Blue Tongue: अनु सैनी। एक छोटी मगर विचित्र छिपकली जिसे नीली जीभ वाली छिपकली के नाम से जाना जाता है, अपने अनोखे रूप और व्यवहार के कारण कई लोगों का ध्यान आकर्षित करती है। यह छिपकली अपनी नीली रंगत वाली जीभ की वजह से पहचानी जाती है, जो उसे अन्य छिपकलियों से अलग बनाती है। यह जीव अपने आप में बहुत खास है, लेकिन कई बार यह जानवर खतरनाक भी साबित हो सकता है। आइए, इस खबर में हम इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
नीली जीभ वाली छिपकली क्या होती है? Blue Tongue
नीली जीभ वाली छिपकली (Blue-tongue lizard) एक मध्यम आकार की छिपकली है जो मुख्य रूप से ऑस्ट्रेलिया, तस्मानिया और इन्डोनेशिया के कुछ भागों में पाई जाती है। इसकी सबसे खास पहचान इसकी नीली रंगत वाली जीभ है, जो जब यह खतरे का एहसास करती है तो तेजी से बाहर निकालती है। इस नीली जीभ का उद्देश्य अपने शिकारी को डराना होता है। यह छिपकली आमतौर पर जमीन पर रहती है और रात के समय ज्यादा सक्रिय होती है।
नीली जीभ की अनोखी खासियत
इस छिपकली की नीली जीभ इतनी चमकीली और गहरी नीली होती है कि वह अंधेरे में भी आसानी से नजर आती है। जब यह छिपकली खतरे में होती है, तो वह अपनी जीभ तेजी से बाहर निकालकर दुश्मनों को भ्रमित कर देती है। यह तरीका इस छिपकली को सुरक्षित रखने में बहुत मदद करता है। इसके अलावा, यह छिपकली अपनी जीभ की मदद से आसपास के वातावरण की गंध महसूस करती है, जिससे यह शिकार और दुश्मनों का पता लगा सकती है।
पाले भी जा सकती है, पर संभालने में है सावधानी | Blue Tongue
नीली जीभ वाली छिपकली को घर में पालतू के रूप में भी रखा जा सकता है। यह अपेक्षाकृत शांत और धीमी प्रकृति की होती है, इसलिए इसे पालतू बनाने के लिए लोग आकर्षित होते हैं। इसकी देखभाल आसान होती है और यह जंगली जानवरों के मुकाबले कम आक्रामक होती है। लेकिन, इसे पालते समय कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है। इसके लिए उचित तापमान, भोजन और रहवास की व्यवस्था करनी होती है।
खतरे की ओर संकेत: कब होती है यह खतरनाक?
हालांकि नीली जीभ वाली छिपकली आमतौर पर शांत होती है, लेकिन कई बार ये खतरनाक साबित हो सकती हैं। जब यह खुद को या अपने बच्चों को खतरे में महसूस करती है, तब यह तेज दांतों से काट भी सकती है। इसके काटने में संक्रमण हो सकता है, इसलिए इसके संपर्क में आने वाले लोगों को सतर्क रहना चाहिए। साथ ही, यदि इसे ठीक से संभाला न जाए, तो यह तनावग्रस्त होकर अपना बचाव करने के लिए आक्रामक हो सकती है।
पर्यावरण में नीली जीभ वाली छिपकली की भूमिका
नीली जीभ वाली छिपकली पर्यावरण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह छिपकली कीड़े, छोटे कीट और पौधों को खाकर पर्यावरण की संतुलन बनाए रखती है। यह विभिन्न कीटों की संख्या को नियंत्रित करती है, जिससे कृषि और बागवानी के लिए लाभकारी होती है। इसलिए, इसे नष्ट करना या नुकसान पहुंचाना उचित नहीं माना जाता।
सुरक्षा के उपाय | Blue Tongue
यदि आप नीली जीभ वाली छिपकली को पालतू बनाना चाहते हैं या जंगल में इसे देखते हैं, तो इन बातों का ध्यान रखें:
छिपकली को ज्यादा परेशान न करें, इससे वह तनाव में आ सकती है।
इसे पकड़ते समय धीरे और सावधानी से काम लें, ताकि यह आक्रामक न हो।
इसके काटने से बचने के लिए हाथ धोना और साफ-सफाई का ध्यान रखें।
यदि पालतू बनाना हो, तो विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।
छिपकली का प्राकृतिक आवास नष्ट न करें, ताकि वे सुरक्षित रह सकें।
नीली जीभ वाली छिपकली अपने रंग, व्यवहार और उपयोगी भूमिका के कारण बहुत खास होती है। यह दिखने में तो शांत लगती है, लेकिन खतरनाक भी हो सकती है यदि इसे सही तरीके से नहीं समझा जाए। इसके साथ रहना या इसे देखना एक अनोखा अनुभव हो सकता है, लेकिन हमेशा इसके स्वभाव और जरूरतों का ध्यान रखना आवश्यक है। पर्यावरण के लिए भी यह छिपकली बहुत महत्वपूर्ण है, इसलिए हमें इसे सम्मान देना चाहिए और उसकी सुरक्षा करनी चाहिए।