India-US Trade Deal Updates: नई दिल्ली। भारत और अमेरिका के बीच बहुप्रतीक्षित व्यापार समझौते की दिशा में प्रगति के संकेत मिलने के बाद, भारतीय शेयर बाजार ने पुनः गति पकड़ ली है। विश्लेषकों का मानना है कि इस संभावित समझौते से आने वाले महीनों में बाजार नई ऊँचाइयाँ छू सकता है। Indian stock market
एक प्रतिष्ठित आर्थिक दैनिक की रिपोर्ट के अनुसार, नई दिल्ली और वाशिंगटन के बीच चल रही वार्ताएँ अंतिम चरण में हैं। यदि यह समझौता होता है, तो भारत पर लगने वाले अमेरिकी टैरिफ को 50 प्रतिशत से घटाकर लगभग 15 से 16 प्रतिशत तक लाया जा सकता है। संभावना है कि इस समझौते की औपचारिक घोषणा इस महीने के अंत में आयोजित आसियान शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा की जाएगी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका, चीन के साथ बढ़ते तनाव और आपूर्ति श्रृंखलाओं में विविधता लाने की आवश्यकता को देखते हुए, भारत के साथ इस समझौते के लिए पहले से अधिक इच्छुक है। चीन द्वारा दुर्लभ-पृथ्वी खनिजों के निर्यात पर नियंत्रण और चल रहे व्यापार युद्ध ने अमेरिका को नए साझेदारों की ओर झुकाया है।
समझौते के तहत, भारत ऊर्जा क्षेत्र में रूसी तेल के आयात को घटाकर अमेरिकी ऊर्जा उत्पादों, विशेषकर इथेनॉल, के आयात पर विचार कर सकता है। इसके बदले में अमेरिका भारत को ऊर्जा व्यापार में कर रियायतें प्रदान कर सकता है। वर्तमान में भारत के कुल तेल आयात में रूस की हिस्सेदारी लगभग 34 प्रतिशत है, जबकि 10 प्रतिशत आयात अमेरिका से होता है। इसके अलावा, भारत अपने पोल्ट्री, डेयरी और इथेनॉल उद्योगों की बढ़ती आवश्यकता को पूरा करने के लिए अमेरिका से गैर-जीएम मक्का के आयात को भी बढ़ाने की दिशा में सोच रहा है।
गिफ्ट निफ्टी में तेजी का रुख
भारत-अमेरिका समझौते की संभावनाओं से निवेशकों का उत्साह बढ़ा है। गिफ्ट निफ्टी ने मंगलवार को मजबूत शुरुआत के संकेत दिए। यद्यपि आज (22 अक्टूबर) भारतीय शेयर बाजार बलिप्रतिपदा पर्व के कारण बंद है, किंतु विशेषज्ञों के अनुसार कल बाजार में “गैप-अप ओपनिंग” की संभावना है।
भारतीय समयानुसार दोपहर 3:40 बजे तक गिफ्ट निफ्टी फ्यूचर्स 377 अंकों की बढ़त के साथ 26,300 के स्तर पर पहुँच गया। यदि यह रुझान जारी रहता है, तो निफ्टी 50 सूचकांक अपने पुराने उच्च स्तर 26,277 को पार कर एक नया कीर्तिमान बना सकता है।
बाजार पर संभावित प्रभाव | Indian stock market News
विश्लेषकों का कहना है कि यदि यह व्यापार समझौता संपन्न होता है, तो यह निवेशकों के मन से अनिश्चितता दूर करेगा और दीर्घकालिक पूंजी प्रवाह को प्रोत्साहन देगा।
आईएनवीएसेट पीएमएस के व्यवसाय प्रमुख हर्षल दासानी के अनुसार, “भारत के मज़बूत आर्थिक संकेतक, जैसे कि जीएसटी संग्रह में वृद्धि, ब्याज दरों में कटौती और त्योहारी मांग में उछाल, पहले से ही बाज़ार के लिए सकारात्मक हैं। ऐसे में यदि अमेरिका टैरिफ को घटाता है, तो यह भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए स्वर्ण अवसर साबित हो सकता है।” Indian stock market News
अस्वीकरण: खबर में व्यक्त किए गए विचार और सुझाव व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनी के हैं, सच कहूँ इसकी पुष्टि नहीं करता है। निवेशक कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श अवश्य लें, क्योंकि बाजार की स्थिति का अंदाजा किसी को नहीं होता।