48 घंटे में दाखां पुलिस ने दो आरोपियों को दबोचा, दो फरार
मुल्लांपुर दाखां (सच कहूँ/सुरिंदर शर्मा)। Mullanpur Dakha News: लुधियाना जिले के दाखां कस्बे में पीएसपीसीएल के दो अधिकारियों को बंधक बनाकर लाखों रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। आरोपियों ने खुद को एसटीएफ और विजिलेंस अधिकारी बताकर अधिकारियों को डराया और जान से मारने की धमकी देकर 7.20 लाख रुपये की जबरन वसूली की। दाखां पुलिस ने 48 घंटे के भीतर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो अन्य अभी फरार हैं।
15 अक्टूबर को एसडीओ जसकिरनप्रीत सिंह ने पुलिस को सूचना दी कि कुछ लोग फैक्ट्री के लिए बिजली कनेक्शन लेने के बहाने जेई परमिंदर सिंह के आसपास मंडरा रहे थे। 13 अक्टूबर को राजवीर नामक व्यक्ति ने कनेक्शन संबंधी जानकारी ली। उसी दिन दोपहर में एक्सईएन रवि कुमार चोपड़ा के सरकारी मोबाइल पर व्हाट्सएप कॉल आई, जिसमें उन्हें बाहर बुलाया गया। जब वे कार्यालय पहुंचे तो एक्सईएन मौजूद नहीं थे, लेकिन दो अज्ञात व्यक्ति वहां बैठे थे। उनमें से एक ने खुद को एसटीएफ इंस्पेक्टर गगन बताया और विजिलेंस रेड का हवाला देकर उन्हें डराया।
आरोपियों ने एसडीओ और जेई को कमरे में बंद कर धमकाया कि एक्सईएन ने दो लाख की रिश्वत मांगी है, जिसमें एक लाख एसडीओ को देना है। उन्होंने कहा कि उनके पास पुख्ता सबूत हैं और विभाग से सस्पेंड करवा देंगे। इसके बाद दोनों अधिकारियों को कार में बंधक बनाकर लुधियाना ले जाया गया और जान से मारने की धमकी देकर परिजनों से संपर्क करवा कर 7.20 लाख रुपये की जबरन वसूली की गई। आरोपी पाम कोर्ट होटल के पास कार में बैठकर फरार हो गए।
डीएसपी वरिंदर सिंह खोसा ने बताया कि एसएचओ हमराज सिंह की टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपियों में राजवीर उर्फ अमन राजपूत (असली नाम अमनदीप सिंह, निवासी फ्लैट नंबर 01, रंजीत नगर, पटियाला) और विनय अरोड़ा (पुत्र सुरिंदर अरोड़ा, निवासी किला चौक, पटियाला) शामिल हैं। अन्य दो आरोपी गगनदीप उर्फ गुरविंदर गिल (पुत्र सिकंदर सिंह, निवासी झिल्ल, थाना त्रिपड़ी, पटियाला) और ब्रह्मप्रीत सिंह (पुत्र गुरिंदर सिंह, निवासी मकान नंबर 30/189, सफाबादी गेट, पटियाला) की पहचान हो चुकी है।
बरामद हुई गाड़ियाँ, मोबाइल फोन और मीडिया कार्ड | Mullanpur Dakha News
गिरफ्तार आरोपियों से दो इनोवा गाड़ियाँ, दो मोबाइल फोन और दो मीडिया कार्ड बरामद किए गए हैं। अमनदीप सिंह और विनय अरोड़ा अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं। पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ थाना दाखा में मामला दर्ज किया है। पीएसपीसीएल दाखा के एक्सईएन रवि कुमार चोपड़ा ने पत्रकार से बातचीत में कहा कि जिला जगराओं के एसएसपी डॉ. अंकुर गुप्ता और सब-डिवीजन दाखा के डीएसपी वरिंदर सिंह खोसा सहित पूरी पुलिस टीम बधाई की पात्र है, जिन्होंने 48 घंटे में केस को ट्रेस कर आरोपियों को गिरफ्तार किया।
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