फिर हर शै होगी खुशी की…
क्या बयां! ला बया मोहब्बत का।
जन्नत सा सुकूं सोहबत का।
रूह से रूहानियत तक
इन्सां से इन्सानियत तक
नियती से लेकर हमारी निय्यत तक
सब नियत कर रखा है उसने
वो जो हमारा मुर्शिद है।
...उसी की
फिर हर शै होगी खुशी की...
संजय बघियाड़
अन्य अपडेट हास...
पशुओं से प्यार
जंगल के पास एक गांव में रतन नाम का अनाथ लड़का रहता था। वह मेहनत-मजदूरी करके अपना पेट पालता था। उसे कहीं भी कोई गिरा-पड़ा जानवर मिलता, वह उसे उठाकर अपने घर ले जाता। इस तरह उसके पास बहुत से पशु-पक्षी इक्ट्ठे हो गए। उनके लिए उसने एक सुंदर सा बाड़ा बनवा दिय...
Prithviraj Chauhan: पृथ्वीराज चौहान की असली कहानी रोंगटे खड़े कर देगी….
भारत समृद्ध इतिहास और संस्कृति की भूमि है, जिसमें कई राज्य, राजवंश (prithviraj chauhan jayanti) और शासक देश के परिदृश्य पर अपनी छाप छोड़ रहे हैं। ऐसे ही एक शासक हैं पृथ्वीराज चौहान, जिन्हें मध्यकालीन भारत के महानतम योद्धाओं और राजाओं में से एक के रूप...
mother’s day: मातृ शक्ति को प्रणाम, नमन
सबसे पहले मातृ शक्ति को प्रणाम, नमन। ये ऐसा दिन होता है, जो हमें अपनी माँ के प्रति आभार प्रकट करने का मौक़ा देता है
🙏 उस माँ के लिए कोई एक दिन क्या करें समर्पित, जो आठों पहर अपने बच्चे की हर बला अपने सिर पर लेने को तैयार रहती हो ।
👍...
खुशियाँ सालों-साल, साल का हर माह बेमिसाल
खुशियाँ सालों-साल
साल का हर माह बेमिसाल।
जनवरी से होता जिसका आगाज
वाली दो जहान के जन्म माह पे सबको नाज।
फरवरी में किया महारहमोकर्म
तोड़े काल के सारे भ्रम।
रूहानियत का सिलसिला यूँ चल पड़ा,
मार्च में काल औंधे मुंह गिर पड़ा।
जब मीत ने लगाई नाम की...
बच्चे ने बनाई ऐसी पिक्चर, जिसे देखकर हिल गए टीचर, खिसकी पैरों तले की जमीन !
स्कूल ने बुलाई पैरेंट्स की इमरजेंसी मीटिंग!
नई दिल्ली। सोशल मीडिया पर एक वाकया खूब वायरल हो रहा है। जो कि बच्चे द्वारा बनाई गई एक ड्राइंग से सम्बंधित है। बच्चे ने ऐसी पिक्चर बनाई जो टीचरों की समझ से परे की बात थीा। एक्टिविटी डे के दिन स्कूल में क्ला...
चींटियों से हैं परेशान तो अपनाएं ये समाधान
रोज-रोज चीनी के डिब्बे में चींटी, गुड में चींटी, घर की दीवारों पर चींटी, घर में कुछ मीठा आया नहीं कि चींटियां पहले आ जाती हैं और वही (Ants) कुछ मीठा अगर बिस्तर पर गिर गया तो बिस्तर में चींटियां ही चींटिया। आलम यह होता है कि घर में चींटियों का बसेरा ह...
बीएसएनएल (BSNL) का भूचाल, प्लान कमाल, मचा रहा धमाल
2.6 रुपये कुल और सुविधाएं फुल | BSNL News
स्मार्टफोन तो है लेकिन उसमें रिचार्ज नहीं, क्या करें कंपनियों के प्लान ही इतने महंगे हैं कि जल्दी ही खत्म हो जाते हैं और बैनिफिट बहुत कम हैं। लेकिन अब आपको टैंशन लेने की जरूरत नहीं है क्योंकि बीएसएनएल आपके ल...
किसान की बेटी
लेटे-लेटे वह रोता रहता था और कहता था, 'बेटी की बात मानी होती..... काश, मैंने अपनी बेटी की बात मानी होती!'
