Haryana: ये प्रोजेक्ट हरियाणा के इस शहर की बदल देगा किस्मत, पंजाब, राजस्थान के लोगों की परेशानी हो जाएगी खत्म

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Haryana: ये प्रोजेक्ट हरियाणा के इस शहर की बदल देगा किस्मत, पंजाब, राजस्थान के लोगों की परेशानी हो जाएगी खत्म

Haryana: सरसा (सच कहूँ न्यूज)। सरसा में बाबा सरसाईनाथ राजकीय मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। निर्माण में जुटी एजेंसी के इंजीनियरों ने बताया कि 7 मंजिला भवन की दूसरी मंजिल का कार्य तेजी से हो रहा है, जिसमें विद्यार्थियों के लिए क्लासरूम युक्त टीचिंग ब्लॉक बनाया जाएगा। सभी 15 ब्लॉकों पर निर्माण कार्य जोरों पर है और इसे पूरा होने में लगभग दो वर्ष और लगेंगे। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी स्वयं इसकी निगरानी कर रहे हैं, जिसमें अस्पताल भवन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। ग्राउंड फ्लोर और पहली मंजिल का कार्य दूसरी मंजिल के साथ समानांतर पूरा किया जा रहा है।

26.5 एकड़ भूमि पर बन रहा मेडिकल कॉलेज

यह मेडिकल कॉलेज हरियाणा, पंजाब, और राजस्थान की सीमा के निकट बन रहा है, जिससे सरसा के साथ-साथ आसपास के क्षेत्रों को भी लाभ होगा। सरसा की सीमाएँ राजस्थान और पंजाब से मिलती हैं, जिससे स्थानीय जमीनों की कीमतों में वृद्धि और क्षेत्र का तेजी से विकास होगा। साथ ही, रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे। कॉलेज का नाम बाबा सरसाईनाथ के नाम पर रखा गया है, जिन्होंने सरसा नगरी की स्थापना की थी। यह कॉलेज मिनी बाइपास पर चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय के समीप हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय की 26.5 एकड़ भूमि पर बन रहा है। 2020-21 के बजट में 325 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया था, जो 2021-22 में बढ़कर 500 करोड़ हुआ। अब इसकी कुल लागत 1090 करोड़ रुपये से अधिक हो गई है।

आधारशिला और घोषणाएँ

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नवंबर 2022 में कुरुक्षेत्र से वर्चुअल माध्यम से इस कॉलेज की आधारशिला रखी थी। वर्ष 2023 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इसका नाम बाबा सरसाईनाथ के नाम पर करने की घोषणा की थी। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने 21 नवंबर 2024 को विधिवत भूमिपूजन किया। सरसा के अलावा प्रदेश में 9 अन्य मेडिकल कॉलेजों का निर्माण चल रहा है, जिनमें जींद, भिवानी, नारनौल, फरीदाबाद, गुरुग्राम, कैथल, यमुनानगर, और करनाल शामिल हैं।

सुविधाएँ और विशेषताएँ

कॉलेज परिसर में 540 बेड का अस्पताल, नाइट शेल्टर, गेस्ट हाउस, आवासीय क्षेत्र, आॅडिटोरियम, बिजलीघर, जलघर, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, अत्याधुनिक किचन, लॉन्ड्री, और शॉपिंग कॉम्प्लेक्स बनेगा। परिसर सीसीटीवी निगरानी में रहेगा। इसमें 100 एमबीबीएस सीटें होंगी और 200-300 छात्रों की क्षमता वाला हॉस्टल बनेगा, जिसमें रसोई, जिम, योग कक्ष, और वाचनालय शामिल होंगे। मरीजों को स्थानीय स्तर पर इलाज मिलेगा, जिससे रेफरल की आवश्यकता कम होगी। कॉलेज सरसा रेलवे स्टेशन से 2.6 किमी और बस स्टैंड से 1.9 किमी की दूरी पर है।

कैंसर सेंटर की स्थापना

मुख्यमंत्री नायब सैनी की घोषणा के अनुसार, कॉलेज परिसर में 5.5 एकड़ भूमि पर एक आधुनिक कैंसर ट्रीटमेंट सेंटर भी बनाया जाएगा। इसके अलावा नर्सिंग, फिजियोथेरेपी, और पैरामेडिकल कॉलेज भी स्थापित होंगे। सरसा मेडिकल कॉलेज के निर्माण के बाद हरियाणा में मेडिकल कॉलेजों की संख्या 6 से बढ़कर 15 हो जाएगी। इससे एमबीबीएस सीटें 2185 तक पहुंचेंगी, और पीजी सीटें 289 से बढ़कर 861 हो जाएंगी। सभी निमाणार्धीन कॉलेजों के पूरा होने पर एमबीबीएस सीटें 3485 तक पहुंच जाएंगी।