तीन की किया घायल, एक्शन में वन विभाग
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी जनपद के चिरईगांव क्षेत्र में तेंदुए की लगातार गतिविधियों ने ग्रामीणों के बीच भय का वातावरण उत्पन्न कर दिया है। तेंदुए की दहशत इस कदर है कि लोग दिन के उजाले में भी अपने घरों से बाहर निकलने में डर रहे हैं। गांव की गलियाँ वीरान पड़ी हैं और दूर-दूर तक कोई व्यक्ति दिखाई नहीं दे रहा। ग्रामीणों का कहना है कि वे अपने घरों से बाहर निकलने में असमर्थ हैं, क्योंकि उन्हें डर है कि कहीं तेंदुआ उन पर हमला न कर दे। अब तक इस जंगली पशु ने तीन लोगों को घायल कर दिया है, जिससे लोगों में डर और अधिक बढ़ गया है। Leopard News
वन विभाग की टीम मुस्तैद, पर तेंदुआ अभी पकड़ से बाहर
तेंदुए की मौजूदगी की सूचना पर वन विभाग की टीम बीते दो दिनों से गांव में डेरा डाले हुए है। वन कर्मियों द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, किंतु अभी तक तेंदुए का कोई सुराग नहीं मिला है। विभाग ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया है कि शीघ्र ही तेंदुए को पकड़ लिया जाएगा और उन्हें भयमुक्त किया जाएगा। ग्राम प्रधान रमेश कुमार सोनकर ने जानकारी देते हुए कहा, “तेंदुए के चलते गांव के लोग बेहद डरे हुए हैं। हमने इसकी सूचना वन विभाग को दी थी, और टीम खोजबीन में लगी हुई है। बीती रात तेंदुआ दिखाई भी दिया था, परंतु पकड़ा नहीं जा सका। जब तक उसे पकड़ नहीं लिया जाता, गांव का भयग्रस्त रहना स्वाभाविक है।”
सुरक्षा के व्यापक इंतज़ाम जारी | Leopard News
गांव के निवासी कृष्णा प्रसाद ने बताया, “हम सब खौफ में हैं। कोई भी घर से बाहर निकलने का साहस नहीं कर रहा। पहले तीन लोग तेंदुए के हमले में घायल हो चुके हैं, अब डर है कि अगला कौन होगा। वन विभाग की टीम लगातार प्रयास कर रही है, लेकिन अब तक सफलता नहीं मिल पाई है।” गांव की घेराबंदी कर दी गई है, और वन विभाग के अधिकारी सतर्कता से निगरानी कर रहे हैं। ग्रामीणों से अपील की गई है कि वे आवश्यक सतर्कता बरतें और विभाग को सहयोग प्रदान करें। फिलहाल, गांव में भय का माहौल बना हुआ है और लोग तेंदुए के पकड़ में आने की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
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