पराली को आग लगाने पर लगाया 2.82 लाख का ‘पर्यावरण जुर्माना’

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लुधियाना के गांव डेहलों के एक खेत में आ्रग बुझाते हुए प्रशासनिक अधिकारी।

फील्ड स्टाफ प्राप्त पुष्टिकरण रिपोर्ट के बाद 118 मामलों की हुई कार्रवाई

  • पाबन्दी के बावजूद धान के अवशेष पराली को आग लगाने का सिलसिला बदस्तूर रहा जारी | Ludhiana News

लुधियाना (सच कहूँ/जसवीर सिंह गहल)। पराली जलाने की घटनाओं के विरुद्ध सख्त रूख अपनाते हुए जिला प्रशासन लुधियाना (Ludhian) द्वारा 118 मामलों में 2.82 लाख रूपये का पर्यावरण जुर्माना किसानों को लगाया गया है। यह कार्रवाई प्रशासन द्वारा फील्ड स्टाफ से प्राप्त रिपोर्ट के बाद अमल में लाई गई है। Ludhiana News

पाबन्दी के बावजूद धान के अवशेष पराली को आग लगाने का सिलसिला बदस्तूर जारी रहा। अनेकों जगहों पर किसानों ने अपने खेतों में आग लगाई व पंजाब सरकार की हिदायतों व जिला प्रशासन के आदेशों पर संबंधित अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर आग बुझाई। बावजूद इसके जिले में सैंकड़ों किसानों द्वारा पराली को आग लगाकर जलाया गया, जिससे न सिर्फ पर्यावरण प्रदूषित हुआ, बल्कि जमीन का भी नुक्सान हुआ है। प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला लुधियाना प्रशासन द्वारा फील्ड स्टाफ से पुष्टिकरण रिपोर्ट के बाद 118 मामलों में 2,82,500 रुपए पर्यावरण जुर्माना लगाया गया है।

आग लगाने के अब तक जिले में कुल 634 मामले सामने आए हैं, जिनमें संबंंधित अधिकारियों द्वारा जमीनी स्तर पर खेतों में पहुंचकर आग लगाने की पुष्टि की है। इस संंबंधी जानकारी देते डिप्टी कमिशनर सुरभी मलिक ने बताया कि आईईसी मुहिम से लेकर इन्फोर्समैंट मुहिम तक ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए अधिकारियों द्वारा बहुपक्षीय रणनीति अपनाई जा रही है। मलिक ने किसानों से अपील करते कहा कि वह पराली जलाने से गुरेज करें क्योंकि आग से निकलने वाला धूंआ दमे के मरीजों के लिए मुश्किलें बढ़ा रहा है, जो पहले ही कमजोर इम्यून सिस्टम से पीड़िÞत हैं। डीसी ने अधिकारियोंं को कहा कि वह हर मामले में भौतिक जांच कर खेतों में आग लगाने की घटनाओं पर तीखी नजर रखें।

उन्होंने कहा कि खेतों में आग लगने की घटनाओं की रोजाना निगरानी एक विस्तरित विधी द्वारा यकीनी बनाई जा रही है, जहां फील्ड अधिकारी रिपोर्ट की गई हर घटना की भौतिक जांच कर रहे हैं। मलिक ने बताया कि लुधियाना प्रशासन की टीमों द्वारा गांव ललोड़ी खुर्द, पायल, कुब्बा, सिद्धवां बेट, उरना, मुशकाबाद, चापड़ा, मट्टन, कोटला बाहरी, गिद्धड़ी, ढींडसा, ढंडा, नसराली, भैनी अरबियां, महपुर, मदनीपुर, बेल कलां, सेहारी, कूहली कलां, हेडों, हिस्सोवाल, सुधार, अलीगढ़, घुडानी खुर्द, दोराहा, ककराला कलां, ढंडा, बरसाल कलां, खानपुर, भंमीपुरा, खानपुर, ईसड़ू, बिलासपुर, सोहियां और चौंकीमान में तुरंत आग पर काबू पाया है। Ludhiana News

डिप्टी कमिशनर सुरभी मलिक ने बताया कि फील्ड विजिट के बाद अब तक 118 केसों में 2,82,500 रुपये पर्यावरण जुर्माना लगाया जा चुका है। उन्होंने कहा कि 16 केसोंं में भौतिक जांच बकाया है और किसी भी घटना में पराली जलाने की पुष्टि होने की सूरत में पर्यावरण जुर्माना लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि जगराओं में पर्यावरण जुर्माना 94 केसों में, लुधियाना पश्चिमी में 10 केसों में, राएकोट में 12 केसों में जबकि समराला तहसील में दो केसों में पर्यावरण जुर्माना लगाया गया है। Ludhiana News

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