UP Railway News: मुजफ्फरनगर (राहुल)। मुजफ्फरनगर जिले की भौगोलिक स्थिति और औद्योगिक पहचान इसे पश्चिमी उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख केंद्र बनाती है। यहाँ से हरियाणा और बिजनौर जैसे पड़ोसी जिलों तक सीधी रेल कनेक्टिविटी की मांग लंबे समय से उठ रही है, लेकिन अभी तक इस दिशा में ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। यदि यह रेल संपर्क स्थापित हो जाता है, तो न केवल आम जनता को यात्रा में सुविधा मिलेगी, बल्कि व्यापार, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में भी क्रांतिकारी बदलाव आएंगे। सपा सांसद ने भी लोकसभा में ये मांग उठाई है।
हरियाणा से कनेक्टिविटी क्यों है जरूरी? UP Railway News
हरियाणा, विशेषकर पानीपत, करनाल, यमुनानगर जैसे शहर, मुजफ्फरनगर के काफी नजदीक हैं, लेकिन यहाँ से इन स्थानों तक सीधे रेल मार्ग की सुविधा नहीं है। मौजूदा समय में यात्रियों को मेरठ, सहारनपुर या दिल्ली होकर लम्बा चक्कर लगाना पड़ता है। इससे समय और पैसे दोनों की बर्बादी होती है। हरियाणा से सीधी रेल लाइन मुजफ्फरनगर के व्यापारियों को भी बड़ा फायदा पहुँचा सकती है, क्योंकि यह क्षेत्र औद्योगिक दृष्टि से समृद्ध है।
बिजनौर से सीधा रेल मार्ग स्थानीय विकास की कुंजी
मुजफ्फरनगर और बिजनौर दोनों ही गन्ना उत्पादक जिले हैं और यहाँ की अर्थव्यवस्था कृषि और चीनी उद्योग पर आधारित है। यदि इन दोनों जिलों को सीधी रेल लाइन से जोड़ा जाए तो किसानों और व्यापारियों को सीधा लाभ होगा। अभी यात्रियों को सहारनपुर या अन्य स्टेशनों पर बदल-बदल कर ट्रेन पकड़नी पड़ती है, जिससे ग्रामीण यात्रियों को काफी असुविधा होती है।
संभावित रेल मार्ग और लाभ
रेलवे मंत्रालय चाहे तो मुजफ्फरनगर से खतौली, मीरापुर होते हुए बिजनौर तक सीधी लाइन बिछा सकता है, या फिर पुरानी प्रस्तावित योजनाओं को दोबारा समीक्षा कर क्रियान्वित किया जा सकता है। इसी तरह, मुजफ्फरनगर से बुढ़ाना होते हुए हरियाणा के पानीपत तक सीधा रेल मार्ग बनाया जा सकता है। इस तरह के संपर्क से न केवल लोगों को आवागमन में राहत मिलेगी, बल्कि क्षेत्रीय रोजगार और निवेश के नए रास्ते भी खुलेंगे।
राजनीतिक इच्छाशक्ति और जन सहयोग जरूरी
रेल संपर्क का यह सपना तभी साकार हो सकता है जब जनप्रतिनिधि इस विषय को गंभीरता से संसद और राज्य स्तर पर उठाएं। साथ ही, स्थानीय लोगों और व्यापार मंडलों को भी इस मुद्दे पर एकजुट होकर अपनी आवाज बुलंद करनी होगी।
मुजफ्फरनगर जैसे विकसित होते जिले को अगर सही ढंग से रेल नेटवर्क से जोड़ा जाए तो यह पूरा क्षेत्र सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से एक नया मुकाम हासिल कर सकता है। हरियाणा और बिजनौर से सीधी रेल कनेक्टिविटी इस दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो सकती है। अगर आप चाहें तो मैं इस लेख का संक्षिप्त संस्करण, प्रेस विज्ञप्ति, या हिंदी और अंग्रेजी दोनों में ट्रांसलेशन भी तैयार कर सकता हूँ।