New Year 2026: अनु सैनी।नई दिल्ली। भारत के कर्मचारियों के लिए साल 2026 खुशखबरी लेकर आने वाला है। वैश्विक प्रोफेशनल सर्विस फर्म AON (एऑन) की ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक, देश में अगले साल कर्मचारियों की औसतन सैलरी में 9 फीसदी की बढ़ोतरी होने की संभावना है। यह वृद्धि 2025 के मुकाबले थोड़ी अधिक है, जब औसत सैलरी ग्रोथ 8.9% दर्ज की गई थी। यह रिपोर्ट “Salary Growth and Turnover Survey 2025-26” पर आधारित है, जिसमें 45 उद्योगों की 1,060 से अधिक कंपनियों के डेटा का विश्लेषण किया गया है।
रियल एस्टेट और NBFC सेक्टर में सबसे ज्यादा वेतन वृद्धि | New Year 2026
रिपोर्ट के अनुसार, आने वाला साल रियल एस्टेट, इंफ्रास्ट्रक्चर और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFC) के कर्मचारियों के लिए शानदार रहने वाला है।रियल एस्टेट/इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में औसतन 10.9% NBFC सेक्टर में लगभग 10%* तक सैलरी बढ़ने की संभावना जताई गई है।
वहीं टेक्नोलॉजी और सर्विस सेक्टर में यह वृद्धि सबसे कम 6.8% रहने का अनुमान है। हालांकि, टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म और प्रोडक्ट बेस्ड कंपनियों में सैलरी 9.4%, जबकि ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स (GCCs) में 9.5% तक बढ़ सकती है।
मजबूत घरेलू मांग से स्थिर रही भारतीय अर्थव्यवस्था
रिपोर्ट में कहा गया है कि वैश्विक आर्थिक चुनौतियों के बावजूद भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत घरेलू मांग, बढ़ते निवेश और नीतिगत सुधारों के चलते स्थिर बनी हुई है। भारत अब उन गिने-चुने देशों में शामिल है जहां लगातार दो वर्षों से सैलरी ग्रोथ लगभग 9 फीसदी के आसपास बनी हुई है। यह आंकड़ा भारत की रोजगार स्थिरता और कंपनियों की वित्तीय मजबूती का संकेत देता है।
ऑटोमोबाइल, रिटेल और लाइफ साइंसेज सेक्टर में भी उम्मीदें बढ़ीं
सैलरी ग्रोथ का फायदा सिर्फ बड़े सेक्टर्स तक सीमित नहीं रहेगा। एऑन की रिपोर्ट बताती है कि 2026 में ऑटोमोबाइल, इंजीनियरिंग डिजाइन, रिटेल और लाइफ साइंसेज जैसे सेक्टर्स में भी वेतन वृद्धि की दर मजबूत रहने की उम्मीद है। इन क्षेत्रों में लगातार निवेश बढ़ रहा है, जिससे कंपनियों में नई भर्तियां और कर्मचारियों की ग्रोथ के अवसर पैदा हो रहे हैं। यह ट्रेंड इस बात का संकेत है कि भारत की आर्थिक प्रगति अब हर सेक्टर तक पहुंच रही है।
एऑन इंडिया के अनुसार भारत की ग्रोथ स्टोरी अभी जारी है
AON इंडिया के टैलेंट सॉल्यूशंस पार्टनर रूपांक चौधरी ने कहा कि “भारत की विकास यात्रा अभी भी मजबूत है। इंफ्रास्ट्रक्चर निवेश, नीतिगत समर्थन और घरेलू मांग ने इसे वैश्विक अस्थिरता के बीच भी संतुलित बनाए रखा है।” उन्होंने बताया कि अब कंपनियां कर्मचारियों को लंबे समय तक जोड़े रखने के लिए स्किल डेवलपमेंट और ट्रेनिंग प्रोग्राम्स में भारी निवेश कर रही हैं। इसका असर यह हो रहा है कि टैलेंट रिटेंशन रेट लगातार बेहतर हो रहा है।
कर्मचारियों के नौकरी छोड़ने की दर में आई गिरावट
रिपोर्ट में एक महत्वपूर्ण तथ्य यह भी सामने आया है कि कर्मचारियों के नौकरी छोड़ने की दर (टर्नओवर रेट) में लगातार गिरावट आई है।
2023 में यह दर 18.7% थी
2024 में घटकर 17.7%
2025 में और कम होकर 17.1% पर पहुंच गई
यह ट्रेंड दर्शाता है कि कर्मचारी अब अपने संगठनों में ज्यादा स्थिर और संतुष्ट महसूस कर रहे हैं। कंपनियां उन्हें बनाए रखने के लिए बेहतर करियर ग्रोथ, लचीले कार्य घंटे और परफॉर्मेंस बोनस जैसी सुविधाएं दे रही हैं।
कंपनियां बना रहीं हैं भविष्य के लिए मजबूत टैलेंट पाइपलाइन
एऑन की रिपोर्ट में कहा गया है कि जैसे-जैसे भारत का वर्कफोर्स ज्यादा संगठित और स्किल्ड होता जा रहा है, कंपनियां अब नए टैलेंट, ट्रेनिंग और स्किल अपग्रेडेशन में निवेश कर रही हैं। इससे न सिर्फ कर्मचारियों की उत्पादकता बढ़ेगी, बल्कि भविष्य की व्यावसायिक जरूरतों के लिए एक लचीली और मजबूत टैलेंट पाइपलाइन भी तैयार होगी। कंपनियों का यह कदम भारत को लंबे समय तक आर्थिक रूप से स्थिर बनाए रखने में मदद करेगा।
वैश्विक मंदी के बीच भारत ने दिखाई मजबूती
जब कई देश आर्थिक मंदी और महंगाई की मार झेल रहे हैं, वहीं भारत में रोजगार के अवसर लगातार बढ़ रहे हैं। यहां न केवल नई नौकरियां पैदा हो रही हैं, बल्कि कंपनियां कर्मचारियों को बनाए रखने के लिए वेतन वृद्धि पर भी जोर दे रही हैं। यही कारण है कि भारत का जॉब मार्केट अब वैश्विक स्तर पर सबसे लचीला और तेज़ी से बढ़ता हुआ बाजार बन गया है।
2026 बना रहेगा उम्मीदों का साल
रिपोर्ट के निष्कर्ष में कहा गया है कि 2026 भारत के कर्मचारियों के लिए उम्मीदों और अवसरों से भरा साल साबित होगा। एक ओर जहां औसतन 9% सैलरी ग्रोथ की संभावना है, वहीं दूसरी ओर कंपनियों में स्थिरता और कर्मचारियों की करियर ग्रोथ के नए रास्ते खुल रहे हैं। रियल एस्टेट, NBFC, टेक्नोलॉजी और मैन्युफैक्चरिंग जैसे सेक्टर्स में तेजी से विस्तार के संकेत मिल रहे हैं, जिससे भारत का जॉब मार्केट आने वाले समय में और भी मजबूत होगा।
भारत के कर्मचारियों के लिए उज्जवल भविष्य
कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि भारत की अर्थव्यवस्था का लचीलापन, नीतिगत सुधार और निवेश में निरंतर वृद्धि देश के कर्मचारियों के लिए एक उज्जवल भविष्य की दिशा दिखा रही है। 2026 न केवल सैलरी ग्रोथ के लिहाज से खास रहेगा, बल्कि यह भारत को दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते रोजगार बाजारों में शीर्ष स्थान दिला सकता है।















