चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। पुरानी पेंशन बहाली, अनियमित कर्मचारियों को नियमित करने और 60 लाख से ज्यादा रिक्त पदों को भरने आदि सात सूत्री मांगों को लेकर केन्द्रीय और राज्य कर्मचारी 14 मार्च को संसद पर सामूहिक धरना प्रदर्शन करेंगे। संसद प्रदर्शन के साथ ही सभी राज्यों में भी 14 मार्च को जिला मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन आयोजित किए जाएंगे। प्रदर्शन आॅल इंडिया स्टेट गवर्नमेंट एम्पलाइज फेडरेशन और कनफरडेशन आॅफ सेंट्रल गवर्नमेंट एम्पलाइज एंड वर्कर्स के संयुक्त राष्ट्रव्यापी आंदोलन के आह्वान पर किए जाएंगे।
क्या है मामला
यह जानकारी फेडरेशन के अध्यक्ष सुभाष लांबा ने आज यहां दी। उन्होंने बताया कि 14 मार्च को संसद और जिला मुख्यालयों पर होने वाले धरना प्रदर्शन में पीएफआरडीए एक्ट रद्द कर पुरानी पेंशन बहाली, आउटसोर्स, दैनिक वेतनभोगी, अनुबंध कर्मियों को नियमित करने की स्थाई पालिसी बनाने, नियमित होने तक समान काम समान वेतन और सेवा सुरक्षा प्रदान करने, केन्द्र एवं राज्यों में रिक्त पड़े करीब 60 लाख पदों को पक्की भर्ती से भर बेरोजगारों को रोजगार देने, निजीकरण पर रोक लगाने, आठवें वेतन आयोग का गठन व 18 महीने के बकाया महंगाई का भत्ता का भुगतान करने, ट्रेड यूनियन एवं लोकतांत्रिक अधिकारों पर किए जा रहे हमलों, एक्स ग्रेसिया रोजगार स्कीम में लगाई गई शर्तों को हटाकर मृतक कर्मचारियों के आश्रितों को नौकरी देने आदि मांगों मांगों को प्रमुखता से उठाया जाएगा।
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