सोल। उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग-उन ने विशेष सैन्य अभियानों और टैंक इकाइयों के सामूहिक युद्धाभ्यास का निरीक्षण करने के पश्चात सशस्त्र बलों को युद्ध हेतु पूर्ण रूप से तैयार रहने का निर्देश दिया है। स्थानीय मीडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, किम ने यह स्पष्ट किया कि सशस्त्र सेनाओं के समक्ष वर्तमान समय में सबसे प्रमुख कर्तव्य युद्ध की पूर्ण तैयारी है। कोरियाई सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) के अनुसार, हाल ही में संयुक्त युद्ध अभ्यास का आयोजन किया गया था, जिसमें विशेष बलों तथा टैंक उपइकाइयों ने भाग लिया। North Korea News
किम ने कहा, “हमारी क्रांतिकारी सेना अब केवल सीमित मोर्चों की प्रतीक नहीं रह गई है, बल्कि यह साम्राज्यवाद-विरोधी वर्ग संघर्ष के अग्रिम मोर्चे पर भी डटी हुई है। ऐसे में युद्ध की तैयारी हमारा सर्वोच्च दायित्व है।” उन्होंने यह भी जोड़ते हुए कहा कि यह अभ्यास पूरी सेना को अभिजात श्रेणी में परिवर्तित करने में सहायक सिद्ध होगा। विश्लेषकों के अनुसार, किम जोंग-उन द्वारा “साम्राज्यवाद-विरोधी संघर्ष” की अवधारणा को उभारने का उद्देश्य संभवतः यूक्रेन युद्ध में रूस के पक्ष में उत्तर कोरियाई सैनिकों की तैनाती को वैचारिक समर्थन प्रदान करना है।
सैनिकों को छद्मवेश में ड्रोन का संचालन करते हुए दिखाया गया
उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया द्वारा प्रसारित चित्रों में सैनिकों को छद्मवेश में ड्रोन का संचालन करते हुए दिखाया गया है। दक्षिण कोरिया की गुप्तचर एजेंसी ने पहले संकेत दिए थे कि उत्तर कोरियाई सैनिकों को रूस में ड्रोन संचालन एवं युद्ध रणनीति का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
गत माह उत्तर कोरिया ने पहली बार सार्वजनिक रूप से यह स्वीकार किया कि उसने यूक्रेन के विरुद्ध रूस की ओर से युद्ध में भाग लेने हेतु अपने सैनिकों को तैनात किया है। हाल ही में प्योंगयांग स्थित रूसी दूतावास की यात्रा के दौरान किम जोंग-उन ने इस सहभागिता को “उचित और संप्रभु निर्णय” बताया, जिसे उन्होंने रूस के साथ हुई आपसी सुरक्षा संधि के अंतर्गत लिया गया कदम बताया। North Korea News