कैराना। एक दिन पूर्व हरियाणा के पानीपत में सीआईए-1 की टीम के द्वारा पाकिस्तान को गोपनीय सूचनाएं भेजने के आरोप में गिरफ्तार किया गया नौमान इलाही मुख्य रूप से पासपोर्ट बनवाने का कार्य किया करता था। नौमान की गिरफ्तारी के बाद से खुफिया विभाग अलर्ट मोड़ पर है। स्थानीय खुफिया विभाग के लोग गिरफ्तार किये गए नौमान की कुंडली खंगालने में जुट गए है। कैराना में स्थित नौमान के घर पर ताला लटका हुआ है।
मंगलवार को हरियाणा राज्य की पानीपत क्राइम इन्वेस्टीगेशन एजेंसी(सीआईए)-1 की टीम ने एक युवक को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। उस पर पाकिस्तान में रह रहे इकबाल नामक आतंकी के सम्पर्क में होने के आरोप है। पानीपत सीआईए की टीम के द्वारा पकड़ा गया नौमान इलाही कैराना कस्बे के मोहल्ला बेगमपुरा का निवासी बताया गया है। नौमान कैराना में रहकर पाकिस्तान अथवा अन्य मुस्लिम देशों में जाने वाले लोगो के पासपोर्ट बनवाने का कार्य किया करता था। आशंका है कि पासपोर्ट बनवाने का कार्य करने के दौरान ही वह दुश्मन देश के जासूस के सम्पर्क में आया है। बताया जा रहा है कि नौमान का पिता अहसान भी पासपोर्ट बनवाने का कार्य करता था, जिसकी करीब पांच वर्ष पूर्व मौत हो चुकी है। बताया जा रहा है कि नौमान करीब चार माह पूर्व कैराना से पानीपत जाकर अपनी बहन के यहां रहने लग गया था। वहां पर किसी फैक्ट्री में गार्ड की नौकरी करता था।
नौमान के कैराना स्थित आवास पर लटका ताला
पानीपत सीआईए द्वारा पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में पकड़े गए नौमान इलाही का मकान कस्बे के मोहल्ला बेगमपुरा में स्थित है। यह नौमान का पुश्तैनी मकान बताया जा रहा है। 24 वर्षीय नौमान छह भाई-बहनों में सबसे छोटा है। अशरफ व जीशान उसके बड़े भाई है, जो अपने परिवार के साथ में दिल्ली में रह रहे है। नौमान की तीन बहनें जीनत, कुच्छों व जैनम है। नौमान को छोड़कर उसके सभी भाई-बहन शादीशुदा है, जिनमें से एक बहन जीनत की शादी पानीपत में हुई है। बताया जा रहा है कि सीआईए टीम द्वारा पकड़ा गया नौमान पिछले करीब चार माह से पानीपत में अपनी बहन के यहां रह रहा था, जिसके चलते कैराना स्थित उसके मकान पर ताला लटका हुआ है। इस मकान में नौमान अकेला रहता था। हालांकि मोहल्ले के लोग आरोपी युवक के बारे ज्यादा कुछ बताने के लिए तैयार नही है।
गिरफ्तारी के बाद चौकन्ना हुआ लोकल खुफिया विभाग
कैराना के युवक की पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में पानीपत में हुई गिरफ्तारी के बाद स्थानीय खुफिया तंत्र भी सतर्क हो गया है। मामला देश की सुरक्षा से जुड़ा होने के कारण खुफिया विभाग के अधिकारी स्थानीय पुलिस व अपने सूत्रों के माध्यम से पकड़े गए युवक की कुंडली खंगालने में जुट गए है। लोकल इन्वेस्टिगेशन यूनिट(एलआईयू) व स्टेट इंटेलिजेंस ब्यूरो(एसआईबी) के लोग भी पकड़े गए युवक का डाटा इकट्ठा करने में लगे है। खुफिया तंत्र जानकारी जुटा रहा है कि आरोपी युवक कैराना में किन-किन लोगों के सम्पर्क में रहा है। इसके अलावा, उसके परिवार, रिश्तेदारों व मित्रों के बारे में भी जानकारी की जा रही है।
नौमान को लेकर कैराना में पहुंची सीआईए
बताया जा रहा है कि बुधवार सुबह करीब 6:00 बजे पानीपत सीआईए की टीम पकड़े गए नौमान इलाही को साथ लेकर कैराना पहुंची। यहां उन्होंने मनी ट्रांसफर के मामले में एक जनसेवा केंद्र संचालक से गहन पूछताछ की। सीआईए ने संचालक को मनी ट्रांसफर का पूरा रिकॉर्ड लेकर पानीपत आने के लिए कहा। इसके बाद टीम नौमान के साथ में पानीपत लौट गई। पुलिस इस बात की तहकीकात कर रही है कि नौमान ने किन-किन सूचनाओं को पाकिस्तान भेजा है और उसका नेटवर्क कितना व्यापक है। मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज कर दी गई है।
यह है पूरा मामला…
