CDLU: सीडीएलयू में दो दिवसीय पुस्तक मेला शुरू, पहले दिन विद्यार्थियों की कम भागीदारी से फीका पड़ा उत्साह

Sirsa News
Sirsa News: पुस्तक प्रदर्शनी का शुभारंभ करते डीसी व अन्य अधिकारीगण।

उपायुक्त शांतनु शर्मा ने किया शुभारंभ, 50 से अधिक स्टॉलों पर सजीं हजारों पुस्तकें

सरसा (सच कहूँ न्यूज)। Chaudhary Devi Lal University: चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय सरसा के विवेकानंद पुस्तकालय की ओर से माता अमृता देवी बिश्नोई भवन (यूआईटीडीसी सेंटर) में सोमवार को दो दिवसीय पुस्तक प्रदर्शनी (पुस्तक मेला) का शुभारंभ किया गया। मेले का उद्घाटन उपायुक्त शांतनु शर्मा ने किया। इस अवसर पर सरसा पुलिस अधीक्षक दीपक सहारण और कुलसचिव डॉ. सुनील कुमार विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे। मेले का उद्देश्य विद्यार्थियों, शोधार्थियों और शिक्षकों में पठन संस्कृति को बढ़ावा देना रहा। हालांकि पहले दिन विद्यार्थियों की अपेक्षित उपस्थिति न होने से कार्यक्रम का उत्साह कुछ फीका पड़ा और पुस्तक विक्रेताओं को निराशा का सामना करना पड़ा। Sirsa News

मेले में 50 से अधिक स्टॉल लगाए गए

दिल्ली, मुंबई, जयपुर सहित देश के विभिन्न शहरों से आए 50 से अधिक प्रकाशकों व पुस्तक विक्रेताओं ने अपने स्टॉल लगाए। स्टॉलों पर साहित्य, विज्ञान, तकनीकी शिक्षा, प्रतियोगी परीक्षाओं, धार्मिक व प्रेरणादायक पुस्तकों सहित विविध विषयों की हजारों पुस्तकें प्रदर्शित की गईं। प्रकाशकों ने बताया कि वे युवाओं में पढ़ने की रुचि जगाने की उम्मीद लेकर आए थे, लेकिन पहले दिन अपेक्षित भीड़ नहीं पहुंची।

विद्यार्थियों की कम भागीदारी | Sirsa News

विश्वविद्यालय के करीब 5,000 विद्यार्थियों में से पहले दिन केवल लगभग 500 विद्यार्थी ही मेले में पहुंचे। कई छात्रों को मेले की जानकारी देर से मिली, जबकि कुछ को इसका पता ही नहीं चला। इस कारण विक्रेता स्वयं विद्यार्थियों को अपने स्टॉल तक बुलाने का प्रयास करते नजर आए। एक पुस्तक विक्रेता ने बताया हम दिल्ली से विशेष रूप से इस मेले के लिए आए हैं, लेकिन अब तक बहुत कम बिक्री हुई है। हमें उम्मीद थी कि विश्वविद्यालय के छात्र बड़ी संख्या में आएंगे। मेला शहरवासियों के लिए भी खुला रखा गया था, लेकिन स्थानीय लोगों की कम उपस्थिति से माहौल कुछ सुस्त रहा। आयोजकों को उम्मीद है कि मंगलवार को दूसरे दिन विद्यार्थियों और आम नागरिकों की संख्या में बढ़ोतरी होगी।

अधिकारियों ने बढ़ाया उत्साह

उपायुक्त शांतनु शर्मा ने मेले का निरीक्षण किया और विद्यार्थियों व विक्रेताओं से बातचीत की। उन्होंने कहा कि किताबें इंसान की सबसे बड़ी साथी होती हैं। जो पढ़ने की आदत डालता है, वही जीवन में ऊंचाइयां छूता है। उन्होंने युवाओं से डिजिटल युग में भी पुस्तक पठन संस्कृति को जीवित रखने का आह्वान किया। इस मौके पर एसपी दीपक सहारण ने विद्यार्थियों को अध्ययनशील बनने के लिए प्रेरित किया, जबकि कुलसचिव डॉ. सुनील कुमार ने समय प्रबंधन के महत्व पर जोर दिया।

विवेकानंद पुस्तकालय की अध्यक्ष प्रो. मोनिका वर्मा ने बताया कि मेले का उद्देश्य छात्रों को डिजिटल माध्यमों से हटाकर फिर से पुस्तकों के प्रति आकर्षित करना है। उन्होंने कहा कि पुस्तकें मनुष्य के विचारों को दिशा देती हैं और उसके व्यक्तित्व निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। यह प्रदर्शनी 4 नवंबर तक प्रतिदिन सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक आम जनता और विद्यार्थियों के लिए खुली रहेगी। Sirsa News

यह भी पढ़ें:– भिवानी में राष्ट्रीय एकता शिविर का चौथा दिन, युवाओं को समाज के प्रति अपनी जिम्मेवारी सिखाने का माध्यम है एनएसएस: आनंद कुमार