नामुरादों की उम्मीद
बेसहारों का सहारा है तू
कोई मुर्शिद तो कोई
कहता ख़ुदा हमारा है तू
शब्दों के अर्थ: 1. नामुराद-निराश, बेनसीब, बदकिस्मत, नाउम्मीद, नाकाम, अभाग्यशाली, 2. उम्मीद-आशा, भरोसा
राम-नाम से बढ़ेगी विल पावर: पूज्य गुरु जी
सच्चे रूहानी रहबर पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि मालिक का नाम सुखों की खान है, जितना भी जीव नाम का जाप करेगा, उससेकई गुणा बढ़कर खुशियां मालिक आपकी झोली में भरता जाएगा। पूज्य गुरु जी फरमाते हैं कि ओउम, जिसने सारी सृष्टि व ब्रह्मा जी, विष्णु जी, महेश जी को बनाया, उस सुप्रीम पावर को बुलाने के लिए एक मूलमंत्र है। क्योंकि इस संसार में 365 करोड़ देवी-देवता हैं जिनको हम सभी भगवान मानते हैं। उनका भी अलग से एक मूलमंत्र है, इसलिए उनको भगवान, भगवान कहने से तो वह नहीं आएंगे।
इसलिए जिसने सभी देवी-देवताओं को बनाया है, उस ओंकार, सुप्रीम पॉवर का जो नाम है, उसे गुरुमंत्र, कलमां, नाम, मैथड आॅफ मेडिटेशन कह लें एक ही बात है। आप उस मालिक को जब उसके नाम से बुलाते हैं, तो उसकी दया-मेहर बरसती है और आप अंदर-बाहर से खुशियों से मालामाल हो जाते हैं। पूज्य गुरु जी फरमाते हैं कि यह बहुत जरूरी है कि आप उस मालिक के नाम का जाप करें। दु:ख आने पर तो हर कोई उस मालिक को याद करता है, लेकिन सुख-शांति में कोई उसे याद नहीं करता। अगर सुख-शांति में भी उस मालिक को याद कर लें तो जीव को किसी प्रकार की परेशानी का सामना ही न करना पड़े। इसलिए अगर आप स्वस्थ हैं तो उस मालिक का नाम लेते रहना चाहिए क्योंकि उस मालिक को याद करने से जीवों के जन्मों-जन्मों के पाप-कर्म कट जाया करते हैं और मालिक का नाम लेने से ही जीव के अंदर एक अलग तरह की ताकत आती है, आत्मविश्वास मिलता है व विल पावर मिलती है, इसलिए उस मालिक को हमेशा याद करते रहना चाहिए। राम नाम का सुमिरन एक ऐसी दवा व रसायन है जिसको लेने से इन्सान के सामने आने वाले पहाड़ जैसे कर्म कंकर में बदल जाया करते हंै।















