गर्मियों में पहनें सूती वस्त्र

cotton-clothes
वस्त्रों का सही चुनाव व्यक्तित्व में निखार पैदा करता है। वस्त्रों का चुनाव करते समय न केवल उम्र व फैशन बल्कि मौसम की ओर ध्यान देना भी अति आवश्यक है। मौसम के अनुसार वस्त्र पहनने से आरामदायक तो होते ही हैं, साथ ही व्यक्तित्व में भी निखार पैदा करते हैं। सर्दियों में तो वस्त्रों का चुनाव करना मुश्किल नहीं होता परन्तु गर्मियां अपने साथ कड़कती धूप लेकर आती हैं। गर्मी की गर्माहट में अगर थोड़ा-सा सोच कर कपड़े पहने जाएं तो ये न केवल अच्छे लगेंगे बल्कि आपको गर्मी के दिन भी ठंडक व ताजगी प्रदान करेंगे।
गर्मी में हमें हल्के, शीतलता प्रदान करने वाले वस्त्र पहनने चाहिएं। ये सभी विशेषताएं होती हैं सूती कपड़े में। सूती कपड़े गर्माहट खत्म कर शरीर को ठंडक प्रदान करते हैं। गर्मियों में नायलोन, सिल्क आदि वस्त्रों को बिल्कुल नहीं पहनना चाहिए क्योंकि ये पसीने को सोखते नहीं हैं। साथ ही ये हवा को शरीर तक पहुंचने में बाधा उत्पन्न करते हैं। इन्हें गर्मियों में पहनने से गर्मी अनुभव होती है।
ये वस्त्र धोने में तो आसान होते हैं साथ ही जल्दी सूखने वाले होते हैं परन्तु गर्मियों में ये अनुकूल नहीं होते। पिछले कुछ सालों से तो सूती वस्त्रों के प्रति यह धारणा भी बदल गई है कि ये आकर्षणहीन होते हैं। भारतीय सूती वस्त्रों की मांग विदेशों में भी कुछ कम नहीं परन्तु हमारे देश में सूती वस्त्र बहुत ही कम कीमतों में उपलब्ध हैं। सूती वस्त्र न केवल सस्ते बल्कि टिकाऊ भी होते हैं। सिंथेटिक वस्त्रों की तुलना में इनकी कीमतें काफी कम हैं। साड़ी, सूट, टी-शर्ट आदि सभी वस्त्रों को बनाने में सूती कपड़े का प्रयोग बढ़ता ही जा रहा है।
त्वचा को इंफेक्शन से बचाने के लिए सूती कपड़े का प्रयोग उत्तम है। अगर आपको त्वचा संबंधी कोई रोग हो तो डॉक्टर आपको सूती वस्त्र पहनने की ही सलाह देते हैं क्योंकि त्वचा के स्वास्थ्य के लिए सबसे अच्छे सूती वस्त्र हैं। सूती वस्त्र त्वचा को सूखेपन व सनटैन से बचाकर रखते हैं। गर्मियों में वस्त्रों का चुनाव करते समय रंगों के चुनाव को भी गंभीरता से लेना चाहिए। गर्मियों में हल्के रंगों का चुनाव करें जो उष्णता समाप्त कर शीतलता प्रदान करें। पेस्टल शेड्स हल्का हरा, हल्का नीला, गुलाबी, सफेद रंग पहनें। लाल, हरा, नीला, संतरी आदि गाढ़े रंग बिल्कुल न पहनें। विशेष अवसरों जैसे शादी या पार्टी के अवसर पर अगर आप सूती वस्त्र पहनना पसंद नहीं करते तो जार्जेट, चंदेरी, शिफान भी पहन सकते हैं परन्तु रेशमी वस्त्रों का प्रयोग बिल्कुल न करें।

अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।