एक बहुत गरीब किसान था। (Story of Farmer's Daughter) वह अपनी बेटी के साथ एक छोटी सी झोंपड़ी में रहता था। उसके पास खेती करने के लिए अतनी कम जमीन थ...
मई में साध संगत पर फिर बरसेगी सतगुरु जी की रहमतें
मई में पूज्य पिताजी ने पवित्र सत्संग भंडारे का स्पेशल अवसर प्रदान किया है।
इस बहाने हम सबको अनन्त अपार खुशियों रहमतों के समुद्रों के समुद्र परवान किया है।
रविवार,7 मई को सब चलो बरनावा डेरे।
साईं जी की अपार रहमतों खुशियों से भर लो बेड़े।
सबने ही ...
तुझे बाहों में भरने की हट लिए, बैठे हैं करोड़ों जिद्दी दिल | Saint dr Msg
दो जहां में तुझसा हुश्न नहीं है।
तेरी महफिल जैसा, जश्न नहीं है।
तू ही तो मेरी मंजिले, मकसूद है।
तुझसे अलग हमारा कोई मिशन नहीं है।
ये बहारें खिलती हैं तुम्हारी मुस्कुराहटों से।
करोड़ों हार्टबीट बढ़ जाती है कदमों की आहटों से।
तुझे बाहों में भ...
जल्द आ जाओे MSG, आपकी राह देख रहा संसार
निंदा-चुगली से छोड़ो करना प्यार
तो जल्द आएंगे MSG
करो बुराइयों से तौबा बार-बार
तो जल्द आएंगे MSG
छोड़ो जीवों पे करना अत्याचार
तो जल्द आएंगे MSG
छोड़ो नशों का व्यापार
तो जल्द आएंगे MSG
दो 156 मानवता भलाई कार्यों को रफ्तार
तो जल्द आएंगे MSG
...
पसीने की कीमत
खुशहालपुर में नारायण नाम का एक अमीर साहूकार रहता था। उसका एक बेटा और एक बेटी थी। लड़की की शादी हुए तीन साल हो गये थे और वह अपने ससुराल में खुश थी। लड़का राजू गलत संगत में बिगड़ चुका था। अपने पिता के पास बहुत पैसा है यह उसे घमंड हो गया था। दिनभर अपने आवा...
प्यासी रूहें.. पुकार रही हैं, पिया मेरे कब आओगे
प्यासी रूहें.. पुकार रही हैं, पिया मेरे कब आओगे
दर्शन की ये प्यास ओ रब्बा, आकर तुम्हीं बुझाओगे
तेरे दीवाने, तेरी राहों में फूल बिछाए बैठे हैें
ईद दिवाली साथ मनेगी, आस लगाए बैठे हैें
पतझड़ के इस मौसम में कब बहारें लाओगे??
प्यासी रूहें.. पुकार रही...
दिल की बेपरवाही, बन ना जाए लापरवाही, करें दिल की देखभाल, रखें ऐसे अपने दिल का ख्याल
हैल्थ विशेषज्ञ की मानें तो गर्मी के सीजन हमें ज्यादातर शीतल रहने की जरूरत ज्यादा होती है। (Heart Care) यह हमारे शरीर के लिए बहुत आवश्यक है। स्पेशली तब, जब बात दिल की सेहत की हो। दरअसल, गर्मी बढ़ने के साथ हीट स्ट्रोक से लेकर हाइपरटेंशन तक की समस्या बढ़न...
ऐसे पड़ा ‘सच्चा सौदा’ नाम
जब आश्रम बनकर तैयार हो गया तो पूज्य साईं शाह मस्तनाना जी ने साध-संगत को इकट्ठा किया और उनसे मुखातिब होकर पूछा कि अब हम इस (Dera Sacha Sauda) आश्रम का नाम रखना चाहते हैं, क्या नाम रखा जाए? सभी चुप हो गए। पूज्य शहनशाह जी ने स्वयं ही तीन नाम तजवीज (सुझा...
“अजी ! वो सच्चा सौदा कहलाया है”
अजी! वो सच्चा सौदा कहलाया है
ईर्ष्या नफरत की आग में,
इंसानियत जल रही थी,
बुराई के पथ पर वो,
आज चल रही थी,
बचाने उन्हें इस आग से,
रूहानियत का बीज लगाया है,
अजी! वो सच्चा-सौदा कहलाया है।
शाह-मस्ताना जी रूहों का,
उद्धार करने आये,
स्वागत में ...
