लखनऊ(सच कहूँ/रविंद्र सिंह)। इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान, लखनऊ में आयोजित “छात्रवृत्ति वितरण समारोह” में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज शुक्रवार को 3,96,602 छात्र-छात्राओं के बैंक खातों में 89.96 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति की धनराशि का डिजिटल हस्तांतरण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 से पहले छात्रवृत्तियों के वितरण में भारी भेदभाव होता था। लेकिन अब सरकार पारदर्शी और बिना भेदभाव के हर पात्र छात्र तक लाभ पहुंचा रही है।
‘वन नेशन-वन स्कॉलरशिप’ की तैयारी में देश:सीएम
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि हमारा देश ही ऐसा है, जिसने शिक्षा के अधिकार को मौलिक अधिकार का दर्जा दिया। आने वाले समय में पूरे देश में ‘वन नेशन-वन स्कॉलरशिप’ व्यवस्था लागू की जाएगी, जिससे हर छात्र को समान अवसर प्राप्त होगा।
विकसित भारत में यूपी की भागीदारी जरूरी:योगी
सीएम योगी ने शताब्दी वर्ष-2047 का उल्लेख करते हुए कहा कि “जब भारत विकसित राष्ट्र बनेगा, तब उत्तर प्रदेश को उसकी प्रगति का धुरी* बनना होगा। हमें न बंटना है, न पिछड़ना है,बल्कि एकजुट होकर शिक्षा के हर स्तर को मजबूत करना है।”उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि हर बच्चा स्कूल पहुंचे और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पाए । इसके लिए छात्रवृत्तियों, सुविधाओं और जागरूकता अभियानों के माध्यम से छात्रों को निरंतर प्रेरित किया जा रहा है।
छात्रवृति वितरण समारोह के ये रहे मुख्य पांच बिंदु
- 3.96 लाख छात्रों को 89.96 करोड़ की छात्रवृत्ति।
- 2017 से पहले भेदभावपूर्ण वितरण पर सीएम का निशाना।
- ‘वन नेशन-वन स्कॉलरशिप’ जल्द लागू होने की संभावना।
- 2047 तक विकसित भारत में यूपी की निर्णायक भूमिका।
- हर छात्र को स्कूल पहुंचाने का संकल्प।