कोलंबो (एजेंसी)। श्रीलंका के पूर्व प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे और पूर्व मंत्री बासिल राजपक्षे को सर्वोच्च अदालत की अनुमति के बिना देश छोड़ने से रोकने के लिए अंतरिम आदेश देने के लिए एक प्रस्ताव दायर किया गया है। डेली मिरर की रिपोर्ट के अनुसार प्रस्ताव में सेंट्रल बैंक के पूर्व गवर्नरों अजित निवार्ड कैबराल और डब्ल्यू डी लक्ष्मण तथा वित्त मंत्रालय के पूर्व सचिव एस आर एटिगॉल के नाम भी शामिल हैं।
यह प्रस्ताव श्रीलंका के तैराक और कोच जूलियन बोलिंग और सिलोन चैंबर ऑफ कॉमर्स के पूर्व अध्यक्ष चंद्र जयरत्ने की ओर से दायर किया गया। याचिकाकर्ता श्रीलंका की अर्थव्यवस्था के कुप्रबंधन और वित्तीय अनियमितताओं के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
गोटबाया राजपक्षे ने किए त्यागपत्र पर हस्ताक्षर
श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने अपने त्यागपत्र पर हस्ताक्षर कर दिए हैं और संसद के अध्यक्ष महिंदा यापा अभयवर्धना बुधवार को सार्वजनिक रूप से इसकी घोषणा करेंगे।
डेली मिरर ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि राजपक्षे ने इस्तीफे पर हस्ताक्षर कर दिए और इस्तीफे को एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी को सौंप दिया गया, जो इसे संसद के अध्यक्ष अभयवर्धना को सौंपेंगे। उल्लेखनीय है कि सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने शनिवार को राष्ट्रपति भवन पर धावा बोल दिया था। इस घटना से कुछ समय पहले राजपक्षे राष्ट्रपति भवन को छोड़कर निकल गए थे।
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