Kulgam anti-terror operation: श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले के अखल देवसर वन क्षेत्र में जारी आतंकवाद विरोधी अभियान में सेना के दो जवान शहीद हो गए जबकि दो अन्य घायल हुए हैं। यह अभियान शनिवार को नौवें दिन में प्रवेश कर चुका है। सेना के प्रवक्ता के अनुसार, दक्षिण कश्मीर के इस क्षेत्र में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच शुक्रवार रात से भीषण मुठभेड़ चल रही थी। Kulgam News
इस मुठभेड़ में घायल हुए चार जवानों में से कांस्टेबल हरमिंदर सिंह और लांस नायक प्रीतपाल सिंह ने अपने प्राणों की आहुति दी। दोनों की शहादत को चिनार कोर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर सम्मानित किया और कहा कि उनका साहस और समर्पण सदैव प्रेरणा का स्रोत रहेगा। भारतीय सेना ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की है।
यह ऑपरेशन घाटी में चल रही अब तक की सबसे लंबी कार्रवाई है। पहली रात हुई गोलीबारी में एक स्थानीय आतंकवादी मारा गया था और चार सैनिक घायल हुए थे। अधिकारियों ने बताया कि अखल देवसर का क्षेत्र घना और विशाल जंगल है, जिससे अभियान में अधिक समय लग सकता है।
डीजीपी नलिन प्रभात इस अभियान की लगातार निगरानी कर रहे हैं
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी नलिन प्रभात इस अभियान की लगातार निगरानी कर रहे हैं और उन्होंने शुक्रवार को पांचवीं बार इस क्षेत्र का दौरा किया। सेना, सीआरपीएफ और पुलिस मिलकर कॉर्डन एंड सर्च ऑपरेशन (सीएएसओ) को प्रभावी ढंग से चला रहे हैं। सुरक्षा बल आतंकियों को भागने से रोकने के लिए रुद्रा हेलीकॉप्टर, ड्रोन और पैरा कमांडो की तैनाती भी कर चुके हैं।
सुरक्षा बलों की सतर्कता नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर भी पूरी तरह बनी हुई है। 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हमले के बाद से आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई तेज हो गई है। ड्रग तस्करी और हवाला रैकेट जैसे आतंकवाद को आर्थिक सहायता देने वाले नेटवर्क को भी निशाना बनाया जा रहा है। सुरक्षा बलों का उद्देश्य केवल आतंकियों का सफाया नहीं, बल्कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के सम्पूर्ण तंत्र को समाप्त करना है। Kulgam News
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