श्रीनगर (एजेंसी)। जम्मू कश्मीर में पवित्र अमरनाथ गुफा में करीब 30-35 लापता तीर्थयात्रियों का पता लगाने के लिए व्यापक तलाश अभियान जारी है। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक फिहाल यात्रा अस्थायी रूप से स्थगित है। शुक्रवार की शाम करीब साढ़े पांच बजे अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने की घटना में कम से कम 15 लोगों की मौत हो गयी। घटना के बाद अचानक आयी बाढ़ से कम से कम 25 तंबू बह गये। घटना खोजी कुत्तों और नवीनतम उपकरणों से लैस कई एजेंसियों और बचाव दल लापता लोगों का पता लगाने के लिए युद्धस्तर पर जुटे हुए हैं।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के निदेशक अतुल करवाल ने बताया कि तलाश अभियान सुबह साढ़े चार बजे तक चला तथा बारिश के कारण इसे कुछ देर के लिए रोक दिया गया। इसके बाद अभियान सुबह 06.30 बजे फिर शुरू हुआ। उन्होंने कहा, ‘हम पंजाब के बठिंडा से खोजी श्वानों समेत कुछ और संसाधन लेकर जा रहे हैं । यह सब श्रीनगर के लिए एयरलिफ्ट किया जा रहा है और फिर इसे हेलीकॉप्टर द्वारा मौके पर पहुंचाया जाएगा , ताकि बचावदलों को और मदद मिल सके।
खोज एवं बचाव कुत्तों को पवित्र गुफा में भेजा गया
तलाश अभियान में एनडीआरएफ, सेना, पुलिस, सीआरपीएफ, आईटीबीपी, एसडीआरएफ के अलावा अन्य एजेंसियां शामिल हैं। सेना ने कहा कि श्रीनगर के बाहरी इलाके शरीफाबाद से हेलीकॉप्टर के जरिए बचाव अभियान के लिए दो ‘वाल रडार’ और दो खोज एवं बचाव कुत्तों को पवित्र गुफा में भेजा है। उल्लेखनीय है कि 43 दिवसीय अमरनाथ यात्रा गत 30 जून से शुरू हुई तथा अब तक 90,000 से अधिक श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा मंदिर में पूजा अर्चना की है।
Doda, J&K | Today at around 4 am, a cloudburst was reported at Gunti Forest uphills of Thathri Town. No casualties were reported. Some vehicles were stuck and the highway was blocked for some time, but it has now been restored for the movement of traffic: SSP Doda Abdul Qayoom pic.twitter.com/wuXYIH845z
— ANI (@ANI) July 9, 2022
अमरनाथ यात्रा अस्थाई रूप से स्थगित
जम्मू कश्मीर में पवित्र अमरनाथ गुफा के समीप बादल फटने की घटना के बाद पैदल यात्रा को अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया गया है । भारतीय सेना के अधिकारियों ने बताया कि कि अमरनाथ गुफा की मलबा हटाने का काम और लापता लोगों की तलाश तेज कर दी गयी है। सेना की दो बचाव टीम और अन्य विशेषज्ञ दल पवित्र गुफा में पहुंच गये हैं। उन्होंने बताया कि बचाव अभियान के लिए सेना के हेलिकॉप्टरों की मदद ली जा रही है। बीएसएफ के एमआई 17 हेलिकॉप्टर को भी मृतकों के शवों को उनके घरों तक पहुंचाने तथा घायलों को आगे के इलाज के लिए नीलगढ़ हेलीपैड / बालटाल से बीएसएफ कैंप श्रीनगर तक हवाई परिवहन के लिए लगाया गया है। बाढ़ के कारण अमरनाथ पवित्र गुफा क्षेत्र के पास फंसे अधिकांश यात्रियों को पंजतरणी में स्थानांतरित कर दिया गया है।
आईटीबीपी के अधिकारियों ने बताया कि लोगों को निकालने का काम तड़के 03.38 बजे तक जारी रहा। यात्रा मार्ग पर कोई यात्री नहीं बचा है तथा अब तक करीब 15,000 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। शुक्रवार की शाम करीब साढ़े पांच बजे अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने की घटना में कम से कम 15 लोगों की मौत हो गयी। घटना के बाद अचानक आयी बाढ़ से बालटाल में आधार शिविर में तीन सामुदायिक रसोई और कम से कम 25 तंबुओं के बह जाने से करीब 40 लोगों के लापता होने की खबर है।
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