नयी दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि 31 मई तक देश में प्रतिदिन कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ के संक्रमण के एक लाख नमूनों की जांच करने की क्षमता हो जायेगी। डॉ हर्षवर्धन ने अपने संसदीय क्षेत्र चांदनी चौक के 125 आरडब्ल्यूए के पदाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए कोविड-19 को लेकर चर्चा की और उन्हें इससे दहशत नहीं फैलाने की अपील की। उन्होनें लोगों से कहा कि 80 प्रतिशत मामलों में अस्पताल में दाखिल होने की जरूरत नहीं हाेती है और न ही जान का खतरा है। उन्होंने इस दौर में बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के मामले में दिल्ली दूसरे स्थान पर है, इसलिए साधारण सावधानियां बरतना अत्यंत आवश्यक है। कोरोना वायरस का फैलाव दिल्ली में भले ही ज्यादा हो गया है लेकिन यह स्पष्ट करना आवश्यक है कि 80 प्रतिशत मामलों में न तो जान का खतरा होता है और न ही अस्पताल में दाखिल होने की जरूरत है। शेष 20 प्रतिशत मामलों में स्थिति के अनुसार अस्पताल में भर्ती कराए जाने की आवश्यकता होती है। कुल मामलों के मुकाबले केवल तीन प्रतिशत लोग ही दुर्भाग्य से मृत्यु के शिकार होते हैं। इस संक्रमण से बचाव के लिए कुछ साधारण सावधानियां हैं जो कोरोना के खतरे और हमारे बीच दीवार का काम करती हैं।
उन्होंने कहा कि बार-बार अच्छी तरह हाथ धोना, अपनी आंख, कान, मुंह को नहीं छूना और मास्क लगाए रखना कुछ ऐसी सावधानियां हैं जिनसे बचाव होता है। इसके अलावा एक-दूसरे के बीच पर्याप्त दूरी रखने से संक्रमण का फैलाव नहीं हो सकता।
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