
Snake: जाखल (तरसेम सिंह) जाखल रेलवे स्टेशन के पास नई बस्ती में मंगलवार को लोगों में उस समय हड़कंप मच गया जब लाेगाें ने सांपों के एक जोड़े को देखाा। इसकी जानकारी तुरंत स्नेक रेस्क्यू अर नवजोत सिंह ढिल्लों को दी। जानकारी मिलने पर नवजोत सिंह ढिल्लों ने जाखल पहुंच कर रेस्क्यू शुरू कर दिया। ढिल्लों ने सांपों की करीब 1 घंटा तक तलाश की तो दोनों सांप भूसे के ढेर में छिपे मिले। बिना समय गंवाए नवजोत ढिल्लों और उनकी टीम ने सावधानीपूर्वक भूसे को हटाया और कड़ी मशक्कत के बाद दोनों सांपों को सुरक्षित रूप से पकड़ा। इसके बाद उन्हें जंगलों में छोड़ दिया गया। ढिल्लों के अनुसार, ये सांप इंडियन रेट स्नेक कहे जाते हैं।
ये‘दमन प्रजाति’ के थे, जिन्हें आम बोलचाल में ‘घोड़ा पछाड़’ भी कहा जाता है। ये बेहद फुर्तीले होते हैं, लेकिन विषहीन होते हैं और इनसे जान का कोई खतरा नहीं होता। फिर भी आमजन को जानकारी के अभाव में भय बना रहता है। नवजोत ढिल्लों ने मौके पर मौजूद लोगों को सांपों के महत्व और उनके व्यवहार के बारे में जागरूक किया, साथ ही यह भी बताया कि ऐसे जीवों को मारना न केवल पर्यावरण के लिए नुकसानदायक है, बल्कि यह वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के अंतर्गत दंडनीय अपराध भी है।