Foundation Day पर सच कहूँ की खास पेशकश: मानवता भलाई के बढ़ते गए कदम, बनते गए रिकॉर्ड
डेरा सच्चा सौदा के 75वें रूहानी स्थापना दिवस की वर्षगांठ पर विशेष
जब-2 पृथ्वी पर पाप बढ़ते हैं, तब-तब संत-सतगुरु इन्सान के चोले में अवतार धारण करते हैं और भूली-भटकी रूहों को पार उतारने के लिए (Foundation Day 2023) उन्हें समझाकर अपनी दया-मेहर, रहमत से...
ममता की हद ! गड्ढे में गिरे बच्चे को निकालने खुद भी गड्ढे में कूदी मां
नई दिल्ली। मां तो आखिर मां ही होती है। मां अपने बच्चों से इस हद तक प्यार करती है (Viral Video) कि उनके लिए किसी भी हद तक जा सकती है। मां ईश्वर का ही दूसरा रूप होती है। इंसान हो या जानवर या पशु-पक्षी, सभी अपने बच्चों का बहुत ध्यान रखती हैं। मां से संब...
कह रही है ये हवा, आ रहे शाहों के शाह
धरा पर आकाश नन्हीं बूंद क्यों बरसा रहा?
शीतल मंद समीर भी सुन!
सन-सन-सन कुछ गा रहा
धरा ने भी हरित परिधान क्यों धारण किया?
बन गई दुल्हन संवर के किससे ये घूंघट किया?
हरित हार श्रृंगार करके किसका इंतजार करती?
अलंकृत हो करके क्यों है खुशी का इजहार...
लगता है फिर वो आने वाले हैं…
मिल गई उसके कदमो की आहट
लगतों है वो आने वाले हैं
फिर से खुशियों के समुन्द्र
लुटाने वाले हैं।
पशु परिंदे भी झूमे ,
उनमे भी जान आई है ,
फूलों की खुशबु से हुआ समा मोहक
उन्होंने आज बात ये बतलाई है
दर्श की लगी थी कब से प्यास
फिर वो बुझाने वाले ...
सूरज निकलने वाला है…
सूरज निकलने वाला है कि भोर हो रहा है
चिड़ियों का चहचहाना चहूं ओर हो रहा है
ये चिह्न हैं आगाज-ए-सनम के
और लोग कह रहे हैं कि शोर हो रहा है।
हर बात के पीछे कोई बात होती है-2
कोई पर्दानशीं होता है जब रात होती है।
कुछ हस्तियाँ ऐसी होती हैं कि
लाख ...
क्यों बहती है भारत की यह नदी उल्टी, वजह नहीं जानेंगे आप ? जानकर हैरान रह जाएंगे !
भारत देश एक ऐसा गौरवशाली देश जिसका इतिहास हमेशा गौरवान्वित करता है। (River) इस देश की ज्यादातर नदियां पश्चिम से पूर्व की ओर बहते हुए बंगाल की खाड़ी में गिरती हैं, दूसरी ओर नर्मदा नदी अपनी धारा के विपरीत पूर्व से पश्चिम की ओर बहती है और अरब सागर में जा...
तेरे नूरानी दर्श दीदार को सब हैं बेकरार…
हे एमएसजी संगत ये तेरी सारी तेरे प्रेम प्यार की मारी
पलक बिझाये देख रही तेरे शुभागमन की प्यारी।
सच्चे सतगुरु साईं जी तुझे उड़ीक रही है सब जनता
हे सृजनहारे बच्चे तेरे प्यारों को कुछ और नही यहां जमता।
तेरे नूरानी दर्श दीदार को सब हैं बेकरार,
ते...
तेरे दीवाने, तेरी राहों में फूल बिछाए बैठे हैं…
प्यासी रूहें.. पुकार रही हैं, पिया मेरे कब आओगे|
दर्शन की ये प्यास ओ रब्बा, आकर तुम्हीं बुझाओगे|
तेरे दीवाने, तेरी राहों में फूल बिछाए बैठे हैं|
ईद दिवाली साथ मनेगी, आस लगाए बैठे हैं|
पतझड़ के इस मौसम में कब बहारें लाओगे??
प्यासी रूहें.. पुकार...