मई में साध संगत पर फिर बरसेगी सतगुरु जी की रहमतें

मई में पूज्य पिताजी ने पवित्र सत्संग भंडारे का स्पेशल अवसर प्रदान किया है।
इस बहाने हम सबको अनन्त अपार खुशियों रहमतों के समुद्रों के समुद्र परवान किया है।

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रविवार,7 मई को सब चलो बरनावा डेरे।
साईं जी की अपार रहमतों खुशियों से भर लो बेड़े।
सबने ही अपने अपने गांव-शहर से प्रातःकाल बरनावा जाना है।
और साईं जी के बख्शे इस पावन सत्संग-भंडारे का लाभ उठाना है।

दरबार में सत्संग, सेवा सुमिरन कर पूज्य सतगुरु जी को रिझाना है,
तड़प तड़प कर दाताजी के पवित्र चरण कमलों में लगा अरदास-दुआ जल्द अपने पास बुलाना है।

बृजेश कुमार इन्सां
ब्लॉक प्रेमी सेवक, रुड़क़ी (हरिद्वार)

Guru Ka Patra

हमारे प्यारे बच्चो, ट्रस्ट प्रबंधक सेवादारो व सेवादारो, आप सबको 75वे ‘स्थापना दिवस’ व 16वे ‘जामे इन्सां गुरु का दिवस’ की बहुत-बहुत बधाई व बहुत-बहुत आशिर्वाद। धन-धन सतगुरु तेरा ही आसरा।

हमारे जान से भी प्यारे करोड़ों बच्चो, आप सब अपने-अपने गांव व ब्लॉकों में जो ‘नामचर्चा’ कर रहे हैं उसके लिए हम परम पिता परमात्मा से ये प्रार्थना करते है कि वो आपको इसका ‘फल’ आगे से सैकड़ों गुणा बढ़ कर दें व जो आप ‘डेरों’ में आकर ‘नामचर्चा सत्संग’ सुनते है व सेवा करते हैं इसका ‘फल’ आपको, हर बार हजारों गुणा बढ़के दें। परम पिता जी आपको बहुत-बहुत खुशियां रूपी ‘फल’ जरूर देंगे।

हमारे प्यारे बच्चो, जैसे आपको पता ही है कि हम आपके M.S.G गुरु 1948 से ही सभी धर्मों का सत्कार करते हैं व ऊंच-नीच, जात-पात का भेदभाव नहीं करते तो आप सब भी हमारी उपरोक्त बातो को मानते है पर जो 100 प्रतिशत इन बातों को मानेगा, परम पिता शाह सतनाम जी शाह मस्तान जी उन्हें तंदरूस्ती व रूहानी ताजगी बख्शेंगे। प्यारे बच्चो भंडारे के इस शुभअवसर पर एक नया मानवता भलाई का कार्य शुरू कर रहे हैं। आप रोजाना या 7 दिन में 3 बार आप अपने बच्चों को मानवता व मानवता भलाई, सृष्टि की भलाई के बारे में शिक्षा देंगे, प्यार से समझाएंगे। इस कार्य का नाम है ‘उत्तम संस्कार’ आप हाथ खड़े करे। नारा लगाएं। हाथ नीचे कर लें। सतगुरु जी आप सबको बहुत-बहुत नई खुशीयां दे व आपकी सबसे बड़ी जायज मांग जल्द से जल्द पूरी करे, वो जरूर से जरूर पूरी करेंगे।

हमारे अति प्यारे बच्चो, आप सब हमारी यानि आपके MSG गुरु की बात मानते हुए नामचर्चा व नामचर्चा सत्संग में एकता व एक रहने का व अपने गुरु के ही बने रहने का प्रण करके नारा लगाते हो तो हम भी आपको वचन देते हैं कि हम ही आपके MSG गुरु थे, है व रहते हुए, आपके इस प्रण के बदले हर बार परम पिता परमात्मा से आपको नई-नई रूहानी, नूरानी व दुनियावी खुशियां दिलवाते रहेंगे व आपके साथ व देहरूप में सामने आकर आप सबका मार्गदर्शन करते रहेंगे। शाह मसताना जो दाता ने 1948, 29 अप्रैल को नींव रखने के बाद, मई में पहला सत्संग डेरे में किया था तो मई के आखरी रविवार को ‘’सत्संग भंडारा’’ मनाया करेंगे।

आशिर्वाद
आपका M.S.G. गुरु
दासन दास

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