EPFO Pension Update: अनु सैनी। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) भारत के लाखों कर्मचारियों के लिए रिटायरमेंट के बाद आर्थिक सुरक्षा का एक बड़ा आधार है। EPFO के तहत आने वाली कर्मचारी पेंशन योजना (Employee Pension Scheme – EPS, 1995) खासतौर पर निजी क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए बनाई गई है। यदि आपने कम से कम 10 साल की सेवा की है, तो इस योजना के तहत रिटायरमेंट के बाद हर महीने एक तय पेंशन मिलती है। आइए जानते हैं इस योजना की पूरी जानकारी, पात्रता, पेंशन की गणना का तरीका और इसे बढ़ाने के उपाय।
EPFO पेंशन योजना क्या है? EPFO Pension Update
कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) वर्ष 1995 में शुरू की गई थी। यह योजना EPFO यानी कर्मचारी भविष्य निधि संगठन द्वारा संचालित होती है। इसका उद्देश्य कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद हर महीने एक निश्चित पेंशन देना है, ताकि वृद्धावस्था में आर्थिक स्थिरता बनी रहे।
इस योजना के तहत, नियोक्ता (Employer) कर्मचारी के बेसिक वेतन और महंगाई भत्ते (DA) का 8.33% हिस्सा EPS खाते में जमा करता है। यह जमा की गई राशि ही आगे चलकर पेंशन के रूप में मिलती है। यह योजना केवल उन कर्मचारियों के लिए लागू होती है जिनका मासिक वेतन ₹15,000 या उससे कम है।
योजना की मुख्य विशेषताएं | EPFO Pension Update
कर्मचारी पेंशन योजना से जुड़ी कुछ अहम जानकारियां इस प्रकार हैं:-
योजना का नाम: कर्मचारी पेंशन योजना (EPS), 1995
प्रबंधनकर्ता: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO)
पात्रता: 10 वर्ष की सेवा और 58 वर्ष की आयु
न्यूनतम पेंशन: ₹1,000 प्रति माह
अधिकतम पेंशन योग्य वेतन: ₹15,000 प्रति माह
पेंशन शुरू होने की आयु: 58 वर्ष (सामान्य) और 50 वर्ष (घटी हुई)
आवेदन का तरीका: ऑनलाइन या फॉर्म 10D के माध्यम से
पेंशन की गणना का फॉर्मूला
EPFO ने पेंशन की राशि तय करने के लिए एक सरल फॉर्मूला निर्धारित किया है, जो इस प्रकार है:
> मासिक पेंशन = (पेंशन योग्य वेतन × पेंशन योग्य सेवा) / 70
यहां पेंशन योग्य वेतन का अर्थ है आपके पिछले 60 महीनों (5 वर्षों) का औसत बेसिक वेतन और DA। हालांकि गणना के लिए अधिकतम वेतन ₹15,000 माना जाएगा।
पेंशन योग्य सेवा का मतलब है कि आपने EPS योजना में कितने वर्षों तक योगदान दिया है। यदि आपने 10 साल 7 महीने तक सेवा की है, तो इसे 11 वर्ष माना जाएगा।
10 साल की सेवा के बाद कितनी मिलेगी पेंशन?
मान लीजिए किसी कर्मचारी का पेंशन योग्य वेतन ₹15,000 है और उसने 10 साल की सेवा की है। तब गणना इस प्रकार होगी:-
> ₹15,000 × 10 / 70 = ₹2,143 प्रति माह
इस प्रकार, कर्मचारी को रिटायरमेंट के बाद लगभग ₹2,143 की मासिक पेंशन मिलेगी।
अगर किसी का औसत वेतन ₹10,000 है, तो पेंशन होगी:-
> ₹10,000 × 10 / 70 = ₹1,429 प्रति माह
यह राशि न्यूनतम ₹1,000 की पेंशन से अधिक है। यानी जितना अधिक वेतन और सेवा की अवधि होगी, पेंशन उतनी ही बढ़ेगी।
पेंशन पाने की पात्रता शर्तें
पेंशन के लिए कुछ आवश्यक शर्तें पूरी करनी होती हैं।
पहली शर्त — कर्मचारी को कम से कम 10 साल की सेवा पूरी करनी चाहिए। यह सेवा एक ही नौकरी में या कई संस्थानों में मिलाकर भी हो सकती है।
दूसरी शर्त — नियमित पेंशन पाने के लिए आपकी आयु 58 वर्ष पूरी होनी चाहिए।
यदि आप 50 से 57 वर्ष की उम्र में रिटायर होते हैं, तो आपको घटी हुई पेंशन मिलेगी।
तीसरी शर्त — आपको EPFO का सदस्य होना चाहिए और आपकी नौकरी के दौरान EPS खाते में लगातार योगदान जमा हुआ होना चाहिए।
पेंशन की राशि बढ़ाने के उपाय
पेंशन की राशि दो प्रमुख तरीकों से बढ़ाई जा सकती है —
* 1. सेवा अवधि बढ़ाएं*
आप जितने अधिक वर्षों तक काम करेंगे, आपकी पेंशन उतनी ही बढ़ेगी।उदाहरण के लिए, यदि आपका औसत वेतन ₹15,000 है और आपने 20 वर्ष सेवा की है, तो पेंशन होगी:-
> ₹15,000 × 20 / 70 = ₹4,286 प्रति माह
2. वेतन में वृद्धि करें
अगर आपका बेसिक वेतन ₹15,000 से कम है, तो उसे बढ़ाकर आप पेंशन की राशि बढ़ा सकते हैं। हालांकि गणना में अधिकतम सीमा ₹15,000 ही मानी जाएगी, लेकिन कम वेतन वालों के लिए यह बड़ा फर्क ला सकती है।
3. पेंशन शुरू करने की आयु आगे बढ़ाएं
यदि आप 58 वर्ष के बाद भी नौकरी जारी रखते हैं और पेंशन शुरू करने की तारीख को टालते हैं, तो आपकी पेंशन राशि में हर साल लगभग 4% की वृद्धि हो सकती है।
ऑनलाइन पेंशन की स्थिति कैसे जांचें?
EPFO ने पेंशनरों के लिए ऑनलाइन सुविधा भी दी है। आप अपनी पेंशन की स्थिति बहुत आसानी से जांच सकते हैं।
इसके लिए EPFO की वेबसाइट पर जाएं और Pensioner Portal में लॉग इन करें।
इसके बाद अपना PPO (Pension Payment Order) नंबर, ऑफिस कोड और आईडी दर्ज करें। यहां आपको आपकी पेंशन से संबंधित सभी जानकारी मिल जाएगी — जैसे पेंशन की स्थिति, भुगतान तिथि और राशि आदि। यह प्रक्रिया यह सुनिश्चित करती है कि आपकी पेंशन समय पर और सही तरीके से मिल रही है।
EPFO की कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) हर नौकरीपेशा व्यक्ति के भविष्य की सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण योजना है।
अगर आप EPFO के सदस्य हैं और आपने कम से कम 10 साल तक काम किया है, तो आपको रिटायरमेंट के बाद हर महीने नियमित पेंशन मिल सकती है।
जितनी लंबी सेवा और जितना ज्यादा औसत वेतन होगा, उतनी ही आपकी पेंशन की राशि बढ़ेगी। इसलिए, करियर के शुरुआती वर्षों से ही EPF और EPS में नियमित योगदान देना आपके भविष्य की आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करता है।















