2200 crore betting case: गांधीनगर। लगभग 2200 करोड़ रुपये के चर्चित सट्टा घोटाले का मास्टरमाइंड हर्षित जैन अब कानून के शिकंजे में आ चुका है। स्टेट मॉनिटरिंग सेल (एसएमसी) ने दुबई पुलिस के सहयोग से उसे गिरफ्तार कर अहमदाबाद एयरपोर्ट पर हिरासत में ले लिया। जैन लंबे समय से फरार था और उसके विरुद्ध लुकआउट नोटिस जारी किया गया था। Gujarat betting case
यह मामला वर्ष 2023 में प्रकाश में आया था, जब अहमदाबाद के मधुपुरा क्षेत्र स्थित एक इमारत पर पीसीबी की छापेमारी में अवैध ‘डब्बा ट्रेडिंग’ और क्रिकेट सट्टेबाजी का बड़ा रैकेट पकड़ा गया था। उस समय चार आरोपियों को हिरासत में लिया गया और आगे की जांच एसएमसी को सौंप दी गई। विस्तृत जांच में सामने आया कि इस नेटवर्क में फर्जी पहचान के आधार पर सिम कार्ड खरीदकर अवैध कारोबार को अंजाम दिया जा रहा था। हर्षित जैन का नाम इसमें मुख्य भूमिका निभाने वाले व्यक्ति के रूप में उभरा।
जैन के कार्यालय से ही पूरे सट्टा कांड का संचालन होता था
जांच में यह भी स्पष्ट हुआ कि जैन के कार्यालय से ही पूरे सट्टा कांड का संचालन होता था। इसके बाद उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई प्रारंभ हुई और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तलाश शुरू की गई। दुबई पुलिस की मदद से उसे खोज निकाला गया और निर्धारित प्रक्रिया के बाद भारत प्रत्यर्पित किया गया।
इस प्रकरण में अब तक कुल 36 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि हर्षित जैन 37वां आरोपी है। हालांकि, अन्य दो प्रमुख नाम अमित मजीठिया और सौरभ चंदवाकर अभी भी फरार बताए जा रहे हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास जारी हैं।
गिरफ्तारी के बाद हर्षित जैन से गहन पूछताछ हो रही है। अधिकारियों का मानना है कि उससे और भी महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आ सकती हैं, जिससे घोटाले की गहराई तक पहुंचना संभव होगा। स्टेट मॉनिटरिंग सेल के डीआईजीपी निर्लिप्त राय ने बताया कि आरोपी लंबे समय से देश से बाहर था। कानूनी औपचारिकताओं के बाद ही उसे भारत लाया गया और अब उस पर आगे की कार्रवाई होगी। Gujarat betting case
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