रिश्वत लेते मंडी सुपरवाइजर और समाज कल्याण विभाग के दो कर्मचारी गिरफ्तार

फतेहाबाद (सच कहूँ/विनोद शर्मा)। विजिलेंस टीम ने बुधवार को मार्किट कमेटी कार्यालय में छापेमारी कर मण्डी सुपरवाइजर मदन सिंह को बीज फैक्ट्री के मालिक से 30 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। विजिलेंस के डीएसपी राकेश मलिक ने बताया कि इस बारे भिरड़ाना निवासी सुरेन्द्र प्रकाश ने विजीलेंस को शिकायत दर्ज करवाई थी। अपनी शिकायत में सुरेन्द्र ने कहा था कि उसकी गांव भूथनकलां में कृषक सीड्स के नाम से फैक्टरी है, जिसमें प्रदीप कुमार भी उसका पार्टनर है। फैक्ट्री में बीज तैयार किए जाते हैं और इसके लिए उसने हरियाणा सरकार से लाइसेंस भी लिया हुआ है। सुरेन्द्र प्रकाश ने बताया कि कुछ समय पहले मार्केट कमेटी मंडी सुपरवाइजर मदन सिंह ने उसकी फैक्ट्री का निरीक्षण किया और अनियमितताएं बताते हुए दो लाख रुपये रिश्वत की मांग की। इस पर उसने रिश्वत देने से इंकार कर दिया था। रिश्वत न देने पर मदन सिंह ने फैक्ट्री में स्टॉक कम दिखाकर उसका लाइसेंस कैंसिल करवाने की धमकी दी। विजीलेंस को दी शिकायत में सुरेन्द्र ने बताया कि इसके बाद भी मंडी सुपरवाइजर उसे लगातार फोन कर पैसों की मांग करता रहा। कुछ दिन पहले वे उसके कार्यालय में गए जहां उसने 40 हजार रुपये रिश्वत मांगी तो 30 हजार में सौदा तय हो गया।

सुरेन्द्र ने इसकी रिकॉर्डिंग कर ली और इसे विजीलेंस को सौंपते हुए आरोपी के खिलाफ कार्यवाही की गुहार लगाई। इस पर विजिलेंस ने मामले की सूचना उपायुक्त प्रदीप कुमार को दी, जिस पर उपायुक्त ने खजाना अधिकारी राकेश कुमार को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया और उन्हें विजीलेंस टीम के साथ भेज दिया। विजीलेंस ने एक योजनाबद्ध तरीके से काम करते हुए सुरेन्द्र प्रकाश को 30 हजार रुपए कैमिकल लगाकर दे दिए। डीएसपी राकेश मलिक ने बताया कि बुधवार को सुरेन्द्र को 30 हजार रुपए के साथ मार्केट कमेटी के कार्यालय में मंडी सुपरवाइजर के पास भेजा गया। मदन सिंह ने जैसे ही 30 हजार रुपए लिए तो इशारा पाकर विजिलेंस ने मौके पर छापेमारी कर उसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर उसे पास से 30 हजार रुपये की नगदी बरामद कर ली है। आरोपी मंडी सुपरवाइजर को वीरवार को अदालत में पेश किया जाएगा।

वृद्धावस्था पेंशन बनाने के लिए रिश्वत लेते कर्मचारी गिरफ्तार

सरसा। विजिलेंस ने सरसा जिले में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के दो कर्मचारियों को वृद्धावस्था पेंशन की फाइल को प्रोसेस करने के लिए शिकायतकर्ता से 2000 रुपये रिश्वत मांगने और स्वीकार करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। विजिलेंस ब्यूरो प्रवक्ता ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान दलीप और रवि के रूप में हुई है, जो जिला समाज कल्याण कार्यालय सरसा में तैनात हैं। आरोपी गांव सुखचैन, तहसील कालांवाली, सिरसा निवासी हरमेंद्र शर्मा से पेंशन बनाने को लेकर रिश्वत की मांग कर रहे थे। ब्यूरो में दी शिकायत में कहा कि आरोपी दलीप उसकी वृद्धावस्था पेंशन बनाने के लिए 2000 रुपये की मांग कर रहा है। वह पहले ही उसे गूगल पे के जरिए 1000 रुपये दे चुका है, इसके बावजूद आरोपी दलीप ने पेंशन मामले में कार्रवाई के लिए अन्य कर्मचारी रवि को 1000 रुपये देने के लिए कहा। शिकायतकर्ता, जो रिश्वत नहीं देता चाहता था, ने इस मामले की जानकारी विजिलेंस ब्यूरो को दी। विजिलेंस टीम ने शिकायत की जांच के बाद रेड करते हुए शेष एक हजार रुपये की रकम लेते हुए दोनों आरोपियों को काबू किया।

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