
Haryana Rapid Rail Project: गुरुग्राम संजय कुमार मेहरा। दिल्ली से गुरुग्राम के रास्ते राजस्थान के अलवर तक प्रस्तावित रीजनल रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) मेट्रो प्रोजेक्ट को लेकर काम जल्द ही शुरू होगा। इससे पहले इसकी राह में आ रही बाधाओं को दूर किया जा रहा है। इसी कड़ी में मानेसर क्षेत्र में बिजली की लाइन को हटाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसे लेकर रविवार दो नवंबर से छह नवंबर तक रोजाना सुबह 7 से शाम 6 बजे तक 11 घंटे बिजली आपूर्ति बंद रहेगी।
रीजनल रैपिड रेल प्रोजेक्ट को लेकर ट्रांसफर की जानी है बिजली की लाइन | Haryana Rapid Rail Project
बिजली आपूर्ति बंद रहने को लेकर शनिवार को शेड्यूल जारी किया गया। रीजनल रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) मेट्रो प्रोजेक्ट के चलते सबसे पहले बिजली की लाइन को शिफ्ट किया जाएगा। दिल्ली-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग-48 के साथ-साथ यह मेट्रो बनाई जाएगी। इसलिए इसकी राह में बाधाओं को हटाने काम शुरू किया जा रहा है। बिजली लाइन हटाने के शेड्यूट के मुताबिक रामपुरा फीडर से दो नवंबर से छह नवंबर 2025 तक रोज सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक बिजली बंद की जाएगी। गांव शिकोहपुर, बार गुर्जर व सियानों फीडर से चार नवंबर को सुबह 10 बजे से दोपहर तीन बजे तक बिजली बंद रहेगी। मानेसर क्षेत्र में सेक्टर-81, एयरकॉन, हल्दीराम, परपटी, नखड़ौला, पिकाडली, कांकरौला, हयातपुर व नवादा के फीडर में दो नवंबर रविवार को सुबह सात बजे से दोपहर 11 बजे तक, नौ नवंबर को सुबह सात बजे से शाम साढ़े चार बजे तक बिजली आपूर्ति बंद रखी जाएगी। बिजली विभाग की ओर से आश्वस्त किया गया है कि जो समय तय किया गया है, इसी समय में ही लाइन को हटाने का काम पूरा करने का प्रयास रहेगा। लोग बिजली कटौती के हिसाब से ही अपने काम का भी शेड्यूल बना लें, ताकि किसी तरह की परेशानी ना हो।
बता दें कि आरआरटीएस रेल का राजस्थान तक का रूट दिल्ली से शुरू होगा। यह मेट्रो दिल्ली के सराय काले खां से शुरू होकर गुरुग्राम में साइबर सिटी, इफको चौक, राजीव चौक, मानेसर, बिलासपुर चौक, धारूहेड़ा, बावल आदि क्षेत्रों से होते हुए राजस्थान के अलवर तक जाएगी। करीब 164 किलोमीटर लंबा दिल्ली-अलवर कॉरिडोर राजस्थान के औद्योगिक क्षेत्रों को सीधे दिल्ली से जोड़ेगा। इस कॉरिडोर पर रैपिड ट्रेन 160 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से दौड़ेगी। बताया जा रहा है कि इस कॉरिडोर को भविष्य में मेट्रो के संचालन के हिसाब से भी तैयार किया जा रहा है। एक ही ट्रैक पर मेट्रो व रैपिड रेल चलाई जा सकेगी।














