लुधियाना के गांव बुलारा में दोहरे हत्याकांड की गुत्थी सुलझी

डेयरी संचालक व नौकर को मारने वाला गिरफ्तार

सीआईए वन के इंचार्ज व थाना साहनेवाल को एक-एक लाख का इनाम

लुधियाना (सच कहूँ/जसवीर सिंह)। लुधियाना के गांव बुलारा में एक डेयरी फार्म के मालिक जोतराम और उनके यहां काम करने वाले भगवंत सिंह की हत्या के मामले में कमिश्नरेट पुलिस ने दो दिन बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपी को हरिद्वार स्थित हर की पौड़ी से गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार आरोपी गिरधारी लाल वारदात को अंजाम देने के बाद हरिद्वार की तरफ ही फरार हुआ था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर कब्जे से वारदात में इस्तेमाल किया तेजधार हथियार भी बरामद कर लिया है। आरोपी को अदालत में पेश किया जाएगा। बताया जा रहा है कि आरोपी ने पैसे के लेनदेन में ही जोतराम की हत्या की। भगवंत सिंह ने उसे देख लिया तो आरोपी ने उसे तभी तेजधार हथियार से काट दिया। पुलिस आरोपी से पूछताछ करने में जुटी है।

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पुलिस कमिश्नर मंदीप सिंह सिद्धू ने बताया कि जोतराम और भगवंत सिंह की हत्या करने के बाद आरोपी फरार हो गया था। आरोपी का कोई भी पहचान पत्र न तो जोतराम के बेटों के पास था और न ही पुलिस के पास। उसके पास कोई फोन भी नहीं था। इसके बाद एक टीम कमिश्नरेट पुलिस ने ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर (ग्रामीण) रवचरण सिंह बराड़ और एडीसीपी सुहेल कासिम मीर की अगुवाई में बनाई। इसमें सीआईए वन, थाना सदर और थाना साहनेवाल की टीम को भी रखा गया।

सीसीटीवी की मदद से मिली सफलता

पुलिस के पास सिर्फ इतना इनपुट था कि आरोपी उत्तर प्रदेश की तरफ भागा है। इसके बाद पुलिस ने उस रास्ते की सीसीटीवी फुटेज को खंगालना शुरू किया। एक फुटेज में आरोपी एक वाहन में सवार होकर जाते दिखाई पड़ा। सीसीटीवी के जरिये वाहन को देखा गया। जांच करने पर पता चला कि आरोपी हरिद्वार की तरफ भागा है।

हर की पौड़ी से हुई गिरफ्तारी

पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी हरिद्वार में हर की पौड़ी पर है। इसके बाद पुलिस की टीम ने उसे धर दबोचा। पुलिस पूछताछ में पता चला कि आरोपी के खिलाफ पहले भी नशा तस्करी के दो मामले दर्ज है। एक मामला तो पुलिस 1996 में 40 किलो अफीम तस्करी का दर्ज किया था तो दूसरा संगरूर के जीआरपी में चूरापोस्त तस्करी का मामला है। पुलिस आरोपी से पूछताछ करने में जुटी है।

अधिकारियों को डीजीपी डिस्क और मुलाजिमों को नकद इनाम

लुधियाना पुलिस कमिश्नर ने बताया कि दो दिन में दोहरे हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने वाली टीम में शामिल ज्वाइंट सीपी, डीसीपी (अपराध) हरमीत सिंह हुंदल, एडीसीपी सुहेल कासिम मीर और एसीपी वैभव सहगल को डीजीपी डिस्क से नवाजा गया है जबकि सीआईए वन के इंचार्ज कुलवंत सिंह और उनकी टीम को डीजीपी डिस्क के साथ एक लाख रुपये का इनाम और थाना साहनेवाल के एसएचओ सुखदेव सिंह और उनकी टीम को डीजीपी डिस्क और एक लाख रुपये का इनाम दिया गया है।

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