
Uttar Pradesh Railway News: उत्तर प्रदेश के तराई इलाके के लिए रेलवे ने एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। खलीलाबाद से बहराइच तक प्रस्तावित 240 किलोमीटर लंबी नई ब्रॉड गेज रेल लाइन का पूरा भूमि अधिग्रहण कार्य सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना से संत कबीर नगर, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती और बहराइच—इन पांच जिलों की तस्वीर और तकदीर दोनों बदलने वाली हैं। यह परियोजना न केवल रेल कनेक्टिविटी को मजबूत करेगी, बल्कि क्षेत्र के आर्थिक, सामाजिक और पर्यटन विकास को भी नई दिशा देगी।
प्रोजेक्ट का ग्रैंड प्लान: विकास की नई रफ्तार | Uttar Pradesh Railway News
रेलवे की यह नई ब्रॉड गेज लाइन 240 किलोमीटर से अधिक लंबी होगी, जिस पर हजारों करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है। केंद्र सरकार पहले ही इस परियोजना को मंजूरी दे चुकी है और इसे 2026 तक शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है।
इस रूट पर: Uttar Pradesh Railway News
- दर्जनों नए स्टेशन और हाल्ट बनाए जाएंगे
- भिनगा, इकौना और उतरौला जैसे महत्वपूर्ण स्टेशन विकसित होंगे
- कुछ स्थानों पर आधुनिक जंक्शन स्टेशन भी तैयार किए जाएंगे
- इससे यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी और माल ढुलाई भी तेज और सस्ती होगी।
पांच जिलों की चमकी किस्मत
संत कबीर नगर: रेल लाइन की शुरुआत खलीलाबाद से होगी। इससे स्थानीय व्यापारियों और किसानों को बड़े बाजारों तक आसान पहुंच मिलेगी।
सिद्धार्थनगर: डुमरियागंज–बांसी क्षेत्र को मजबूत रेल लिंक मिलेगा, जिससे कृषि उत्पादों और उद्योगों को नई मजबूती मिलेगी।
बलरामपुर: यहां उतरौला जंक्शन बनने से यातायात बढ़ेगा और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
श्रावस्ती: यह जिला पहली बार सीधे रेल नेटवर्क से जुड़ेगा। बौद्ध तीर्थस्थलों के कारण पर्यटन को जबरदस्त बढ़ावा मिलेगा, जिससे स्थानीय लोगों की आमदनी बढ़ेगी।
बहराइच: बहराइच इस पूरे प्रोजेक्ट का अंतिम स्टेशन और मुख्य हब बनेगा, जिससे यह जिला रेल मानचित्र पर एक अहम स्थान हासिल करेगा।
लेटेस्ट अपडेट्स: काम तेज़, उत्साह चरम पर
- सर्वे और भूमि सत्यापन का कार्य 100% पूरा
- बहराइच, श्रावस्ती और बलरामपुर में मुआवजा वितरण पूरा
- कई स्थानों पर पुल और अन्य संरचनाओं का निर्माण शुरू
- ट्रैक बिछाने की मशीनें जल्द साइट पर पहुंचने वाली हैं
- रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी लगातार प्रोजेक्ट की निगरानी कर रहे हैं
तेजी से आगे बढ़ते काम को देखकर स्थानीय लोग काफी उत्साहित हैं और उम्मीद जता रहे हैं कि यह प्रोजेक्ट तय समय से पहले ही पूरा हो सकता है।
तराई क्षेत्र के लिए विकास की रेल पटरी
खलीलाबाद–बहराइच नई रेल लाइन सिर्फ एक ट्रांसपोर्ट प्रोजेक्ट नहीं, बल्कि तराई क्षेत्र के समग्र विकास की रीढ़ साबित होने वाली है। इससे कनेक्टिविटी, व्यापार, रोजगार और पर्यटन—हर क्षेत्र में बड़ा बदलाव आएगा। आने वाले वर्षों में यह रेल लाइन उत्तर प्रदेश के इन जिलों को विकास की मुख्यधारा से मजबूती से जोड़ देगी।














