
कोलकाता। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के धुलियान इलाके में सांप्रदायिक तनाव और हिंसा के बाद महिलाओं का दर्द छलक पड़ा। असुरक्षा के माहौल में जी रहीं इन महिलाओं ने केंद्र सरकार से इलाके में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के स्थायी शिविर स्थापित करने की भावुक अपील की है। West Bengal News
शनिवार को राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष विजया रहाटकर के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने धुलियान का दौरा किया। हिंसा से प्रभावित परिवारों से बातचीत के दौरान कई महिलाएं अपने आंसू रोक न सकीं और प्रतिनिधिमंडल के सामने अपनी असुरक्षा और डर को साझा किया। एक महिला ने रोते हुए कहा, “हम इस तरह के हालात में जीने को मजबूर हैं। अगर बीएसएफ का स्थायी कैंप नहीं बना तो हम यहां सुरक्षित नहीं रह सकते। जरूरत पड़ी तो हम अपनी जमीन और घर भी देने को तैयार हैं, बस हमारी रक्षा हो।” West Bengal Protest
मांगों को केंद्र सरकार तक जरूर पहुंचाया जाएगा
महिला आयोग की टीम ने स्थानीय लोगों को भरोसा दिलाया कि उनकी चिंताओं और मांगों को केंद्र सरकार तक जरूर पहुंचाया जाएगा। प्रतिनिधिमंडल के एक सदस्य ने कहा, “इस मुश्किल घड़ी में पूरा देश आपके साथ है। हम जल्द ही केंद्र सरकार को एक रिपोर्ट सौंपेंगे, जिसमें आपके इलाके में केंद्रीय बलों की स्थायी तैनाती की सिफारिश भी शामिल होगी।”
इससे पहले शुक्रवार को महिला आयोग की सदस्य अर्चना मजूमदार ने भी स्पष्ट किया था कि मुर्शिदाबाद की पीड़ित महिलाओं ने अपनी सुरक्षा और सम्मान को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय अर्धसैनिक बलों (सीएपीएफ) की स्थायी तैनाती की मांग की है। उन्होंने कहा, “यह मामला हम केंद्र सरकार के समक्ष गंभीरता से उठाएंगे।”
इधर, जिला प्रशासन ने हिंसा के दौरान हुए नुकसान का प्रारंभिक सर्वेक्षण पूरा कर लिया है। रिपोर्ट के अनुसार, अब तक 250 से ज्यादा घरों और 100 से अधिक दुकानों में तोड़फोड़ की गई है। हालांकि प्रशासन का मानना है कि विस्तृत आंकड़े सामने आने पर यह संख्या और बढ़ सकती है। West Bengal News