ना धूप का डर, ना भूख की फिक्र! करते हैं बस अपने सतगुरु की रहमत का जिक्र!

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Budharwali: सेवादारों का जज्बा काबिले तारीफ

बुधरवाली (सच कहूँ न्यूज)। समाज हित, समाज भलाई के लिए डेरा सच्चा सौदा पूरी दुनिया में विख्यात है। पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम (Gurmeet Ram Rahim Ji) सिंह जी के पावन सान्निध्य में डेरा सच्चा सौदा द्वारा 162 मानवता भलाई के कार्यों को अंजाम दिया जा रहा है। इन्हीं कार्यों के कारण डेरा सच्चा सौदा व उसके अनुयायी नित चर्चा में भी रहते हैं। क्योंकि डेरा सच्चा सौदा के श्रद्धालु इंसानियत की भलाई के लिए बस मौका तलाशते हैं कि कब वे मानवता भलाई के कार्य कर सकते हैं। यह जज्बा देश ही नहीं विदेशों में भी बना हुआ है। Rajasthan News

इन्हीं कार्यों की लड़ी के तहत एमएसजी डेरा सच्चा सौदा और मानवता भलाई केंद्र, मौजपुर धाम, बुधरवाली (डेरा सच्चा सौदा) Maujpur Dham, Budharwali में आलू खुदाई सेवा की जा रही है, जिसमें सेवादारों का जज्बा काबिले तारीफ है जिन्हें ना धूप का डर, ना भूख की फिक्र! ये तो बस सेवा के दौरान करते हैं अपने सतगुरु की रहमत का जिक्र! इस अवसर पर जिम्मेदार सेवादार बंता सिंह इन्सां, मानक सिंह इन्सां, सेवादार राज कुमार इन्सां, सेवादार नवजोत सिंह इन्सां भी उपस्थित थे। गौरतलब है कि हर सप्ताह दूर-दराज से डेरा श्रद्धालु सेवा कार्य के लिए दरबार में पहुंचते हैं। Budharwali

सेवा करो, सुमिरन करो तो बुरे विचार रूक जाएंगे: पूज्य गुरू जी

पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि इन्सान जब तक अपने अत:करण को पाक-पवित्र नहीं करता, तब तक मालिक की तमाम खुशियां उसके अंदर नहीं ठहरती। अपने अंदर के विचारों का शुद्धीकरण करो। विचारों को शुद्ध करने के लिए एक मात्र तरीका है सेवा और सुमिरन। पूज्य गुरु जी फरमाते हैं कि सेवा करो, सुमिरन करो तो बुरे विचार, नेग्टिव विचार रुक जाएंगे।

सेवा, सुमिरन से ऐसा आत्मविश्वास आएगा कि आपका ध्यान मालिक की याद में लगने लगेगा, आप आत्म विश्वास से परिपूर्ण होंगे और कोई भी अच्छा-नेक कार्य करते हैं तो उसमें झिझक नहीं आएगी। आप हिम्मत से आगे बढ़ते जाएंगे। नेग्टिव थिंकिंग खत्म होगी और पॉजिटिव थिंकिंग बढ़ती जाएगी। पूज्य गुरु जी फरमाते हैं कि वचन सुनकर अमल करने से जन्मों-जन्मों के पाप कर्म कट जाते हैं और इस जन्म के गम, दु:ख, दर्द, चिंताएं, परेशानियां दूर हो जाया करती हैं। इसलिए संतों के वचन सुनो और अमल करो। Rajasthan News

पूज्य गुरु जी फरमाते हैं कि संत क्या कहते हैं? ईश्वर के नाम का जाप करो। ईश्वर की बनाई सृष्टि से नि:स्वार्थ भावना से प्यार करें, कभी भी किसी भी जीव का दिल न दुखाओ, किसी पर टोंट न कसो, जात-पात का भेदभाव न करो, कड़वा न बोलो। आप जी फरमाते हैं कि सब अपने-अपने कर्मों की खाते हैं। जैसे कर्म आप करेंगे, वैसा फल आपको भोगना होगा। बुरे कर्म करते हो तो आने वाला समय आपके लिए बुरा होगा। बबूल का पेड़ बोने से उस पर आम नहीं लगा करते।

कहने का मतलब जैसे कर्म करोगे वो इसी जन्म में आपको भोगने होंगे और आगे आत्मा को दरगाह में हिसाब-किताब चुकाना होगा। इसलिए हमेशा अच्छे कर्म करो। पूज्य गुरु जी फरमाते हैं कि जिंदगी मिली है कहीं यूं ही न गुजर जाए, इसमें ऐसा कुछ कर डालो कि आपका जीवन एक मिसाल बन जाए कि आने वाली पीढ़ियां उस रोशनी में रास्ता देख कर चलें। वरना पशुओं की तरह आए, खाया-पिया, बच्चे पैदा किये, ऐशो आराम किया और चलते बने। लाखों-करोड़ों आ रहे हैं इस दुनिया में, और जा रहे हैं। आप जी ने फरमाते हैं कि भक्ति करो, भले कर्म करो। Budharwali

आज समाज में माना कि लोग स्वार्थी हैं, गर्ज को ही सलाम् है। गर्ज है तो अपने-अपने रहते हैं, गर्ज नहीं तो अपने पराये हो जाते हैं। ये संसार मतलब का है। ये देश काल का देश, काल की नगरी, स्वार्थी युग, गर्ज का युग है। यहां प्यार ही तब जताएंगे जब कुछ लेना होता है। आप जी ने फरमाते हैं कि ऐसे में भी एक ऐसा है जो कभी आपको नहीं छोड़ेगा, दुतकारेगा नहीं और वो है अल्लाह, वाहेगुरु, सतगुरु, मौला, राम। Rajasthan News

उससे आप प्यार करेंगे, बेगर्ज मोहब्बत, चाहे आप कुछ मांगते भी रहेंगे तो भी वह आपसे मुंह नहीं चुराएगा। मां तो जब बच्चा बड़ा हो जाए तो छोड़ देती है कि, बड़ा हो गया है अपने आप काम करो। पर एक गुरु, मालिक के लिए बच्चा कभी बड़ा होता ही नहीं, पता नहीं दुनिया की दलदल में वह कब फंस जाए, पता नहीं कब फिसल जाए।

इसलिए वो हमेशा उसको अपनी अंगुली पकड़ाकर रखता है और दया, मेहर, रहमत से नवाजता रहता है। इसलिए उस सच्चे भगवान से, अल्लाह, वाहेगुरु, राम से अपनी प्रीत जोड़कर रखो, जो कभी भी हाथ नहीं छोड़ता और दोनों जहानों में खुशियों से मालामाल करता रहता है। Rajasthan News

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