
Two hybrid terrorists arrested in Shopian: श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के शोपियां ज़िले में सुरक्षा बलों को गुरुवार को एक महत्वपूर्ण सफलता मिली जब दो हाइब्रिड आतंकवादियों को भारी मात्रा में हथियारों और गोला-बारूद के साथ गिरफ़्तार किया गया। यह कार्रवाई सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के संयुक्त अभियान के तहत की गई। Jammu-Kashmir News
पुलिस के अनुसार, यह अभियान शोपियां के बसकुचन इमाम साहिब क्षेत्र में चलाया गया था, जिसमें 44 राष्ट्रीय राइफल्स, स्थानीय पुलिस, और सीआरपीएफ की 178वीं बटालियन ने भाग लिया। गिरफ़्तार आतंकवादियों के पास से दो 5.56 मिमी राइफलें, चार एके सीरीज़ मैगज़ीन, 102 कारतूस, और दो हैंड ग्रेनेड बरामद किए गए। पुलिस ने बताया कि दोनों आतंकियों के खिलाफ विधिसम्मत कार्रवाई की जा रही है और मामला संबंधित धाराओं में दर्ज किया गया है।
मृतक टट्टू मालिक आतंकियों से भिड़ने का साहस दिखाते हुए मारा गया
यह सफलता उस समय मिली है जब हाल ही में 22 अप्रैल को लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े आतंकवादियों ने पहलगाम की बैसरन घाटी में हमला कर 25 पर्यटकों और एक स्थानीय टट्टू मालिक की निर्मम हत्या कर दी थी। मृतक टट्टू मालिक की पहचान सैयद आदिल हुसैन के रूप में हुई थी, जो आतंकियों से भिड़ने का साहस दिखाते हुए मारा गया।
इस नृशंस हमले के बाद भारतीय सुरक्षा बलों ने “ऑपरेशन सिंदूर” प्रारंभ किया, जिसके अंतर्गत पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के कोटली, मुज़फ्फराबाद, तथा पाकिस्तान के लाहौर और बहावलपुर के आसपास स्थित आतंकी ठिकानों पर सटीक हवाई हमले किए गए। इन हमलों में कई आतंकवादी शिविर ध्वस्त कर दिए गए।
इसके जवाब में पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती नागरिक क्षेत्रों पर मोर्टार से भारी गोलाबारी की, जिससे 28 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई। सबसे अधिक हानि पुंछ जिले में हुई, जहाँ 13 लोग मारे गए। अन्य प्रभावित जिलों में राजौरी, बारामुल्ला, कुपवाड़ा और बांदीपोरा शामिल हैं। 23 अप्रैल को घाटी के दौरे पर आए केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने सुरक्षा बलों को निर्देश दिए कि वे पहलगाम हमले के दोषियों को कठोर दंड दिलाने हेतु कोई कोताही न बरतें। Jammu-Kashmir News