मृतक की पत्नी ने आधा दर्जन के खिलाफ दर्ज करवाया मुकदमा
Man swallowed poison: हनुमानगढ़। पिता-माता व बहनों वगैरा की ओर से रोजाना तंग-परेशान करने से दुष्प्रेरित होकर शादीशुदा युवक ने कीटनाशक दवा का सेवन कर लिया। इलाज के दौरान युवक की मौत हो गई। पत्नी की रिपोर्ट के आधार पर मृतक युवक के पिता-माता, दो बहनों सहित आधा दर्जन लोगों के खिलाफ पीलीबंगा पुलिस थाना में आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। Hanumangarh News
पुलिस के अनुसार प्रमिला (36) पत्नी पवन कुमार जाट निवासी ढाणी जाखड़ांवाली ने लिखित रिपोर्ट पेश की कि वह गांव जाखड़ांवाली खेत में ढाणी में निवास करती है। उसी ढाणी में उसका ससुर इमीचंद, सास सावित्री निवास करते हैं। उसका पति पवन कुमार अपने पिता का इकलौता पुत्र था। उसका ससुर इमीचंद, सास सावित्री, ननद रानी व मनीषा आए दिन उसके पति पवन कुमार व उसके साथ झगड़ा-फसाद करते थे। उसके पति को हर समय कहते रहते कि तूं मर क्यों नहीं जाता, तूं मर जाए तो तेरे, तेरी पत्नी व तेरी बेटी से पीछा छूट जाए।
धमकी दी कि वे यदि पास में आईं तो जान से मार देंगे | Hanumangarh News
18 मई को उसके ससुर इमीचंद, सास सावित्री, ननद रानी व मनीषा ने मिलकर उसके पति पवन कुमार, उससे व उनकी पुत्री आरुषि के साथ मारपीट की। इस संबंध में 19 मई को उनकी ढाणी में पंचायत हुई। पंचायत में उसके ससुर, सास, ननद, मनोज कुमार व उर्मिला ने उसे, उसके पति व पुत्री को गालियां निकाली। उसके पति पवन कुमार को कहा तूं मर क्यों नहीं जाता, तूं मर जाए तो हमें शांति मिल जाए।
पंचायत के लोगों की ओर से समझाने पर उसके पति को 5 बीघा जमीन काश्त करने के लिए तथा दो दुकान देने पर सहमति हुई। उसका पति 22 मई को खेत में पानी लगाकर ढाणी आया तो ससुर इमीचंद, सास सावित्री व ननद मनीषा व रानी ने उसके पति के साथ झगड़ा किया। शोर सुनकर वह व आरुषि वहां आई तो ससुर, सास व ननदें उसके पति के साथ झगड़ा कर रहे थे। उसे व आरुषि ने छुड़ाने की कोशिश की तो इन लोगों ने धमकी दी कि वे यदि पास में आईं तो जान से मार देंगे।
पति पवन कुमार को बार-बार यह कह रहे थे कि तूं मर क्यों नहीं जाता
ये लोग उसके पति पवन कुमार को बार-बार यह कह रहे थे कि तूं मर क्यों नहीं जाता, मर जाए तो हमारे घर में शांति हो जाए। उसने व आरुषि ने जैसे-तैसे इन लोगों से उसके पति पवन कुमार को छुड़वाया तो ये लोग वहां से चले गए। इसके बाद उसके पति पवन कुमार ने उसे व उसकी पुत्री आरुषि से कहा कि अब मुझे मरना पड़ेगा। इन लोगों ने मुझे आत्महत्या करने के लिए मजबूर कर दिया है। उसने व आरुषि ने पवन कुमार को समझाया। उसने अपने पति से कहा कि वह उसके नहाने के लिए पानी रख देती है। आरुषि कपड़े लाकर देती है। जब वे दोनों कमरे से बाहर आईं तो उसके पति ने कीटनाशक दवा पी ली। उसके पति ने कहा कि उसने इमीचंद, सावित्री, मनीषा, रानी, उर्मिला व मनोज कुमार से तंग आकर कीटनाशक दवा पी ली है।
इन लोगों ने मुझे इतना परेशान कर दिया है कि अब मेरे पास मरने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है। उसके पति की तबीयत बिगड़ने लगी तो उन्होंने शोर मचाया। तब उसके ससुर इमीचंद, सास सावित्री, राजेश आए और उसके पति को अस्पताल ले गए। 23 मई की सुबह विजयपाल ने बताया कि उसके पति पवन कुमार की मृत्यु हो चुकी है। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया है। जांच थाना प्रभारी कैलाश चन्द्र कर रहे हैं। Hanumangarh News