जानें, बजट में किसानों के लिए क्या मिला, फसल आकलन में होगा ड्रोन का उपयोग, मिलेगा ऋण

Budget

नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। सरकार कृषि क्षेत्र में विकास को तेज करने के लिए आधुनिक तकनीकों के साथ किसान ड्रोन के उपयोग को बढ़ावा देगी जिससे विभिन्न फसलों के उत्पादन का आकलन और डिजिटल लैंड रिकार्ड तैयार किया जायेगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज लोकसभा में वर्ष 2022..23 का बजट पेश करते हुए कहा कि किसान ड्रोन के लिए नाबार्ड कृषि एवं ग्रामीण र्स्टटअप इंटरप्राइज को राशि उपलब्ध करायेगा। उन्होंने कहा कि र्स्टटअप से किसान उत्पादक समूह को तकनीकी और अन्य मदद मिल सकेगी।

देश में वर्तमान में फसलों पर कीटनाशको के छिड़काव , कीटों पर नियंत्रण तथा कृषि से संबंधित अनाज और बागवानी फसलों के उत्पादन के आकलन में ड्रोन का उपयोग किया जा रहा है। श्रीमती सीतारमण ने कहा कि वर्ष 2021..22 में रबी और खरीफ के दौरान 1208 लाख टन गेहूं और धान की 163 लाख किसानों से खरीद का अनुमान है । इससे किसानों को फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2.37 लाख करोड़ रुपये सीधे मिलेगा ।

प्रधानमंत्री-ई विद्या के तहत चैनलों की संख्या 12 से बढ़ाकर 200 की गयी

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज कहा कि सरकार ने कोरोना महामारी के चलते आॅनलाइन पढ़ाई के लिए प्रधानमंत्री- ई विद्या कार्यक्रम के तहत शुरू किये गये ‘वन क्लास वन टीवी चैनल की संख्या 12 से बढ़ाकर 200 टी वी चैनल कर दी है। श्रीमती सीतारमण ने मंगलवार को लोकसभा में वित्त वर्ष 2022-23 का बजट पेश करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री-ई विद्या के तहत शुरू किये गये ‘वन क्लास वन टी वी चैनल’ कार्यक्रम का दायरा बढ़ा कर 12 से 200 टीवी चैनल कर दिया गया है।

उन्होंने कहा कि इससे राज्यों को पहली से बाहरवीं तक की कक्षाओं के लिए क्षेत्रीय भाषाओं में पूरक शिक्षण में मदद मिलेगी। उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी के चलते स्कूलों के बंद होने के बाद केन्द्र सरकार ने आॅनलाइन पढ़ाई के लिए वर्ष 2020 में प्रधानमंत्री-ई विद्या कार्यक्रम शुरू किया था। यह कार्यक्रम स्वयं प्रभा की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध है।

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