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मानवता भलाई कार्यो के नाम रहा एमएसजी माह का पावन भंडारा
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आॅनलाइन स्क्रीन के माध्यम से संगत ने उठाया पावन वचनों का लाभ
बुधरवाली। डेरा सच्चा सौदा का ऐतिहासिक एमएसजी पावन भंडारा हर्षोल्लास के साथ मनाया गया पवन भंडारा मानवता भलाई कार्यो के नाम समर्पित रहा इंसानियत के 156 कार्यों के तहतसेफ मुहिम के तहत पोस्टिक नशा छोड़ने वाले व्यक्तियों को 25 हेल्थ किट वितरित, सच्ची शिक्षा मुहिम के तहत 25 बच्चों को शैक्षणिक सामग्री 25 वृद्ध व विकलांगों को राशन वितरित किया गयो हजारों की संख्या में उपस्थित साथ संगत ने आॅनलाइन स्क्रीन के माध्यम से पूज्य गुरु जी के पावन वचनों का लाभ उठाया पवन भंडारे के मद्देनजर डेरा प्रबंधन द्वारा पेयजल ट्रैफिक पंडाल चिकित्सा लंगर वह कैंटीन का विशेष प्रबंध किया गया ट्रैफिक सेवादारों का प्रबंध देखते ही बन रहा था हजारों की संख्या में आई साध संगत का सामंजस्य बिठाते हुए वाहनों को अपने गंतव्य की ओर रवाना कियो पावन भंडारे पर साध संगत को गुरु का अटूट लंगर बरताया गया तो बूंदी का इलाही प्रसाद भी वितरित किया गयो।
पूज्य गुरु जी ने एमएसजी भंडारे में उपस्थित साध-संगत को संबोधित करते हुए फरमाया कि खुशी, प्रसन्नता, आनंद, परमानंद, आज के युग में ज्यादातर लोगों के लिए एक सपना सा बनता जा रहा है। आज इंसान अपने आप में इतना व्यस्त, परेशान और टेंशन में है कि वह असली खुशी क्या होती, के बारे में भूल गया है। उसे याद ही नहीं आता कि वह खुलकर कब हंसा था। हालांकि लोगों को हंसाने के लिए काफी प्रयास किए जा रहे है और बड़े शहरों में हंसने के लिए क्लब भी खुले हुए है, जिनमें इंसान ठहाके लगाकर हंसने की खाना पूर्ति करते रहते है। लेकिन जब तक इंसान के अंदर खुशी नहीं होगी, तो बाहर की खुशी मायने नहीं रखती। वहीं सच कहूँ की यह वीडियो ने सोशल मीडिया पर धूम मचा रखी है।
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