बिन मांगे ही सब सेवा करते हुए घूम रहे हैं हमारा तो मन कर रहा है कि हम तो यहीं रह जाएं। एक बार तो घर वाले भी मना कर देते हैं लेकिन ये सेवादार तो दिन में तीन बार खाना, दूध, चाय-पानी का पता ही नहीं कितनी बार पिला रहे हैं।

चार साल पहले यहीं पर बनी थी एक आंख

ब्लॉक हांसी जिला हिसार से आए कृष्ण लाल ने बताया कि मैं डेरा सच्चा सौदा में 4 साल पहले 2021 में लगे कैंप में भी आया था उस समय मेरी एक आंख का आॅप्रेशन हुआ था जिससे बिल्कुल सही दिख रहा है। और अब दूसरी आंख का आॅप्रेशन मुफ्त हो जाएगा।

सेवादार निभा रहे हैं दिल से सेवा

आॅप्रेशन होने वाले लोगों के शिविर में सेवाकार्य में जुटे अलवर से आए सेवादार केशव इन्सां व अरविंद इन्सां चाय पानी की सेवा में लगे हुए थे। उन्होंने बताया कि हम हर सेवा कार्य में एक-दो माह मेें आते रहते हैं अब शिविर में हमारी ड्यूटी लगी है तो हमारे लिए तो सबसे बड़ी सेवा है। फेफाना ब्लॉक के सेवादार देवेंद्र इन्सां, भोगरान निवासी गुरुदत्त व अजय इन्सां 10 दिसंबर को सेवाकार्य के लिए डेरा सच्चा सौदा पहुंंच गए और मरीजों की सार संभाल इधर-उधर लाने ले जाने में अपनी सेवा निभा रहे हैं। उनका कहना है कि विभिन्न जगहों और अलग-अलग स्वभाव के लोगों से मिलना हो रहा है। बीमार लोगों का कहना है कि हमने ऐसी सेवा कहीं भी नहीं देखी हमें ऐसा लग भी नहीं रहा कि हम यहां पर ईलाज करवाने आए हैं।

महिला-पुरुषों के लिए बनाए अलग-अलग वार्ड

आॅपरेशन के बाद मरीजों की सुविधा के लिए शाह सतनाम जी स्पेशलिटी अस्पताल में ही महिला व पुरुषों के लिए अलग-अलग मेडिकल वार्ड बनाए गए हैं। जहां पैरामेडिकल स्टाफ दवाइयों सहित सभी आवश्यक चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध करवा रहा है। वहीं शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर कमेटी के महिला व पुरुष सेवादार भोजन व्यवस्था, साफ-सफाई और आवागमन में मरीजों की नि:स्वार्थ सेवा कर रहे हैं। मरीजों के साथ आए परिजनों ने सेवादारों की सेवा भावना की सराहना करते हुए इसे मानवता का सच्चा उदाहरण बताया। कैंप में सेवाएं देने पहुंचे विभिन्न मेडिकल कॉलेजों के नेत्र रोग विशेषज्ञों ने भी व्यवस्थाओं की प्रशंसा करते हुए इसे जरूरतमंद व असहाय लोगों के लिए वरदान बताया।

मरीजों के लिए लग्जरी परिवहन सुविधा

34वें याद-ए-मुर्शिद परम पिता शाह सतनाम जी महाराज फ्री आई कैंप में आने वाले मरीजों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए डेरा सच्चा सौदा की ओर से व्यापक और बेहतर व्यवस्थाएं की गई हैं। कैंप में पहुंचने से लेकर ठहरने, भोजन, जांच और उपचार तक हर स्तर पर मरीजों का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। आॅपरेशन के लिए चयनित मरीजों को शाह सतनाम जी स्पेशलिटी अस्पताल में बनाए गए मेडिकल वार्डों में भर्ती कराने के लिए लग्जरी परिवहन सुविधा उपलब्ध कराई गई है। सेवादार मरीजों को सम्मान पूर्वक वाहन में बैठाकर अस्पताल तक पहुंचा रहे हैं। इन व्यवस्थाओं से मरीजों और उनके परिजनों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो रही और वे निश्चिंत होकर उपचार का लाभ उठा रहे हैं।