सोल (एजेंसी)। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की कि अमेरिका अपनी परमाणु तकनीक दक्षिण कोरिया के साथ साझा करेगा ताकि दक्षिण कोरिया परमाणु ऊर्जा से चलने वाली पनडुब्बियों का निर्माण कर सके। राष्ट्रपति ने गुरुवार को अपने ट्रुथ सोशल अकाउंट पर लिखकर बताया कि दक्षिण कोरिया अपनी परमाणु ऊर्जा से चलने वाली पनडुब्बी का निर्माण अमेरिका के फिलाडेल्फिया शिपयार्ड में करेगा। उल्लेखनीय है कि हाल हाल ही में दक्षिण कोरिया की जहाज निमार्ता कंपनी हनवा समूह ने फिलाडेल्फिया शिपयार्ड का अधिग्रहण किया था।
ट्रंप ने लिखा, “मैंने उन्हें पुराने जमाने की डीजल से चलने वाली पनडुब्बियों के बजाय एक परमाणु ऊर्जा से चलने वाली पनडुब्बी बनाने की मंजूरी दे दी है।” अमेरिकी राष्ट्रपति की यह घोषणा उनके दक्षिण कोरियाई समकक्ष ली जे म्युंग से एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (एपेक) सम्मेलन से पहले हुई वार्ता के बाद आई है। इस वार्ता के दौरान दोनों देशों ने उस व्यापार समझौते को भी अंतिम रूप दिया, जिसके तहत दक्षिण कोरिया अमेरिका में ने 350 अरब डॉलर का निवेश करने वाला है। इसके बदले में अमेरिका दक्षिण कोरियाई उत्पादों पर आयात शुल्क कम करने के लिए राजी हुआ है। परमाणु पनडुब्बी निर्माण की घोषणा से से पहले दोनों देश अपने द्विपक्षीय परमाणु समझौते में संशोधन करने के लिए भी तैयार हुए हैं, ताकि ईंधन के रूप में इस्तेमाल हो चुके परमाणु का पुनर्चक्रण करने में आसानी हो और यूरेनियम का भी संवर्धन किया जा सके। उल्लेखनीय है कि अमेरिका परमाणु अप्रसार संधि (एनपीटी) का हिस्सा है और उसकी अनुमति से यूरेनियम का 20 प्रतिशत संवर्धन कर सकता है, लेकिन ईंधन के रूप में उपयोग किये जा चुके यूरेनियम को फिर से संसाधित नहीं कर सकता।















