लिफ्टिंग ना होने से अनाज मंडी में लगे गेहूं के अंबार, खरीद केंद्रों पर भी बुरा हाल

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Pihova लिफ्टिंग ना होने से अनाज मंडी में लगे गेहूं के अंबार, खरीद केंद्रों पर भी बुरा हाल

पिहोवा, जसविन्द्र। अनाज मंडी में लिफ्टिंग की व्यवस्था दुरुस्त ना होने के चलते गेहूं के अंबार लगने शुरू हो गए हैं। इसे लेकर मंडी एसोसिएशन ने कड़ा एतराज जताया है। व्यापारियों की बैठक सोमवार को मंडी प्रधान नंदलाल सिंगला की अध्यक्षता में हुई। सिंगला ने कहा कि सरकार ने खरीद के पुख्ता प्रबंध किए हैं। लेकिन ठेकेदार अपनी मनमानी से बाज नहीं आ रहे। उन्होंने बताया कि आठ किलोमीटर के दायरे तक माल उठाकर गोदाम में पहुंचने के ठेके को एमएलसी कहा जाता है और आठ किलोमीटर के बाहर यदि माल भेजना हो तो एमटीसी ठेकेदार मंडी से माल उठाता है। पिहोवा मंडी का अधिकतर ठेका एमएलसी ठेकेदार के पास है। जिस ठेकेदार ने एमएलसी लिफ्टिंग का टेंडर लिया हुआ है। उसके पास पर्याप्त गाड़ियां ही नहीं है। गेहूं तुलने के बाद आढ़ती गाड़ी के लिए भटक रहे हैं। मुनाफा कमाने के चक्कर में फर्जी गाड़ियां दिखाकर ठेकेदार टेंडर ले लेते हैं। जिसका खामियाजा हर साल व्यापारियों को भुगतना पड़ता है।

उन्होंने बताया कि पिछले कई दिन से गेहूं खुले आसमान में मंडी में पड़ा हुआ है। खराब मौसम का डर व्यापारियों और किसानों को सता रहा है। इसके अलावा माल उठने में हो रही देरी से गेहूं सूखने का खामियाजा भी व्यापारियों को भुगतना पड़ेगा। प्रधान नंदलाल सिंगला ने कहा कि दूसरी समस्या अधिकारियों को लेकर आ रही है। मंडी में खरीद के लिए किसी अन्य इंस्पेक्टर की ड्यूटी है और गोदाम पर जो माल उतरवाने के लिए अधिकारी नियुक्त किया गया है वह कोई दूसरा है। दोनों के काम में तालमेल नहीं बन पा रहा है।

यहां से भेजे गए माल को गोदाम पर तैनात अधिकारी काट छांट करके उसमें कमियां निकाल रहे हैं। व्यापारियों की मांग है कि यदि खरीद करने वाला और गोदाम पर जाकर माल चेक करके उतरवाने वाला एक ही अधिकारी होगा तो उसे पता होगा कि उसने क्या खरीद कर गोदाम पर भेजा है। ऐसे में व्यापारियों को दो-दो अधिकारियों के साथ माथा पच्ची करनी पड़ रही है। व्यापारियों ने मांग करते हुए कहा कि सरकार लिफ्टिंग व्यवस्था को दुरुस्त करवाए और मंडी में परचेज व गोदाम में माल उतरवाने के लिए एक ही अधिकारी की ड्यूटी लगाए।