सचखंडवासी बहन मोनिका इन्सां को नामचर्चा कर दी श्रद्धांजलि

Naamcharcha
सचखंड वासी बहन मोनिका इन्सां को नामचर्चा कर दी श्रद्धांजलि

जो जीवात्मा इस कलयुग में ओढ़ निभाकर जाती है वो धन्य कहने के काबिल है – चांदी राम 85 मेंबर

धनोरी (सचकहूँ/कुलदीप नैन)। ब्लॉक धनोरी से बीते दिनों अपनी स्वासों रूपी पूंजी पूरी कर सतगुरु के चरण कमलों में सचखंड जा विराजी बहन मोनिका इन्सां (32 वर्ष) पत्नी मनजीत इन्सां के नमित नामचर्चा (Naamcharcha) रविवार को गाँव अम्बरसर में उनके निवास स्थान पर हुई। मोनिका इन्सां ने 7 वर्ष की आयु में हजूर पिता जी से नामदान लिया था। मोनिका इन्सां को श्रद्धांजलि देने के लिए उनके रिश्तेदार व ब्लॉक से काफी संख्या में साध संगत पहुंची।

नामचर्चा की शुरुआत पवित्र नारा “धन धन सतगुरु तेरा ही आसरा” लगाकर की गई

नामचर्चा (Naamcharcha) में कविराजों भाईओ ने चल दिये ओढ़ निभा के सतगुरु के प्यारे… जीवन तेरा बुलबुला पानी.….एहो जन्म मिल्या दुर्लभ जी, जिन्हऊ लोचण देवते सारे….झूठा ये देश है तेरा नही बन्दे प्यारे आदि चेतावनी प्रथाएं शब्द बोले। अंत मे पूज्य गुरुजी के अनमोल वचन साध संगत को सुनाए गए।

इस मौके पर 85मेम्बर बजीर इन्सां ने श्रद्धांजलि भेंट करते कहा कि एक दिन यहां से सभी ने जाना है। ये संसार नश्वर है। वैसे तो जीव का घाटा पूरा नही किया जा सकता लेकीन जब उसका बुलावा आ जाए तो आत्मा को ये शरीर त्याग कर जाना ही पड़ता है। बहन मोनिका इन्सां डेरा सच्चा सौदा के मानवता भलाई कार्यो में बढ़ चढ़कर भाग लेने वाली सेवादार थी।

चांदी राम इन्सां 85मेम्बर हरियाणा ने कहा कि इस संसार मे जो जन्म लेता है उसकी मृत्यु निश्चित है लेकिन जो रूह इस घोर कलयुग मे सतगुरु से ओढ़ निभाकर जाती है वो धन्य कहने के काबिल होती है। मोनिका इन्सां बहुत छोटी उम्र में हमारे व परिवार के बीच से चली गयी तो सतगुरु से अरदास है सतगुरु परिवार को दुख सहने की हिम्मत बक्शे।
इनका पूरा परिवार ही डेरा सच्चा सौदा का अथक सेवादार है।

इस मौके पर 85 मेम्बर साधु राम, जोरा इन्सां, गुरनैब इन्सां, विक्रम इन्सां, गुरमेल इन्सां, रघुवीर इन्सां, रामबीर इन्सां, विनोद इन्सां, अवतार इन्सां, बिंटू इन्सां सहित गाँवो के प्रेमिसेवक व 15 मेम्बर, एमएसजी आईटी विंग के सदस्य मौजूद रहे।

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