हरियाणा राज्य के पानीपत जिले की क्राइम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी(सीआईए)-1 की टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए पानीपत के सेक्टर-13/17 क्षेत्र से एक पाकिस्तानी जासूस को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी विगत 13 मई को की गई है। आरोपी की पहचान नौमान इलाही (24) के रूप में हुई है। पुलिस के मुताबिक, नौमान पाकिस्तान में मौजूद एक संदिग्ध आतंकी इकबाल के संपर्क में था और वह वॉट्सऐप व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से भारत की संवेदनशील जानकारियाँ पाकिस्तान भेज रहा था।
संदिग्ध गतिविधियों में संलिप्तता के बाद हुई गिरफ्तारी
पुलिस ने नौमान इलाही के मोबाइल नंबर से हो रही संदिग्ध गतिविधियों को ट्रैक करने के बाद उसे हिरासत में लिया। शुरुआती पूछताछ में यह सामने आया है कि नौमान इलाही कैराना का रहने वाला है और पानीपत में एक फैक्ट्री में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी कर रहा था। पानीपत पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस गिरफ्तारी की पुष्टि की है और बताया है कि उनकी क्राइम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी(सीआईए) की यूनिट-1 आरोपी से गहन पूछताछ कर रही है।
बहन के पास आया, फैक्ट्री में की नौकरी
24 वर्षीय नौमान इलाही उत्तर प्रदेश के शामली जिले के कैराना के मोहल्ला बेगमपुरा का निवासी है। उसकी बहन जीनत की शादी पानीपत में हुई है, जो यहां हॉली कॉलोनी में रहती है। नौमान भी अपनी बहन के पास ही रह रहा था। पानीपत आने के बाद उसने सबसे पहले सेक्टर 29 स्थित एक फैक्ट्री में नौकरी की थी।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद जांच में आया नाम
पानीपत पुलिस सूत्रों के अनुसार, 6-7 मई की रात भारत द्वारा पाकिस्तान पर किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ एयर स्ट्राइक के बाद से ही सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। हालांकि दोनों देशों के बीच 10 मई को सीजफायर हो चुका है, फिर भी पुलिस एहतियाती तौर पर संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रख रही है। इसी दौरान नौमान इलाही के फोन नंबर से पाकिस्तान में संपर्क होने की जानकारी मिली, जिसके बाद उसे हिरासत में लेकर जांच शुरू की गई।
मोबाइल से खुला आतंकी कनेक्शन
पुलिस ने जब नौमान इलाही के मोबाइल फोन की जांच की, तो उसमें पाकिस्तान में इकबाल नामक एक आतंकी के साथ संपर्क होने का पता चला। यह भी सामने आया कि नौमान इकबाल को भारत की सुरक्षा से जुड़ी संवेदनशील जानकारी भेज रहा था। हालांकि, पुलिस ने अभी तक यह खुलासा नहीं किया है कि उसने किस प्रकार की और कितनी खुफिया जानकारी साझा की थी।
सिक्योरिटी एजेंसी के जरिए मिली नौकरी
पुलिस की पूछताछ में नौमान ने बताया कि पानीपत की फैक्ट्री में नौकरी करने के दौरान ही वह उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के रहने वाले रजनीश तिवारी नामक एक व्यक्ति के संपर्क में आया था। रजनीश एक सिक्योरिटी एजेंसी चलाता है और उसी के माध्यम से नौमान को पानीपत के सेक्टर 29 स्थित एक कंबल फैक्ट्री में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी मिली थी।
पुलिस को नौकरी पर संदेह
पुलिस सूत्रों के अनुसार, उन्हें संदेह है कि नौमान ने सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी सिर्फ इसलिए की थी ताकि वह खुद को एक सामान्य नागरिक के तौर पर पेश कर सके और किसी के शक के दायरे में न आए। पुलिस को आशंका है कि उसका असली काम यहां रहकर देश की हर छोटी-बड़ी गतिविधि की जानकारी दुश्मन देश पाकिस्तान को पहुंचाना था। पुलिस को यह भी शक है कि वह पिछले काफी समय से पाकिस्तानी आतंकियों के संपर्क में था और इस बारे में जल्द ही विस्तृत खुलासा किया जा सकता है।
माता-पिता की हो चुकी है मौत
शुरुआती पूछताछ में नौमान ने पुलिस को बताया कि उसके पिता अहसान इलाही और माता कोसर बानो का लगभग पांच वर्ष पूर्व निधन हो चुका है। उसकी बहन की शादी पानीपत में होने के कारण वह करीब चार महीने पहले पानीपत आया था। हालांकि, वह पाकिस्तानी आतंकियों के संपर्क में कब और कैसे आया, इस बारे में पुलिस अभी भी गहन पूछताछ कर रही है।